क्विज : बच्चा गर्भ में लात (बेबी किक) क्यों मारता है ?
एक्सपर्ट से जानें इस उम्र के बच्चों की देखभाल के जरूरी टिप्स (Important childcare tips)
इस बारे में फोर्टिस अस्पताल मुलुंड के न्यूरोलॉजी विभाग के सलाहकार डॉ धनुश्री चोंकर का कहना है कि बच्चों में बढ़ रहा तनाव उनके हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है। इसका असर उनके व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य दाेनों पर पड़ रहा है। ध्यान रहे कि आपने नियम किशोर के व्यवहार को बेहतर बनाने के लिए बनाएं हैं और उनका उल्लंघन होने पर यदि आप भी उनसे निरादर से बात करेंगे तो वह भी नियम का उल्लंघन ही होगा। युवावस्था में बच्चे के नियम तोड़ने पर उसे डांटने की बजाए उससे इसका कारण जानने की कोशिश करें और धैर्य से उसे समझाएं कि उसने जो किया वह अनुचित था।बढ़ रहे सोशल प्रेशर से बच्चों में स्ट्रेस और भी ज्यादा बढ़ने लगा है। इन सभी कारणों से किशोरों में हिंसा की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। काउंसलर से मिलें। बच्चें से बात करना और उसकी बात समझना ही,इस स्थिति का सबसे अच्छा उपाय है।
स्कूल के बच्चों का स्वास्थ्य (Health of School going Kids) बच्चों की सेफ्टी से भी प्रभावित होता है। बच्चे की सुरक्षा से जुड़े कुछ टिप्स इस प्रकार हैं
साइकिल सेफ्टी (Cycle Safety)
- आपके बच्चे इस उम्र में साइकिल चलाने लगते हैं। ऐसे में उसकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें।
- सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा हर बार हेलमेट पहने। हेलमेट सिर की चोटों को रोकने में मदद करता है।
- सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे की साइकिल सही आकार की है। आपके बच्चे की साइकिल में कोस्टर ब्रेक होने चाहिए।
सड़क सुरक्षा (Road Safety )
- अगर आपका बच्चा खेलने के लिए सड़क या रास्ते पर जाता है तो उसके लिए यह असुरक्षित है। बच्चे को खेल के मैदान या पार्क में ले जाएं।
- सड़क पार करते हुए या सड़क पर जाते हुए हमेशा उसका हाथ पकड़े। बच्चों की हेल्थ (kids Health) के लिए यह आवश्यक है।
पानी से सुरक्षा (Water Safety)
- इस उम्र में आप अपने बच्चे को तैरना सीखा सकते हैं। लेकिन उसे कभी भी अकेले तैरने न दें।
- अपने बच्चे को अकेले किसी भी तरह के पानी (झील, पूल या समुद्र) के आसपास खेलने न दें।
- किसी भी नाव पर जाते हुए सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा एक लाइफ जैकेट (Life Jacket) पहने हुए हो ।
आग से सुरक्षा (Fire Safety)
- घरेलू आग आपके बच्चे के जीवन के लिए खतरा है, साथ ही साथ आपके भी। अपने घर में स्मोक अलार्म लगाएं।
- अपने बच्चे को माचिस या लाइटर से न खेलने दें और इन्हें अपने बच्चे की पहुंच से बाहर रखें।
- इसके अलावा, अपने घर में धूम्रपान न करें, न ही किसी को करने दें।
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कार सुरक्षा (Car Safety)
- कार दुर्घटनाएं आपके बच्चे के जीवन और स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। कम गति पर भी कार के किसी चीज से टकराने या अचानक रुकने पर आपके बच्चे के मस्तिष्क में चोट लग सकती है।
- इन चोटों से सुरक्षा के लिए बच्चे के लिए कार सुरक्षा सीट (Car safety seat) या बूस्टर सीट (booster seats) का प्रयोग करें। इसके साथ ही कार सीट बेल्ट का सही से प्रयोग करें।
उचित और अनुचित स्पर्श (Appropriate and Inappropriate Touch)
- इस उम्र में आप अपने बच्चे को शरीर के अंगों के नाम सिखा रहे होंगे, इसके साथ ही उसे उचित और अनुचित स्पर्श के बारे में भी बताएं।
- उन्हें समझाएं कि किसी को भी उनके निजी अंगों को न छुनें दें। हालांकि उन्हें इसके लिए कुछ अपवादों के बारे में भी बताएं जो किन्हीं कारणों से इन्हें छू सकते हैं जैसे नहलाते हुए मां, पिता या दादी आदि।
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स्कूल जाने वाले बच्चों का खानपान कैसा होना चाहिए (Diet of School going Kids)
बात स्कूल के बच्चों का स्वास्थ्य (Health of School going Kids) के बारे में हो और उसके आहार की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता।
उनका आहार पांच हेल्दी फूड ग्रुप्स में होना चाहिए जैसे सब्जियां, फल, अनाज, डेयरी और प्रोटीन। जानिए, बच्चे को क्या खाना चाहिए:
- ताजे और मौसमी फल
- हरी सब्जियां
- साबुत अनाज
- डेयरी उत्पाद
- प्रोटीन युक्त आहार जैसे अंडे, दूध, दालों, नट्स, स्प्राउट्स
- पानी और अन्य स्वस्थ पेय पदार्थ