के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
गर्दन की मांसपेशियों में एक या अधिक फाइबर या टेंडन्स में अत्यधिक खिंचाव और टीयर होता है तो गर्दन में खिंचाव आ जाता है। यह एक प्रकार की चोट होती है। इसे पुल्ड मसल (pulled muscle) भी कहा जाता है। हालांकि, इसकी तीव्रता क्षतिग्रस्त हुए फाइबर के आकार और जगह पर निर्भर करती है। गर्दन में खिंचाव कुछ दिनों या हफ्तों के भीतर अपने आप ही ठीक हो जाता है। यह दर्द य हल्का से लेकर तेज हो सकता है। गर्दन की मांसपेशियों के कुछ फाइबर में खिंचाव या टीयर आने पर इसे ग्रेड वन में रखा जाता है। वहीं, 90 % मसल फाइबर्स में खिंचाव आने पर इसे ग्रेड-2 इंजरी में रखा जाता है।
गर्दन की मांसपेशी के पूरी तरह से रप्चर हो जाने पर इसे ग्रेड-3 की श्रेणी में रखा जाता है। हालांकि, यह गर्दन में नहीं होता है और इसे गर्दन में खिंचाव के नाम से उल्लेखित नहीं किया जाता है। अचानक या दबाव में गर्दन घुमाने से गर्दन में खिंचाव आ जाता है। ऐसा गिरने या कार दुर्घटना की वजह से हो सकता है। लंबे वक्त तक गर्दन को एक ही स्थिति में रोककर रखने से गर्दन की मांसपेशियों में ऐसा ही दर्द हो सकता है।
गर्दन में खिंचाव एक सामान्य समस्या है। किसी भी आयु वर्ग के लोगों कीं गर्दन में खिंचाव की समस्या आ सकती है। इसकी अधिक जानकारी के लिए आप अपने चिकित्सक से सलाह ले सकते हैं।
उपरोक्त लक्षणों के अलावा भी गर्दन में खिंचाव के कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप गर्दन में खिंचाव के लक्षणों को लेकर चिंतित हैं तो अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श लें।
यदि आपको उपरोक्त लक्षणों या संकेतों का अनुभव होता है या आपका कोई सवाल है तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। हालांकि, इस समस्या में हर व्यक्ति की बॉडी भिन्न तरीके से प्रतिक्रिया देती है। अपनी स्थिति की बेहतर जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लेना उचित रहेगा।
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गर्दन में चोट लगने से इसमें खिंचाव हो सकता है। इस प्रकार की चोट अक्सर आघात (ट्रॉमा) जब पहुंचता है तब सिर पीचे की तरफ (हाइपरएक्सटेंशन) या आगे की तरफ खिंच जाता है। रोटेशन और कंप्रेशन से आने वाली चोट से गर्दन में खिंचाव और कोमल ऊत्तकों में चोट पहुंच सकती है। कार दुर्घटना में अक्सर लोगों का सिर या तो आगे की तरफ हो जाता है या पीछे की तरफ, जिससे उनकी गर्दन में खिंचाव आता है।
एक आम स्थिति में जब सीट बेल्ट लगाए हुए कोई व्यक्ति लगातर गर्दन को आगे या पीछे की तरफ रखता है तो इससे गर्दन में खिंचाव आता है। एक तरफ से पड़ने वाले दबाव से गर्दन दूसरी तरफ मुड़ जाती और दुर्लभ प्रभावों में गर्दन पीछे की तरफ खिंच जाती है।
इस प्रकार के किसी भी मूवमेंट से गर्दन में खिंचाव आ जाता है। दफ्तर में गर्दन झुकाकर या पीछे की तरफ करके काम करने वाले लोगों की गर्दन में खिंचाव आ जाता है। खराब पॉश्चर करके बैठने से भी गर्दन में खिंचाव की समस्या पैदा होती है।
निम्नलिखित कारकों से गर्दन में खिंचाव का खतरा हो सकता है:
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यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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दर्द: गर्दन में खिंचाव आने पर आपको दर्द का अहसास हो सकता है। हालांकि, यह हर मामले में अलग हो सकता है। दर्द का आंकलन करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों पर निर्भर रहेगा।
दर्द कितना तीव्र है, इसके लिए डॉक्टर आपको उसकी ग्रेडिंग 0-10 तक करने के लिए कह सकता है। शून्य में कोई दर्द नहीं होता है, जबकि 10 ग्रेड बदतर दर्द को इंगित करता है। हालांकि, दर्द का विश्लेषण करना मुश्किल होता है। निम्नलिखित लक्षण आमतौर पर चोटिल एनाटोमिक स्ट्रक्चर्स की तरफ इशारा करते हैं:
मेडिकल हिस्ट्री
दर्द की गंभीरता का आंकलन करने के लिए डॉक्टर इसका निदान करने के लिए मेडिकल हिस्ट्री की जांच कर सकता है:
मेडिकल जांच: गर्दन में खिंचाव का पता लगाने के लिए डॉक्टर चिकित्सा जांच जैसे एक्स-रे भी करा सकता है। इससे गर्दन की हड्डी में आए फ्रैक्चर या अन्य चोट का पता लगाया जा सकता है।
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गर्दन में खिंचाव के ज्यादातर मामले अपने आप सेल्फ केयर से ठीक हो जाते हैं। कई लोगों को इसमें विशेष हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं पड़ती है। आराम और लोकल हीट से लक्षणों में राहत मिलती है। पीढ़ित धीरे-धीरे अपनी दिनचर्या में आ सकता है।
यदि गर्दन में खिंचाव का दर्द दो से तीन हफ्तों से ज्यादा रहता है तो ऐसे मामलों में चिकित्सा हस्तक्षेप जरूरी होता है।
ऑस्टेपेथिक मेनिपुलेटिव थेरिपी (Osteopathic manipulative therapy) (मेनुपुलेटिव मेडिसिन में दक्षत्ता प्राप्त डॉक्टर द्वारा की जाती है), चिरोप्राएक्टिक केयर (chiropractic care) , एक्युपंक्चर या फिजिकल थेरेपिस्ट द्वारा इवेल्युएशन थेरिपी दी जा सकती है।
लगातार दर्द से पीढ़ित लोगों के लिए कई प्रकार के इलाज के तरीके उपलब्ध हैं। इसमें होम सर्वाइकल ट्रेक्शन भी है, जिसे फिजिकल थेरेपिस्ट और डॉक्टर के दिशा निर्देशों पर दिया जाता है। यदि आपको इनके रेफ्रल की जरूरत है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
निम्नलिखित घरेलू उपाय आपको गर्दन में खिंचाव में राहत प्रदान करने में मदद करेंगे:
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
डिस्क्लेमर
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