आयोडीन युक्त नमक की कैसे हुई शुरूआत
आयोडीन युक्त नमक मूलत: एक दवा थी जिसका उपयोग 19वीं सदी के प्रारंभ में बेल्जियम, फ्रांस व अन्य यूरोपीय देशों में कुछ विशेष रोगों के इलाज में किया जाता था। बाद में भारत के कुछ प्रांतों में घेंघा (goitre) रोग फैलने पर इसका उपयोग शरू किया गया। जिसके बाद और फिर गर्भवती महिलाओं और समय पूर्व जन्मे अथवा कम विकसित बच्चों में आयोडीन की जरूरत के नाम पर पूरे देश में इसे अनिवार्य कर दिया गया। मानव शरीर की जरूरत के मुताबिक आयोडीन प्राकृतिक नमक के अलावा डेयरी प्रोडक्ट्स और फिश समेत कई सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है और इसे अलग से लेना बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि एल्जीरिया, कोलंबिया, चीन व डेनमार्क के कुछ हिस्सों के अलावा कई लैटिन अमेरिकी देशों में नमक का प्रयोग बिल्कुल नहीं होता और एफएओ व यूनीसेफ के परीक्षण में वहां के निवासी बिल्कुल स्वस्थ पाए गए हैं।
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आयोडीन लेने की सही खुराक क्या है?
हर रोज औसतन 150 माइक्रोग्राम यानि कि सुई की नोक के बराबर है। इसका मतलब यह हुआ कि आपको जीवनभर के लिए एक छोटे से चम्मच से भी कम चाहिए। शरीर को हर रोज नियमित रूप से मिलना जरूरी है। इसलिए यह जरूरी है कि हर व्यक्ति के लिए आयोडीन नमक रोज की खुराक का हिस्सा हो।
इसके लिए मैक्सिमम लिमिटेड डोज नीचे दिए गए हैं। ये उन लोगों पर लागू नहीं होते हैं जो डॉक्टर की देखरेख में चिकित्सा कारणों से आयोडीन ले रहे हैं या फिर किसी प्रकार का मेडिसिन ले रहे हैं।
उचित मात्रा में शरीर को आयोडीन की कितनी आवश्यकता हो सकती है, यह व्यक्ति के उम्र, लिंग और स्वास्थ्य की स्थितियों पर भी निर्भर कर सकता है। उम्र और लिंग के अनुसार प्रतिदिन आयोडीन की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए, इसके लिए आप यह नीचे दिए गए चार्ट को देख सकते हैं।
उम्र- जन्म से 6 महीने के शिशु के लिए – लड़का- 110 mcg*, लड़की- 110 mcg*
उम्र- 7–12 महीने के शिशु के लिए – लड़का- 130 mcg*, लड़की- 130 mcg*
उम्र- 1–3 साल के शिशु के लिए – लड़का- 90 mcg, लड़की- 90 mcg
उम्र- 4–8 साल के बच्चों के लिए – लड़का- 90 mcg, लड़की- 90 mcg
उम्र- 9–13 साल के बच्चों के लिए – लड़का- 120 mcg, लड़की- 120 mcg
उम्र- 14–18 साल के युवाओं के लिए – पुरुष- 150 mcg, महिला- 150 mcg, गर्भवती महिलाओं के लिए- 220 mcg, स्तनपान के दौरान- 290 mcg
उम्र- 19 और उससे बड़ी उम्र के व्यस्कों के लिए, पुरुष- 150 mcg, महिला- 150 mcg, गर्भवती महिलाओं के लिए- 220 mcg, स्तनपान के दौरान- 290 mcg