को-एंजाइम Q10 और क्रिएटिन
को-एंजाइम Q10 (CoQ10) और क्रिएटिन नेचुरल केमिकल हैं, जो शरीर के सेल्स को एनर्जी देता है। क्रिएटिन और CoQ10 लेने से एक्सरसाइज टॉलरेंस, सासं की परेशानी में सुधार,सूजन में कमी जैसे फायदे देखें गए हैं।
सीओपीडी एक क्रोनिक स्थिति है, जिसे मैनेज करना मुश्किल हो सकता है। लोग व्यायाम, सांस लेने की तकनीक, आहार की खुराक और आवश्यक तेलों सहित कुछ घरेलू उपचारों का उपयोग करके घर पर अपने लक्षणों को कम कर सकते हैं।
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज का इलाज ऑक्सिजन थेरिपी से भी की जाती है। अगर पेशेंट का ब्लड में ऑक्सिजन लेवल अत्यधिक कम हो जाता है तो मास्क या नेसल कैनुला की मदद से ऑक्सिजन थेरिपी दी जाती है।
सीओपीडी की समस्या अगर गंभीर हो तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं।
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज अगर पुरानी या गंभीर होने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। यह सर्जरी दो तरह की होती है। पहली सर्जरी के दौरान बुलेकटॉमी से सर्जरी की जाती है हुए इसके दौरान एब्नॉर्मल एयर स्पेस को लंग्स से हटाया जाता है। वहीं लंग वॉल्यूम सर्जरी की मदद से फेफड़े के ऊपरी हिस्से में हुए डैमेज को ठीक किया जाता है। अत्यधिक गंभीर स्थिति में लंग ट्रांसप्लांट किया जाता है।
और पढ़ेंः मुंह से जुड़ी 10 अजीबोगरीब बातें, जो शायद ही जानते होंगे आप
जीवनशैली में बदलाव कर इस परेशानी से बचा जा सकता है।
- यदि आप स्मोकिंग करते हैं, तो इसका सेवन बंद कर दें।
- पैसिव स्मोकिंग से भी बच कर रहें।
- आहार विषेशज्ञों की सहायता से डायट प्लान रेडी करवायें और उसे फॉलो करें।
- अपने डॉक्टर से सलाह लेकर एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज उतनी की करें जितनी आवश्यकता हो।
- नियमित रूप से योगा करने से भी लाभ मिलता है।
अगर आप सीओपीडी से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।