के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
हायपरथायरॉइडिज्म एक बीमारी है, जो थायरॉइड ग्रंथि के ज्यादा सक्रिय होने के कारण होती है। गर्दन में थायरॉइड ग्रंथि थायराइड हार्मोन बनाती है, जो शरीर की कई गतिविधियों को नियंत्रित करता है। जैसे, ब्लड में कैल्शियम की रेट की जांच, मेटाबोलिज्म को मजबूत करना, हार्ट रेट, तंत्रिका तंत्र और शरीर के तापमान को नियंत्रित करना आदि। जब थायराइड हार्मोन अधिक बनता है, तो उस स्थिति को हायपरथाइरॉयडिज्म कहा जाता है।
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हायपरथायरॉइडिज्म एक आम बीमारी है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह बीमारी तीन गुना अधिक देखने को मिलती है। आप इसके कारणों को कम करके हायपरथायरॉइडिज्म होने की संभावना को कम कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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घबराहट, पसीना, थकान और दिल का तेज धड़कना, आंखों में जलन, वजन कम होना, गर्मी ज्यादा लगना और लगातार मल त्याग या दस्त होना आदि इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण हैं। हो सकता है ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण शामिल न हों। अगर आपको किसी भी लक्षण के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
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अगर आपको नीचे बताए गए कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें :
यदि आप अचानक से वजन घटना, बढ़ी हुई दिल की धड़कन, असामान्य पसीना आना, अपनी गर्दन के नीचे सूजन या हायपरथायरॉयडिज्म से जुड़े अन्य लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो अपने डॉक्टर को तुरंत दिखाएं। डॉक्टर को अपने इन लक्षणों के बारे में विस्तार से बताएं क्योंकि, हायपरथाइरॉयडिज्म के कई संकेत और लक्षण किसी अन्य बीमारी से जुड़े हो सकते हैं।
यदि हाल ही में आपने हायपरथायरॉइडिज्म का इलाज कराया है या कोई इलाज कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को नियमित रूप से दिखाएं ताकि, वह आपकी स्थिति की निगरानी कर सके।
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इस बीमारी का सबसे आम कारण ग्रेव्स डिजीज है। हायपरथायरॉइडिज्म में 80% से 90% मामलों का कारण यह बीमारी होती है।
अन्य सामान्य कारणों में थायरॉइडिस, विषाक्त एडेनोमा और बहुत अधिक थायरॉइड दवा का उपयोग करना शामिल है। थायरॉइडिस थायरॉइड की सूजन है। एडेनोमा एक थायरॉयड ट्यूमर है, जो थायरॉइड हार्मोन बनाता है। कभी-कभी इसका कारण पता नहीं होता है। यह बीमारी जेनेटिक है लेकिन, यह संक्रामक नहीं होती है।
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हायपरथायरॉयडिज्म (जिसका मुख्य कारण ग्रेव्स रोग) का कारण जेनेटिक यानी अनुवांशिक भी हो सकता है और यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक पाया जाता है। अगर आपको हायपरथायरॉयडिज्म के खतरे के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो बेहतर होगा कि आप एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें।
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दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
डॉक्टर ब्लड में थायरॉयड हार्मोन के लेवल की जांच करने के लिए शारीरिक परीक्षण और ब्लड टेस्ट ले सकते हैं। डॉक्टर थायरॉइड ग्रंथि के निरीक्षण के लिए थायरॉइड स्कैन या अल्ट्रासोनोग्राफी भी करवा सकते हैं। डॉक्टर आपको किसी थायरॉयड विशेषज्ञ को दिखाने का भी सुझाव दे सकते हैं।
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नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको हायपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism) से निपटने में मदद कर सकते हैं:
अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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