स्टेज1: फफोले फूटने से लगभग 24 घंटे पहले झुनझुनी और खुजली का एहसास होता है।
स्टेज 2: द्रव से भरे फफोले (Fluid-filled blisters) दिखाई देते हैं।
स्टेज 3: फफोले फट जाते हैं और घाव बन जाता हैं।
स्टेज 4: फिर घाव ( sores) सूख जाते हैं और खुजली ( Itching) और दरारें (Cracking)पैदा करते हैं।
स्टेज 5: पपड़ी गिर जाती है और कोल्ड सोर्स के कारण पैदा हुआ घाव भर जाता है।
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हर्पीज लेबियालिस का कब बढ़ जाता है जोखिम?
हर्पीज लेबीयैलज आसानी से फैलने वाला संक्रमण है और करीब 90 प्रतिशत वयस्क इससे संक्रमित हो सकते हैं। कुछ रिस्क फैक्टर इस संक्रमण के जोखिम को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। जानिए कोल्ड सोर्स के रिस्क फैक्टर क्या हैं?
- सन एक्पोजर
- फीवर या फिर कोल्ड
- एचआईवी या एड्स
- कमजोर इम्यून सिस्टम
- कीमोथेरिपी
अगर आप संक्रमित व्यक्ति का टूथब्रश, रेजर, खाना आदि शेयर करते हैं, तो बीमारी का खतरा अधिक बढ़ जाता है। ये वायरस सलाइवा के कॉन्टेक्ट में आने से भी आसानी से फैल जाता है। अगर आपको बुखार आ रहा है या फिर सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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कोल्ड सोर्स (Cold sores) का ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है?
कोल्ड सोर्स से बचने के लिए कोई उपाय नहीं है लेकिन इस संक्रमण के लक्षणों को खत्म किया जा सकता है। कोल्ड सोर्स (Cold sores) का ट्रीटमेंट करने के दौरान निम्निलिखत तरीके अपनाएं जाते हैं।
एंटीवायरल क्रीम का इस्तेमाल (Antiviral ointments)
जब कोल्ड सोर्स के कारण घाव हो जाते हैं, तो उनमें दर्द की समस्या होती है। दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए डॉक्टर एंटीवायरल मरहम (Ointments) इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर पेन्सिक्लोविर (Penciclovir) मरहम दे सकते हैं। आपको घाव में चार से पांच बार मरहम लगाना चाहिए। वहीं ओवर-द-काउंटर क्रीम का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
मेडिकेशन (Medications)
कोल्ड सोर्स का ट्रीटमेंट ओरल एंटीवायरल मेडिकेशन जैसे कि एसाइक्लोविर (acyclovir),वैलेसाइक्लोविर (valacyclovir), फेमिसाइक्लोविर (famciclovir) आदि दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है। आपको डॉक्टर ने जब तक दवा खाने की सलाह दी हो, तब तक दवा जरूर खाएं।