इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम electrocardiogram (EKG) ये टेस्ट यह देखने के लिए कि मरीज का हृदय ठीक से काम कर रहा है या नहीं।
चेस्ट एक्स रे (chest X-rays) यह इंफेक्शन या किसी प्रकार के डैमेज का पता लगाने के लिए किया जाता है।
आर्टियल ब्लड गैस (arterial blood gas) यह ये पता लगाने के लिए किया जाता है कि मरीज के ब्लड में कितनी ऑक्सिजन और कार्बनडाइऑक्साइड है।
अगर ब्रीदिंग से जुड़ी कोई गंभीर परेशानी है तो डॉक्टर आपको सप्लिमेंटल ऑक्सिजन दे सकते हैं।
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नेजल फ्लेरिंग का उपचार कैसे किया जाता है? (treatment for nasal flaring)
अगर डॉक्टर के परीक्षण के बाद नेजल फ्लेरिंग का कारण अस्थमा पता चलता है तो मरीज का ट्रीटमेंट अटैक की गंभीरता के आधार पर किया जाता है। मरीज को अस्थमा का इलाज करने वाले किसी स्पेशलिस्ट के पास जाने के लिए भी कहा जा सकता है। आपका आगे चलने वाला ट्रीटमेंट इस पर निर्भर होगा कि मरीज के लक्षण किस प्रकार मैनेज हो रहे हैं। अस्थमा के लक्षणों को एक डायरी में लिखना जो इसे ट्रिगर करते हैं इसको मैनेज करने का आसान तरीका साबित हो सकता है। वायुमार्ग की सूजन से राहत देने के लिए इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Inhaled corticosteroids) सबसे आम अस्थमा उपचार है। डॉक्टर क्विक रिलीफ इनहेलर भी प्रिस्क्राइब कर सकते हैं जो अटैक में तुरंत आराम पहुंचाएगा।
मरीज के उपचार में नेब्युलाइजर (Nebulizers) भी शामिल हो सकता है जिसमें लिक्विड मेडिकेशन को मिस्ट (Mist) में बदल दिया जाता है और उसे बाद में इनहेल किया जाता है। इनहेलर से मेडिकेशन डिलिवर होने में 5 मिनट का समय लगता है।
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नेलज फ्लेरिंग से जुड़े रिस्क क्या हैं?
नेलज फ्लेरिंग सांस लेने में परेशानी होना का संकेत और वायुमार्ग के प्रतिरोध को कम करने के लिए नाक को चौड़ा करने का प्रयास है। ज्यादातर केस में इलाज ना होने पर स्थितियां बिगड़ सकती हैं। नेजल फ्लेरिंग बच्चों में गंभीर हो सकती है और उन्हें इमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत भी पड़ सकती है। नेजल फ्लेरिंग के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं या इनहेलर्स से किसी प्रकार के परिणाम दिखाई नहीं देते। इसलिए इसका उपचार जल्द से जल्द कराना बेहतर होगा।
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