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ब्रेन फंक्शन (Bain Function)
अगर बॉडी में शुगर लेवल कम होगा तो ब्रेन ठीक तरह से काम नहीं कर पायेगा। कई बार ब्लैकआउट जैसी स्थिति हो जाती है। ऐसी स्थिति में मस्तिष्क को शुगर की प्रयाप्त मात्रा नहीं पहुंच पाती है। इसलिए चीनी का अत्यधिक सेवन न करें और इसे पूरी तरह बंद भी न करें।
डिप्रेशन की समस्या होती है दूर ( Depression Problem)
शुगर की मदद से डिप्रेशन जैसे गंभीर शारीरिक परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इसलिए मूड स्विंग से बचने के लिए और मूड को अच्छा रखने के लिए चॉकलेट का सेवन किया जाता है।
शरीर में ऊर्जा बनी रहती है (Body Energy)
शरीर में ऊर्जा की मात्रा बनी रही इसलिए ब्राउन शुगर का सेवन लाभकारी होता है, ठीक वैसे ही वाइट शुगर का भी सेवन फायदेमंद होता है। शुगर के सेवन से ग्लूकोज की मात्रा बनी रहती है। अगर आपने कभी गौर किया हो तो किसी भी स्पोर्ट्स पर्सन के पास शुगर कियूब्स आपको आसानी से मिल जायेंगे। क्योंकि चीनी के सेवन से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
ब्राउन शुगर और वाइट शुगर (Brown sugar and white sugar) का चयन आप अपनी इच्छा अनुसार कर सकते हैं। हालांकि, ब्राउन शुगर और वाइट शुगर (Brown sugar and white sugar) दोनों का ही सेवन संतुलित करना चाहिए। एक रिसर्च के अनुसार ब्राउन शुगर और वाइट शुगर (Brown sugar and white sugar) के कैलोरी कंटेन्ट में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। 100 ग्राम ब्राउन शुगर में कैलोरी की मात्रा 377 होती है, तो वहीं 100 ग्राम वाइट शुगर में कैलोरी की मात्रा 387 होती है।
अगर आप ब्राउन शुगर और वाइट शुगर (Brown sugar and white sugar)से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।