गर्भावस्था के दौरान हर गर्भवती महिला का वजन 11 से 16 किलो तक बढ़ना सामान्य है, लेकिन जरूरत से ज्यादा वजन न बढ़ने दें। अगर इस दौरान वजन बढ़ रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
6. एक्सरसाइज
गर्भावस्था के दौरान बच्चे का दिमाग तेज करने के लिए नियमित एक्सरसाइज भी जरूरी है। गर्भ में पल रहे शिशु की फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए जरूरी है। एक्सरसाइज करने के दौरान एंडोर्फिन हॉर्मोन (endorphins) रिलीज होता है। जो व्यक्ति को खुश रहने में मदद करता है। इसलिए गर्भवती महिला को सप्ताह में कम से कम 3 से 5 दिन तकरीबन आधे घंटे तक एक्सरसाइज करना चाहिए। इसका फायदा मां और शिशु दोनों को होता है।
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7. तनाव से दूर रहें
बदलती लाइफस्टाइल की वजह से किसी न किसी कारण हर कोई चिंता और तनाव में रहता है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला बच्चे की परवरिश को लेकर चिंतित रहती हैं। थोड़ी चिंता ठीक है, लेकिन जरूरत से ज्यादा चिंता करना और तनाव में रहना गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे बच्चे के मानसिक विकास पर भी असर पड़ता है।
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8. बेबी से बात करें
गर्भावस्था के 16वें हफ्ते में पहुंचने के बाद ही बच्चे (fetal) की सुनने की क्षमता विकसित होती है। गर्भावस्था के 24वें हफ्ते के शुरू होने के बाद ही ये पूरी तरह से एक्टिव हो पाते हैं। अल्ट्रासाउंड की मदद से यह आसानी से समझा जाता है कि प्रेग्नेंसी के 16वें हफ्ते में शिशु गर्भ के बाहर की ध्वनि को सुन सकता है। ऐसे में शिशु के जन्म के पहले से ही पैरेंट्स शिशु से बात कर सकते हैं। इससे भी बच्चे के मस्तिष्क का विकास होता है। इस दौरान आप बेबी को म्यूजिक भी सुना सकती हैं।
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9. भ्रूण के दिमाग का विकास : कद्दू के बीज का करें सेवन
आपको शायद जानकर अजीब लगेगा, लेकिन कद्दू का बीज गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें जिंक पाया जाता है जो बच्चे के दिमागी विकास के लिए जरूरी है। शोधकर्ताओं ने निर्धारित किया है कि प्रत्येक 100 ग्राम कद्दू के बीज में 7.99 मिलीग्राम जिंक होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि दुनिया भर में 80 प्रतिशत से अधिक महिलाओं में जिंक की अपर्याप्त मात्रा है। जिंक का कम स्तर कई हार्मोनों के परिसंचारी स्तरों को बदलते हैं। एक्सपर्ट गर्भावस्था के दौरान एक्स्ट्रा जिंक लेने की सलाह भी देते हैं, क्योंकि इससे स्वास्थ्य परिणामों में सुधार होने की संभावना होती है। जिंक गर्भाशय के संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक है। ये सभी संभावित रूप से प्रसव में योगदान कर सकते हैं।
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10. सूरज की रोशनी करेगी गर्भावस्था में बच्चे का विकास
गर्भावस्था के दौरान अगर मां धूप में बहुत कम समय बिताए तो बच्चे की सीखने की क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान मां का अल्ट्रावायलेट-बी (यूवीबी) किरणों का सामना नहीं हो, तो इससे शिशु के दिमाग का विकास प्रभावित होता है। यूवीबी किरणें शरीर में विटामिन-डी के निर्माण में सहायक होती हैं। यह गर्भ में पल रहे दिमागी विकास के लिए बहुत जरूरी है।
ऊपर दिए गए 10 टिप्स को अपनाकर गर्भावस्था में बच्चे का दिमाग तेज कर सकती हैं। वैसे इस दौरान हेल्थ एक्सपर्ट की मदद से आप अपने बॉडी टाइप के अनुसार भी पौष्टिक आहार का सेवन कर सकती हैं। गर्भावस्था में एल्कोहॉल, सिग्रेट या ऐसा कोई भी खाद्य पदार्थ जिससे एलर्जी हो उसका सेवन न करें। इसके साइड इफेक्ट गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों पर पड़ता है। उम्मीद है कि आपको ‘गर्भावस्था में बच्चे का दिमाग’ कैसे तेज किया जाए यह लेख पसंद आया होगा। ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों को प्रेग्नेंसी डायट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें। अगर आपका इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।