
चीन में फैले कोरोना वायरस के खतरे का असर अब भारत में भी दिखने लगा है। इस संक्रमण से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। ये अब तक दुनिया भर के 830 लोगों को संक्रमित कर चुका है। हाल ही में भारत में कोरोना वायरस के मामले की जानकारी मिली है। महाराष्ट्र में पांच लोगों को लक्षणों के आधार पर डॉक्टरों की निगरानी में स्पेशल वार्ड में रखा गया है। पांच लोगों में से दो लोग करीब 48 घंटे पहले चीन से भारत वापस लौटे थे। उन्हें कुछ ही समय बाद कोल्ड के लक्षण दिखने लगे। माइल्ड कोल्ड को देखते हुए उन्हें तुरंत चिंचपोकली के कस्तूरबा हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है। इस बारे में गुरुवार को आधिकारिक सूत्रों से जानकारी मिली है।
भारत में कोरोना वायरस का खतरा अधिक है क्योंकि चीन हमारा पड़ोसी देश है। वायरस अब तक कई देशों में फैल चुका है। ऐसे में भारत में कोरोना वायरस फैलने की संभावना बढ़ जाती है। भारत में कोरोना वायरस न फैले, उसके लिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि कैसे कोरोना वायरस से बचा जा सकता है और क्या होते हैं इस वायरस के लक्षण।
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भारत में कोरोना वायरस न फैले, इसलिए जांच है जरूरी
संदिग्ध पांच लोगों में से तीन लोग जोगेश्वरी, कल्याण और नालासोपारा से हैं, वहीं दो लोग पुणे के रहने वाले हैं। बीएमसी एक्जीक्यूटिव और हेल्थ ऑफिसर डॉ पद्मजा केस्कर ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कल्याण और नालासोपारा के रहने वाले पैसेंजर्स ने माइल्ड कोल्ड और कफ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वो चीन से लौटे हैं। हमने तुरंत उन्हें चेकअप के लिए डॉक्टरों की निगरानी में रखा है। हम जांच कर रहे हैं कि ये इंफेक्शन के लक्षण हैं या फिर नहीं।
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वहीं राज्य महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप अवाटे ने कहा है कि पेशेंट में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं। दो व्यक्ति चीन के वुहान से लौटे थे। इस वक्त चीन के वुहान में कोरोना वायरस का आतंक फैला हुआ है। कोरोना वायरस अब तक कई देशों में फैल चुका है जिसमें थाइलैंड, जापान, साउथ कोरिया और साउदी अरब शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई में रहने वाले दोनों व्यक्ति वुहान से करीब 1000 किमी दूर रह रहे थे। वो लोग मुंबई बुधवार को शाम चार बजे पहुंचे थे। अभी चेकअप के दौरान किसी भी तरह के कोरोना वायरस फैलने की जानकारी नहीं मिली है। सैंपल को पुणे नेशनल इंस्टूट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेज दिया गया है। महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप अवाटे का कहना है कि भारत में कोरोना वायरस न फैले, इसके लिए मुंबई एयरपोर्ट में 18 जनवरी से वायरस से संक्रमित देशों से लौट रहे लोगों की एयरपोर्ट में जांच की जा रही है।
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भारत में कोरोना वायरस : कैसे करें कोरोना से सुरक्षा
भारत में कोरोना वायरस फैलने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में कोरोना से सावधानी और बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एजवाइजरी जारी की गई है। भारत में कोरोना वायरस को लेकर सरकार भी अब अलर्ट है। बीजिंग में भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बेहतर होगा कि माइल्ड कोल्ड के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। छींक आना, शारीरिक थकान, खांसी, नाक बहना, बुखार, गले में दर्द, सांस फूलना, डायरिया आदि लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इन लक्षणों को इसलिए भी हल्के में न लें क्योंकि कोरोना वायरस का नया प्रकार नोवल कोरोना वायरस फैल रहा है, जिसके बारे में साइंटिस्ट्स भी कम ही जानते हैं।कोरोनो को लेकर वैक्सीन की खोज चालू हो चुकी है।
घर से बाहर निकलें या विदेश यात्रा कर रहे हों तो इन बातों का ध्यान रखें
- घर से बाहर निकलें तो मुंह पर मास्क का प्रयोग करके निकलें।
- हैंड सेनेटाइजर का यूज करें।
- ट्रेवलिंग हो या फिर घर, छींकते या खांसते समय रुमाल का प्रयोग करें।
- जिस भी व्यक्ति को जुखाम, बुखार और इंफेक्शन की समस्या हो, उससे दूरी बनाकर रखें।
- अगर आपको इंफेक्शन के लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बचाव ही वायरस को रोकने का बेहतर विकल्प है।
- जो लोग चीन की यात्रा कर वापस आए हैं, उन्हें खास तौर पर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान रखना चाहिए।
- स्वास्थ्य के बारे में बारीकी से नजर रखें और उसमें जरा-सा भी बदलाव आने पर डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
- चीन के साथ ही अन्य इंफेक्टेड देशों की यात्रा करने के दौरान या उसके बाद आपको छींक, खांसी, बुखार या शारीरिक थकान महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें।
घर के बाहर जाते समय रखें ध्यान
- घर से बाहर जाने पर अपने साथ ताजा खाना रखें और बाहर का खाना न खाएं।
- किसी से भी हाथ मिलाने से बचें और यदि जरूरी भी है तो हाथ मिलाने के बाद हाथों को साबुन से धोएं।
- खांसी और छींक से परेशान मरीज के पास न जाएं। ऐसे में खुद को सुरक्षित रखें और संक्रमण से बचें।
- जानवरों के संपर्क से दूर रहें और मीट का सेवन भी कम करें।
- सरकार की तरफ से जो भी एडवाइजरी जारी की जाए, उसका पालन करें।
भारत में कोरोना वायरस का क्यों हो सकता है खतरा?
कोरोना वायरस की पहचान 1937 में पक्षियों में फैले संक्रामक ब्रोंकाइटिस वायरस से की गई थी। कोरोना वायरस 15 से 30 प्रतिशत तक कॉमन कोल्ड के लिए जिम्मेदार होता है। पिछले करीब 70 सालों में साइंटिस्ट ने ये पाया है कि कोरोना वायरस चूहों, कुत्तों, बिल्ली, घोड़ों, सुअर और कैटल्स को भी संक्रमित कर सकता है। नोवल कोरोना वायरस के लक्षणों को लेकर सबसे पहले चीन ने पिछले साल 31 दिसंबर को WHO को सूचना दी थी। इसके कई मामले वुहान में देखे गए थे। इसके बाद इसे (2019-nCoV) नाम दिया गया है। यह वायरस इसलिए भी खतरनाक हो जाता है क्योंकि यह सार्स और मार्स इंफेक्शन की फैमिली से ही संबंध रखता है। चीन का पड़ोसी देश होने की वजह से भारत पर भी इस वायरस का खतरा है।
भारत में कोरोना वायरस को लेकर लोग सतर्क हो गए है, बेहतर होगा कि आप अधिक जानकारी हासिल करें और वायरस से बचने के लिए उचित प्रयास करें। भारत के डॉक्टर्स ने लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सावधानी रखने की सलाह दी है।
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