के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
सिफलिस एक यौन संचारित रोग (एसटीडी) है, जो बैक्टीरिया के कारण होता है। यह त्वचा, मुंह, यौन अंगों और नर्वस सिस्टम को संक्रमित कर सकता है। अगर इस बीमारी का पता जल्दी लग जाता है, तो इसका का इलाज करना आसान है और इससे कोई स्थायी नुकसान नहीं होता है। लेकिन, इलाज न करने पर, सिफलिस दिमाग, नर्वस सिस्टम और हार्ट सहित अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
आंकड़ों के अनुसार, 2010 के बाद से महिलाओं के बीच सिफलिस की दर में कमी आई है। लेकिन, पुरुषों में विशेष रूप से गे-रिलेशनशिप के पुरुषों में, इस बीमारी का स्तर बढ़ा है।
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स्टेज 1: इस स्टेज में संक्रमण के दो से चार सप्ताह बाद लक्षण दिखने शुरू होते हैं। इसमें दर्द रहित घाव बनते हैं, जहां से बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है। यह घाव अक्सर गुप्तांगों पर होता है। अगर आप इंफेक्टेड साथी के साथ ओरल सेक्स करते हैं, तो यह घाव मुंह में भी देखा जा सकता है। यह आमतौर पर एक से पांच सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाता है।
स्टेज 2: जब किसी कारण संक्रमण का इलाज नहीं हो पता है, तब स्टेज-2 के लक्षण छह से 12 सप्ताह बाद दिखने शुरू होते हैं। इन लक्षणों में बुखार, सिर दर्द, जोड़ों का दर्द, भूख न लगना, गुप्तांगों पर दानें निकलना, मुंह पर लाल चकत्तेदार फुंसियां निकलना, गले में खराश, स्तन में सूजन, कमर और गर्दन में दर्द और थकान आदि होते हैं।
स्टेज 3: 10 से 40 साल के बाद, स्टेज 3 के लक्षण दिखाई देते हैं। उनमें मस्तिष्क और हृदय की क्षति, याद्दाश्त की समस्या और संतुलन की समस्या शामिल हैं। ऐसे अन्य कई लक्षण हैं जिनका उल्लेख नहीं किया जा सकता। यदि आपके पास सिफलिस के दुष्प्रभावों के बारे में कोई प्रश्न हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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आप अपने डॉक्टर को तब दिखा सकते हैं, जब आप या आपके बच्चे को किसी भी असामान्य घाव, गले में खराश या दाने का अनुभव होता है। खासकर अगर यह कमर पर हो। आप अपने डॉक्टर के साथ, सिफलिस से जुड़े खतरों का आंकलन कर, उसे ठीक करने के तरीकों पर चर्चा कर सकते हैं। आप हमेशा अपने डॉक्टर के साथ उपचार और निदान की उन विधियों के बारे में चर्चा करें, जो आपके लिए सबसे अच्छा उपचार हो सकता है।
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सिफलिस नामक रोग ट्रेपोनिमा पैलिडम (Treponema pallidum) नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह संक्रमण आमतौर पर यौन संपर्क से फैलता है। सिफलिस एक ही शौचालय, बाथटब, कपड़ों या खाने के बर्तनों का उपयोग करने से नहीं फैलता।
एचआईवी से संक्रमित व्यक्तियों में सिफलिस फैलने का खतरा बहुत अधिक होता है। एक बार सिफलिस होने के बाद भी, आप इस संक्रमण से ठीक नहीं हो पाते हैं। आपको यह बीमारी दोबारा हो सकती है। सिफलिस का संक्रमण गर्भवती महिलाओं से उनके भ्रूण में भी फैल सकता है।
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यहां दी कोई भी जानकारी किसी भी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह की जगह इस्तेमाल नहीं की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
डॉक्टर आपके गुप्तांग, मुंह और एनस की जांच के बाद आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी पूछ सकते हैं। अगर सिफलिस का कोई घाव आपके शरीर पर मौजूद है, तो डॉक्टर उसका माइक्रोस्कोप से परीक्षण कर सकते हैं।
आपके डॉक्टर, सिफलिस की जांच के लिए एक वीडीआरएल ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं। इस टेस्ट से शरीर में एंटीबॉडी की संख्या का पता चलता है। डॉक्टर आपके हालिया यौन साथी का भी परीक्षण कर सकते हैं।
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नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको सिफलिस से लड़ने में मदद कर सकते हैं:
इस आर्टिकल में हमने आपको सिफलिस से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और सिफलिस से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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