नेटफ्लिक्स एडिक्शन से होने वाली समस्याएं
नेटफ्लिक्स एडिक्शन से होने वाली समस्याओं में मानसिक परेशानियां ज्यादा हैं, लेकिन इससे शरीर पर भी नुकसान हो सकता है। जैसे, काफी लंबे समय तक नेटफ्लिक्स या अन्य अन्य वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को देखने से आपका बॉडी पॉस्चर बिगड़ सकता है। चूंकि, आप नेटफ्लिक्स देखते हुए बैठे या लेटे रहते हैं, इसलिए इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर पड़ सकता है और आपकी मसल्स की कार्यक्षमता कम हो सकती है। इसके साथ ही आपको मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है। इसकी वजह से इंसोम्निया, सिरदर्द, गर्दन का दर्द, कमर दर्द आदि भी समस्याएं हो सकती हैं।
इसके अलावा, नेटफ्लिक्स एडिक्शन आपके दिमाग पर सीधा प्रभाव डालता है। इससे चिंता, डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, इससे आपकी सोचने-समझने की शक्ति, क्रिएटिविटी पर भी बुरा असर पड़ सकता है। एडिक्शन होने के बाद लोगों के रोजाना की गतिविधि भी प्रभावित होती हैं। नेटफ्लिक्स एडिक्शन आपके मूड में अचानक बदलाव का जिम्मेदार होता है। आप रियल दुनिया से ज्यादा रील दुनिया के करीब हो जाते हैं और एक समय के बाद आपको अकेला महसूस होने लगता है। आप वेबसीरीज, फिल्म की कल्पना को भी हकीकत मानने लगते हो और जिसकी वजह से आप खुद को भी किसी फिल्म का एक किरदार मान सकते हो।
नेटफ्लिक्स एडिक्शन और बिंच वॉचिंग का हृदय संबंधित समस्याओं से संबंध
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक स्टडी के मुताबिक, नेटफ्लिक्स या टीवी पर बिंच वॉच करने से कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस स्टडी में 3,592 अक्रीकी अमेरिकन पर शोध किया गया, जिसमें पाया गया कि जो लोग चार घंटे से अधिक बिंच वॉच करते हैं, उनमें 2 घंटे से कम नेटफ्लिक्स या टीवी पर स्क्रीन देखने वालों से 50 प्रतिशत अधिक कार्डियोवस्कुलर बीमारियों और प्री-मैच्योर डेथ का खतरा होता है। उनका मानना है कि, ऐसा बिंच वॉचिंग की वजह से शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण हो सकता है।
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नेटफ्लिक्स एडिक्शन से होने वाली कार्डियोवस्कुलर बीमारी से कैसे बचें?
नेटफ्लिक्स एडिक्शन या बिंच वॉचिंग के कारण हम अपना अधिकतर समय सोफे या बेड पर बैठकर या लेटकर बिताते हैं, जिससे हमारी शारीरिक गतिविधियों में कमी आ जाती है और इसके साथ-साथ अस्वस्थ खानपान की संभावना भी बढ़ जाती है। इस कारण हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आप निम्नलिखत उपाय अपना सकते हैं :
- एक्सरसाइज के लिए समय निकालना
- लगातार बैठे या लेटे रहने से बचना
- बीच-बीच में स्ट्रेचिंग या टहलना
- बिंच वॉचिंक के दौरान स्वस्थ खानपान
- डॉक्टर की मदद लेना