NACO के ऑफिशियल डेटा के अनुसार, हर साल लगभग 88,000 नए इंफेक्शन के मामले इस सूची में बढ़ते हैं। साल 1980 से NACO एचआईवी और एड्स से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। साथ ही NACO ने 18 सेंट्रल गर्वनमेंट मिनिस्ट्रीज के साथ एड्स से लड़ने के लिए MOU साइन किया है। ऐसे में एड्स की नई दवा के आने से एड्स से पीड़ित लोगों के लिए एक आशा की किरण साबित होगी।
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एचआईवी (HIV) क्या है
HIV एक वायरस है, जिससे आपको एड्स हो सकता है। HIV वायरस से ग्रसित होने पर शरीर में इंफेक्शन कई सालों तक रह सकता है और इम्यून सिस्टम को कमजोर करता रहता है। एचआईवी और एड्स में बहुत अंतर है। लेकिन, बहुत से लोग इसे एक ही समझते हैं। एचआईवी पॉजिटिव सभी लोगों को एड्स नहीं होता। लेकिन, अगर एचआईवी के बाद एंटीरेट्रोवायरल (Antiretroviral) दवाओं का सेवन नहीं करते हैं, तो एचआईवी इंफेक्शन एड्स में बदल जाता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) के अनुसार इमसें आमतौर पर 10-15 सालों का समय लगता है।
एचआईवी वायरस से ग्रसित बहुत से लोगों को यह पता ही नहीं होता कि उन्हें यह बीमारी है। ऐसे में जब तक उनके इंफेक्शन को डायग्नोज करने के लिए ब्लड टेस्ट नहीं किया जाता, तब तक उनका इलाज भी शुरू नहीं हो पाता।
एड्स (AIDS) क्या है
एड्स की फुल फॉम एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम (Acquired Immuno Deficiency Syndrome) है। अगर एचआईवी का इलाज न किया जाए, तो यह एड्स बन सकता है।