एक्स रे- गर्दन की हड्डी के टूटने या गर्दन में किसी अन्य तरह की समस्या की जांच के लिए एक्स-रे किया जाता है।
CT स्कैन या MRI- स्पाइनल कॉर्ड में होने वाली क्षति की जांच के लिए CT स्कैन या MRI किया जाता है। पिक्चर में आपका स्पाइल कॉर्ड बिल्कुल स्पष्ट दिखे इसके लिए आपको कॉन्ट्रास्ट लिक्विड दिया जा सकता है। यदि आपको कॉन्ट्रास्ट लिक्विड से एलर्जी है तो पहले ही डॉक्टर को इस बारे में बता दें।
और पढ़ें: आंखों के सॉकेट में फ्रैक्चर क्या है? जानिए इसका उपचार
उपचार
गर्दन में फ्रैक्चर का उपचार क्या है?
यदि आपको गर्दन में ज्यादा दर्द है तो डॉक्टर पेनकिलर देगा। ध्यान रहे बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर लेने की गलती न करें। इसके अलावा उपचार के लिए अलग-अलग तरीके इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जो इस बात पर निर्भर करता है कि ब्रोकन नेक कितना गंभीर है। सामान्य या मामूली फ्रैक्चर को गर्दन में एक खास तरह की बेल्ट या ब्रेस लगाकर ही ठीक किया जा सकता है।
मामूली फ्रैक्चर होने पर जिसमें स्पाइनल कॉर्ड को किसी तरह का नुकसान नहीं होता। सिंपल नेक ब्रेस, दर्दनिवारक दवाएं और आराम करने पर कुछ ही दिनों में स्थिति सामान्य हो जाती है।
इमोबलाइजेशन
यदि फ्रैक्चर सामान्य से थोड़ा अधिक है तो डॉक्टर गर्दन को हिलने-डुलने से बचाने के लिए उसे खास तरीके से स्थिर करता है जिसमें शामिल हैः
हेलो ब्रेस या वेस्ट की मदद से गर्दन और सिर को हिलने से रोकता है। हेलो ब्रेस आपके सिर से जुड़ा होता है। उपचार के दौरान भी इसे निकाला नहीं जाता है।
सेमिरिजिड कॉलर में प्लास्टिक प्लेट्स की मदद से गर्दन के साइड टू साइड और ऊपर-नीचे की गतिविधि को रोका जाता है।
सॉफ्ट कॉलर एक लीचीले ब्रेस है जिसे गर्दन के चारो ओर लगाया जाता है।
थेरिपी