कोरोना बियर वायरस इन देशों में जा रहा है खोजा
जैसा कि हम आपको ऊपर ही बता चुके हैं कि कोरोना नाम की बियर भी है, जो लोगों के मन में कोरोना वायरस को लेकर भ्रम पैदा कर रही है। आपको बताते चले कि कोरोनो बियर का उत्पादन मेक्सिको में होता है। वहीं गूगल सर्च में कोरोना बियर वायरस की खोज फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंडिया, इंडोनेशिया, जापान और न्यूजीलैंड में की जा रही है। सही मायनों में कहा जाए तो ये एक निराशाजनक स्थिति है। जब पूरे विश्व को इस कोरोना वायरस से बचाव के बारे में सही जानकारी लेने चाहिए, ऐसे में लोग कोरोना बियर वायरस के बारे में खोज रहे हैं।
कोरोना वायरस और कोरोनो बियर में केवल एक ही समानता है, वो है उन दोनों का एक जैसा नाम। बाकी कोरोना वायरस, कोरोना बियर पीने से नहीं फैलता है। कोरोना का मतलब क्राउन होता है। ये बीमारी संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती है। साथ ही वुहान में सांप से कोरोना वायरस बीमारी के फैलने की खबर भी सामने आई थी। अब आप भी समझ गए होंगे कि कोरोना बियर वायरस जैसी कोई चीज नहीं होती है। केवल नाम की वजह से लोगों के बीच में भ्रम बना हुआ है।
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कोरोना बियर वायरस: ब्लीच पीने का भी मिल रहा है सुझाव
डेली बीस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ‘ इंटरनेट में ऐसी खबरे भी मौजूद हैं जो कोरोना वायरस से बचने के लिए ब्लीच पीने की सलाह दे रही हैं। मिरेकल मिनिरल सॉल्युशन, मिरेकल मिनरल सप्लीमेंट नाम के प्रोडक्ट को कोरोना वायरस से बचाव के लिए बेचा जा रहा है। ऐसा सामने आया है कि एमएमएस इंडस्ट्रियल ब्लीचिंग एजेंट के माध्यम से बनाया गया है। एफडीए पहले भी मिरेकल मिनिरल सॉल्युशन (एमएमएस) के खिलाफ वार्निंग दे चुका है। साथ ही ये भी कह चुका है कि ऐसे किसी भी प्रोडक्ट न पिया जाए जिसमें सोडियम क्लोराइड और क्लोरीन डाईऑक्साइड मिला हुआ हो। एफडीए को ऐसे लोगों रिपोर्ट भी मिली है, जो लोग एमएमएस पीने की वजह से वॉमिटिंग, डायरिया, लो ब्लड प्रेशर, डिहाइड्रेशन और एक्युट लिवर फेलियर की समस्या से पीड़ित हो गए हैं। बेहतर होगा कि किसी भी प्रकार का कदम उठाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें। आपको बताते चले कि कोरोना वायरस बियर से किसी भी प्रकार से संबंधित नहीं है।