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कोरोना वायरस इंफेक्शन का डायग्नोसिस (Coronavirus Diagnosis)
कोरोना वायरस इंफेक्शन को डायग्नोस करने के लिए डॉक्टर या हेल्थ केयर प्रोवाइडर रेस्पिरेट्री स्पेसीमेंस और सीरम (ब्लड का पार्ट) को जांच के लिए लैबोरेट्री भेजेंगे। अगर आपको पहले से ही कोई गंभीर बीमारी है या MERS होने की आशंका है तो लैबोरेट्री टेस्ट जरूरी हो जाता है। अगर आपको उपरोक्त लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और फिर उन्हें अपने हाल ही की यात्राओं और जानवर से संपर्क के बारे में जानकारी दें। फिलहाल अरब प्रायद्वीप में ज्यादातर मामलें MERS-CoV इंफेक्शन के रिपोर्ट किए गए हैं।
ह्युमन कोरोना वायरस (Human Coronavirus, HCoV)
ह्युमन कोरोना वायरस की पहली बार पहचान 1960 में एक पेशेंट की नाक में हुई थी जब उसको कॉमन कोल्ड की समस्या थी। दो व्यक्तियों को ह्युमन कोरोना वायरस कॉमन कोल्ड OC43 और 229E के लिए जिम्मेदार माना जाता है जिन्होंने बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित किया। कोरोना वायरस में ‘कोरोना’ शब्द का मतलब क्राउन यानी ताज की तरह सर्फिस वाला कोरोना (लैटिन शब्द) है।
लोगों में सर्दियों के समय संक्रमण अधिक पाया जाता है। सामान्य सर्दी लगने पर कुछ दिन बाद ठीक हो जाती है, लेकिन कोरोना वायरस का संक्रमण हो जाने पर ये महीनों नहीं सही होता है। अगर सही हो भी गया तो कुछ महीनों बाद फिर से समस्या हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे शरीर में कोरोना एंटीबॉडी लंबे समय तक नहीं रह पाते हैं। यहीं कारण है कि कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को बीमारी की जकड़न से आराम नहीं मिल पाती है।
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कोरोना वायरस से बचाव और ट्रीटमेंट (Coronavirus Treatment)
कोरोना वायरस (Coronairvus) से बचाव संभव नहीं है। इसके नए टाइप पर साइंटिस्ट शोध में लग गए हैं। अगर आपको संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर किसी भी व्यक्ति को ये संक्रमण हो चुका है तो पूरी संभावना है कि आसपास के व्यक्ति भी इस संक्रमण से प्रभावित हो जाए। बेहतर होगा कि इंफेक्शन का पता चलते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और लोगों से दूरी बना लें। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानी एकमात्र उपाय है। अमेरिका में कोविड-19 से बचने के लिए इलाज पर काम शुरू हो चुका है।
- आराम करें और ज्यादा मेहनत वाला काम न करें।
- अधिक मात्रा में पानी पिएं।
- स्मोकिंग न करें और साथ ही ऐसे स्थान में न रहे जहां स्मोकिंग हो रही हो।
- दर्द और बुखार को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन, इबुप्रोफेन या नेप्रोक्सेन लें। बिना डॉक्टर की सलाह के मेडिसिन न लें।
- साफ ह्यूमिडिफायर (Humidifier) या कूल मिस्ट वेपोराइजर का इस्तेमाल करें।
- रेस्पिरेट्री फ्लूइड्स जैसे कि नोज म्युकस और ब्लड सैंपल को टेस्ट के लिए लिया जा सकता है। समय पर कोरोना वायरस जांच कराएं।
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कोरोना वायरस (Coronairvus) कैसे फैलता है?
कोरोना वायरस क्या है और कोविड-19 के लक्षण (Symptoms of COVID-19) क्या हैं, यह तो वैज्ञानिकों ने पता कर लिया। लेकिन कोरोना वायरस का यह प्रकार किस तरह से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, इस पर अभी तक रिसर्च नहीं हुई है। फिर भी डॉक्टर्स कुछ बातों को संक्रमण फैलने की वजह मानते हैं।
- इंफेक्टेड व्यक्ति के मुंह को बिना ढके खांसने या छींकने से हवा में वायरस पहुंच जाता है।
- इंफेक्टेड व्यक्ति से हाथ मिलाने पर भी वायरस आसानी से फैल जाता है।
- संक्रमित जगह को छूने से भी वायरस फैल सकता है। नाक, आंख या मुंह का संपर्क करने भर से ही वायरस फैल जाता है।
- मल के संपर्क में आने पर भी कोरोना वायरस फैल सकता है।
अगर आपको ज़ुकाम के लक्षण नजर आ रहे हैं और कई दिनों तक सुधार नजर नहीं आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जांच के बाद डॉक्टर के बताए नियमों का पालन करें।