हालांकि, आप जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) को नजरअंदाज नहीं कर सकते। क्योंकि, यह मजबूत और स्वस्थ होने का एक हिस्सा है। लेकिन कुछ अन्य तरीके भी हैं हैं जो आपकी इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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वॉर्मअप
अध्ययन के मुताबिक व्यायाम से पहले वार्मअप अपने मसल्स को गर्म करना एक अच्छा उपाय है। इससे मसल्स में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है। आप वार्मअप के लिए कुछ खास तरह के व्यायाम कर सकते हैं। जैसे जॉगिंग, रस्सी कूदना,स्ट्रेचिंग या हलके वजन उठाना आदि। इससे जिम के बाद दर्द(pain after gym) से बचा जा सकता है।

पर्याप्त पानी पीना
पानी शरीर के तापमान को संतुलित रखता है, जोड़ों को ढीला करता है और ऊर्जा पैदा करने के लिए पोषक तत्वों का शरीर में परिवहन करता है। पानी के बिना आपके शरीर को अच्छी परफॉरमेंस में मुश्किल होगी और आपकी मांसपेशियों में क्रैम्प्स आ सकते हैं। यही नहीं शरीर में पानी कम होने से थकावट, चक्कर आना, या अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीना न भूलें।
आराम करें
जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym) से बचने के लिए एक ही मसल ग्रुप के साथ एक जैसे तरीके से व्यायाम करने से पहले 48 घंटे इंतज़ार करें। हालांकि, लाइट या सीमित व्यायाम इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे अगर कोई व्यायाम करने से आपकी मसल सोर हो गयी है, तो उसे अगले कुछ घंटे तक न करें। उसकी जगह हलकी सैर आपके जिम के बाद दर्द (Pain after gym) के लिए अच्छी साबित हो सकती है।
व्यायाम की सही तकनीक का रखें ध्यान
सही तरीके से व्यायाम करने से आप अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेन या किसी भी चोट से बचा सकते हैं। अगर आप एक जिम या हेल्थ क्लब का हिस्सा हैं। तो इसके लिए ट्रेनर या विशेषज्ञ से भी इसके बारे में पूछ सकते हैं। वो आपको वजन को उठाने का सही तरीके के साथ ही मशीन और अन्य चीज़ों को कैसे प्रयोग करना यह भी सीखा देंगे। इससे जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) से भी आपको राहत मिलेगी।
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वर्कआउट के बाद कूल होना है अच्छा उपाय
वर्कआउट के बाद स्ट्रेचिंग करना भी जरूरी है। वर्कआउट के बाद्द आपके मसल्स जब गर्म होते हैं तो अधिक आरामदायक और लचीले होते हैं। ऐसे में स्ट्रेचिंग जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) से बचने का अच्छा उपाय हो सकता है।
अपनी क्षमता के अनुसार ही वर्कआउट करें
हमेशा कोई भी काम अपनी क्षमता के अनुसार ही करना चाहिए। व्यायाम करने की अगर आपकी शुरुआत है तो धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ाएं। जैसे समय के साथ आप वजन की मात्रा बढ़ा सकते हैं। लेकिन, अगर आप शुरुआत में ही वजन की मात्रा बढ़ाते हैं तो आप खुद को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) में राहत पाने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार ही व्यायाम करें।
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RICE (Rest, Ice, Compression, and Elevation)एप्रोच
अगर आपको लगता है कि आपको स्ट्रेन या मोच आई है तो, RICE एप्रोच का प्रयोग करें।
- RICE में R का अर्थ है रेस्ट यानी आराम करना
- I का मतलब है ICE यानी बर्फ
- कम्प्रेशन का अर्थ है दबाना
- एलिवेशन का मतलब है ऊंचाई