बच्चों पर मोबाइल के प्रभाव (Effect of mobile on children) को कम करने के लिए गोपनीयता भी जरूरी
विशेष रूप से सोशल मीडिया ऐप्स का उपयोग करते समय गोपनीयता के स्तर को बनाए रखना आवश्यक होता है। कुछ हद तक माता-पिता द्वारा ऐप्स में ‘ऐप ब्लॉकर्स’ का उपयोग करके इसे लागू किया जा सकता है। साथ ही बच्चों को यह भी बताना चाहिए कि इंटरनेट मैटेरियल इस्तेमाल करते समय कैसे गोपनीयता का ख्याल रखें। उन्हें यह बताना चाहिए कि सोशल साइट्स पर किसी अजनबी से बात नहीं करनी चाहिए और अपने बारे में सूचनाएं पब्लिक नहीं करनी चाहिए।
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लोगों से बात करने के लिए (To talk to people)
बच्चों पर मोबाइल के प्रभाव अब यह जानना बहुत जरूरी है कि अजनबियों से बात करना या चैट करना उनके द्वारा नुकसान पहुंचा सकते हैं। पेरेंट्स को उन बच्चों पर नजर रखने की जरूरत है, जो उनके बच्चों से संपर्क कर रहे हैं।
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फैमिली डेज पर कोई मोबाइल नहीं का नियम नहीं (Tips to reduce the impact of mobile on children)
बच्चों पर मोबाइल के प्रभाव को कम करने के लिए एक यह भी नियम बनाएं कि फैमिली के साथ समय बिताते के समय मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना है। इसके लिए बच्चों को खास तौर पर समझाएं कि फैमिली डिनर या फेमिली टाइम में फोन से दूरी बनाकर रखें। हो सकता है कि आपके बच्चे इस नियम को शुरुआत में न स्वीकारें लेकिन जरूरी है कि बच्चों पर मोबाइल के प्रभाव को उन्हें बताएं और समझाएं कि इसके क्या नुकसान हो सकते हैं। वहीं बच्चों की उम्र के अनुसार आपको इस नियम में बदलाव करने पड़ सकते हैं। जैसे कि टीनएजर्स के लिए यह संभव नहीं है कि वे पूरे फैमिली हॉलीडे या डे आउट पर मोबाइल से दूर रह सकें। ऐसे में जरूरी है कि उन्हें ड्राइव के दौरान फोन के इस्तेमाल की अनुमति दें। लेकिन, साथ ही यह बता दें कि फेमिली एक्टिविटी के समय मोबाइल इस्तेमाल नहीं करना है।
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एडल्ट बच्चों पर मोबाइल के प्रभाव को कम करने के लिए क्या करें (Tips to reduce the impact of mobile on children)
अक्सर देखा जाता है कि टीवी पर अपना शो न देख पाने की स्थिति में बच्चे मोबाइल में व्यस्त हो जाते हैं। ज्यादातर घरों में बड़े-बूढ़े धार्मिक धारावाहिक देखते हैं। उनका सीरियल एक के बाद एक आता रहता है और दिन से शाम तक अपना समय टीवी शो देख कर व्यतीत करते हैं। ऐसे में किशोर बच्चों को टीवी शो जो उनके पसंद का नहीं देखने को मिल पाता हैं। क्योंकि जब हमारे बड़े लोग टीवी देख रहे होते हैं, तो हम उनके टीवी शो टाइम पर अपने पसंद का शो नहीं देख पाते हैं। जिसके लिए पेरेंट्स बच्चे को उनको एक छोटी टीवी दिला सकते है उनके कमरे में जो वो आराम से देख सकें।