- हेल्दी वेट मेंटेन करें- जरूरत से ज्यादा वजन होने की वजह से भी शारीरिक पीड़ा शुरू हो सकती है। इसलिए वजन को संतुलित बनाये रखें।
- फिजिकल एक्टिविटी- शरीर को सुस्त ना रहने दें। इसलिए फिजिकल एक्टिविटी करते रहें।
- अच्छी नींद- नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार कम सोना भी बॉडी पेन का कारण बन सकता है। इसलिए 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।
- इन पदार्थों से दूरी बनायें- तंबाकू या एल्कोहॉल जैसे खाद्य या पेय पदार्थों का सेवन ना करें।
इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर बड़ी-बड़ी बीमारियों को मात दिया जा सकता है। इस आर्टिकल में आगे जानेंगे पेन रिलीफ की दवाओं के बारे में।
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पेन रिलीफ के लिए कौन-कौन सी दवाएं दी जाती हैं? (Pain relief Medicines)

डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस (Department of Health & Human Services) के अनुसार पेन रिलीफ के लिए निम्नलिखित दवाओं का सेवन किया जा सकता है या डॉक्टर प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इन दवाओं में शामिल है:
- पैरासिटामोल (Paracetamol)- बदन दर्द और बुखार के इलाज में सबसे पहले दी जानी वाली दवाओं में शामिल है पैरासिटामोल (Paracetamol)।
- एस्प्रिन (Aspirin)- सिरदर्द (Headache) या पीरियड्स पेन रिलीफ के लिए एस्प्रिन (Aspirin) प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
- आइबूप्रोफेन (Ibuprofen)- दर्द और सूजन जैसी तकलीफ में दी जाने वाली दवा।
इन दवाओं के अलावा लोकल एनेस्थीसिया, एंटीडिप्रेसेंट या एंटी-एपिलेटिक मेडिसिन प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
नोट: इन ऊपर बताई गई दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें, क्योंकि इनके साइड इफेक्ट्स गंभीर हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही इन दवाओं का सेवन करें। इस आर्टिकिल में आगे समझेंगे पेन रिलीफ दवाओं का शरीर पर नेगेटिव प्रभाव क्या पड़ता है।
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पेन रिलीफ मेडिसिन्स से होने वाले साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Pain relief)
- पैरासिटामोल के डोज से ज्यादा सेवन करने पर स्किन से परेशानी जैसे रैश या लिवर से जुड़ी परेशानी हो सकती है।
- एस्प्रिन के ज्यादा डोज होने पर उल्टी, इंडायजेशन (अपच), जी मिचलना, किडनी डैमेज, अस्थमा अटैक, ब्लीडिंग या पेट के अल्सर का खतरा बना रहता है।
- आइबूप्रोफेन से उल्टी, पेट का अल्सर या फिर एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
ध्यान रखें हर दवा की साइड इफेक्ट्स हो सकती है। इसलिए खुद से खुद का इलाज ना करें और पेन से जुड़ी जानकरी हासिल करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
पेन रिलीफ के साथ-साथ शरीर के कौन से हिस्से में दर्द है, इसे समझना जरूरी है, क्योंकि तभी आप डॉक्टर को बेहतर तरीके से एक्सप्लेन कर पाएंगे। इसलिए निम्नलिखित बातों को जरूर समझें। जैसे:
डॉक्टर से कब कंसल्ट करना चाहिए?
पेन रिलीफ के लिए अगर घरेलू उपाय से राहत न मिलने पर निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से जरूर मिलें। जैसे:
- दो से तीन सप्ताह से ज्यादा दर्द रहना
- दर्द की वजह से तनाव (Tension), एंग्जाइटी या डिप्रेशन जैसी स्थिति होना
- रिलैक्स महसूस ना करना
- दर्द की वजह से नींद नहीं आना
- एक्सरसाइज या योग नहीं कर पाना
- दैनिक कार्यों को करने में कठिनाई होना
इन ऊपर बताई स्थिति होने पर देर न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। और अब नीचे दर्द से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न आपसे साझा कर रहें हैं। इन प्रश्नों को जरूर समझें।
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दर्द से जुड़ी खास जानकारी, जो आपको जरूर जानना चाहिए
- आपको शरीर के कौन से हिस्से पर दर्द है?
- दर्द कब शुरू होता है और कब खत्म या लगातार बना रहता है?
- क्या आप दर्द सहन कर सकते हैं?
- दर्द के साथ-साथ या दर्द शुरू होने से पहले आपको अन्य परेशानी महसूस होती है?
- क्या किसी खास परिस्थिति में तकलीफ बढ़ जाती है?
- आपने कौन-कौन सी दवाइयों का सेवन किया है और उसका कितना फायदा मिला?
इन बातों का ध्यान जरूर रखें, जिससे आपका इलाज बेहतर तरीके से किया जा सकेगा और आपको जल्द से जल्द लाभ भी मिलेगा। अगर आप पेन रिलीफ (Pain Relief) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।