नैट्रम फॉस (Natrum – Phos) सोडियम फास्फोरस के फॉस्फेट के रूप में भी जाना जाता है। यह लैक्टिक एसिड में बढ़ोतरी के कारण होने वाले लक्षणों के इलाज में उपयोगी माना जाता है। एसिडिटी के बढ़ने और इससे जुड़ी समस्याओं का उपचार इसके द्वारा किया जाता है। यह अपच, डिस्पेप्सिया और चक्कर आने जैसी समस्याओं में भी उपयोगी माना जाता है।
गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथी ट्रीटमेंट: नक्स वॉम (Nux- vom)
नक्स वॉम (Nux- vom), यह इसी नाम से एक सदाबहार पेड़ से आता है, जो चीन, पूर्वी भारत, थाईलैंड और ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। इसके कच्चे बीज, उनके जहरीले स्वभाव के कारण ‘पोईजन नट’ के नाम से जाने जाते हैं। उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए सेवन से पहले इन्हें प्रोसेस किया जाता है। सप्लिमेंट के रूप में उपयोग किए जाने वाले नक्स वॉम (Nux- vom) को गोली या पाउडर के रूप में लिया जा सकता है। नक्स वॉम का उपयोग अक्सर गैस्ट्रिक स्थितियों में किया जाता है, जो खाने के बाद पेट दर्द का कारण बनता है। इसके अलावा मतली, उल्टी, मोशन में गड़बड़ी में भी ये इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथी ट्रीटमेंट : आर्सेनिक एल्ब (Arsenic –Alb)
आर्सेनिक एल्ब (Arsenic –Alb) मुख्य रूप से एसिडिटी, अपच, और पेट की अन्य बीमारियों के उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है। यह श्वसन समस्याओं के उपचार में भी मदद करता है, जिसमें गले में संक्रमण, गले में खराश, और खांसी के कारण सांस लेने में कठिनाई जैसी दिक्कतों का सामवेश होता है। यह एक संक्रमण के बाद बुखार और कमजोरी को कम करने में भी मदद कर सकता है। इस दवा को लेने से आपको संक्रमण के खिलाफ अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
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गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथी ट्रीटमेंट : रोबिनिया (Robinia)
रोबिनिया (Robinia), हायपर एसिडिटी के उपचार के लिए एक प्रभावी होम्योपैथी उपचार है। रोबिनिया एक हर्बल मेडिसिन है, जो हायपर एसिडिटी से जुड़े कई लक्षणों को ठीक करता है, जैसे कि मतली, अपच और सिरदर्द, इत्यादि। यह जले हुए घावों के इलाज में भी सहायक साबित होता है।
गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथी ट्रीटमेंट : फॉस्फोरस (Phosphorus)
फॉस्फोरस (Phosphorus) का इस्तेमाल गैस्ट्रिक स्थितियों में किया जाता है, खास तौर पर उन लोगों के लिए, जो अपच, सूजन या गैस और पेट में जलन का अनुभव करते हैं। इसके अलावा इसका उपयोग चिंता, अल्जाइमर रोग और श्वसन संबंधी विकारों जैसे ब्रोंकाइटिस और अस्थमा का उपचार करने के लिए किया जाता है। यह छाती में जमाव से राहत देता है और सांस लेने में की समस्या में भी मदद करता है।
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इस तरह गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। गैस्ट्राइटिस के लक्षणों के अनुसार आपको इलाज की जरूरत पड़ सकती है, ऐसे में आप डॉक्टर से संपर्क करके गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथी ट्रीटमेंट (Homeopathic treatment for Gastritis) ले सकते हैं। गैस्ट्राइटिस के लिए होम्योपैथिक ट्रीटमेंट एक आसान मगर प्रभावी इलाज माना जाता है, इसलिए समय रहते गैस्ट्राइटिस की समस्या का इलाज करना आपके लिए जरूरी होगा।