लिवर बायोप्सी एक प्रक्रिया है जिसमें सुई की मदद से लिवर से टिशू का नमूना लिया जाता है। फिर इसे लैब में भेजा जाता है मूल्यांकन के लिए जिससे डॉक्टर को कई तरह के रोगों और लिवर की बीमारियों के निदान में मदद मिलता है।
पर्क्यूटेनियस लिवर बायोप्सी का सबसे आम तरीका है जिसमें पेट के माध्यम से एक पतली सी सुई डालकर लिवर से टिशू का छोटा सा टुकड़ा निकाला जाता है। लिवर बायोप्सी के दो अन्य तरीके भी हैं- एक में गर्दन की नस (ट्रांसजुगुलर) का इस्तेमाल होता है जबकि दूसरे में पेट में छोटा चीरा (लैप्रोस्कोपिक) लगाकर सुई से लिवर का टिशू निकाला जाता है।
लिवर बायोप्सी किसी तरह की क्षति और बीमारी के संकेतों की पहचान के लिए किया जाता है। यह लिवर की बीमारी की गंभीरता भी निर्धारित करता है।
डॉक्टर आपको लिवर बायोप्सी की सलाह देगा यदि आपकाः
लिवर बायोप्सी आमतौर पर लिवर की कुछ बीमारियों के निदान और उनका स्टेज पता करने के लिए भी कियाजाता है जिसमें शामिल हैं-
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लिवर बायोप्सी हर किसी के लिए नहीं होता। इसकी सलाह नहीं दी जाती यदिः
बायोप्सी वाली जगह पर आपको थोड़ा दर्द महसूस होगा और असहज महूसस होगा। आपके कंधे और पीठ में भी दर्द हो सकता है। यदि ज़रूरी हुआ तो आपको पेन किलर दिया जाएगा।
अनुभवी डॉक्टर द्वारा लिवर बायोप्सी किया जाना बिल्कुल सुरक्षित है। इसके संभावित जोखिम:
ट्रांसजुगुलर प्रक्रिया में एक पतली ट्यूब को गर्दन की बड़ी नस में डाला जाता है जो लिवर से गुजरता है। ट्रांसजुगुलर लिवर बायोप्सी से जुड़े जोखिमः
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लिवर बायोप्सी के लिए तैयारी करते समय आपको:
प्रक्रिया से कुछ हफ्ते पहले एस्प्रिन न लें, एस्प्रिन वाले उत्पाद या एंटी इंफ्लामेट्री ड्रग्स (जैसे आईब्रूफेन, एडविल, मोट्रिन, नैप्रोसिन आदि) न लें जब तक डॉक्टर इसकी सलाह न दें। डॉक्टर की सलाह के बिना पहले से ली जाने वाली कोई दवा भी बंद न करें।
लैब टेस्ट लिवर बायोप्सी के दिन या उससे 2-3 दिन पहले किया जा सकता है, जैसे डॉक्टर कहे। इन टेस्ट में ब्लड काउंट, प्लेटलेट काउंड और खून के थक्का जमाने की क्षमता का परीक्षण किया जाता है।
इस प्रक्रिया में सिर्फ 5 मिनट लगते हैं। आपको ऑब्ज़र्वेशन के लिए 4 घंटे रिकवरी रूम में रखा जा सकता है।
यह टेस्ट अस्पताल या अन्य स्वास्थ्य केंद्र पर किया जा सकता है। इसके लिए आपको सुबह जल्दी आना होगा। हेल्थ टीम आपकी मेडिकल हिस्ट्री और ली जाने वाली दवाओं की जांच करेगी।
बायोप्सी से तुरंत पहले आपको:
लिवर बायोप्सी के चरण इसके लिए अपनाए गए तरीकों के आधार पर अलग हो सकती है:
बायोप्सी के बाद आप उम्मीद कर सकते हैं:
लिवर बायोप्सी बारे में किसी तरह का प्रश्न होने पर और उसे बेहतर तरीके से समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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लैब में विशेषज्ञ डॉक्टर (पैथोलॉजिस्ट) आपके लिवर टिशू की जांच करेगा। वह इसके ज़रिए लिवर की बीमारी या किसी तरह की क्षति का पता लगाता है। बायोप्सी का परिणाम कुछ दिनों से एक हफ्ते के अंदर आ जाता है।
परिणाम आने के बाद डॉक्टर इसके बारे में आपको समझाएगा।आपकी लिवर की बीमारी का निदान किया जाता है या उसकी गंभीरता के आधार पर इसे ग्रेड नंबर दिए जाते हैं- बहुत थोड़ा, सामान्य या गंभीर। यदि आपको किसी तरह के इलाज की ज़रूरत है तो डॉक्टर इस बारे में आपसे बात करेगा।
सभी लैब और अस्पताल के आधार पर लिवर बायोप्सी की सामान्य सीमा अलग-अलग हो सकती है। परीक्षण परिणाम से जुड़े किसी भी सवाल के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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