जरूरत पड़ने पर आपका डॉक्टर फिजिकल एग्जामिनेशन कर सकता है। इसके अलावा इमेजिंग स्टडी जैसे एमआरआई, सिर का सीटी स्कैन की जांच कर साइनस से इंफेक्शन की जांच की जाती है। कई केस में डॉक्टर आपको ब्लड सेंपल की जांच या फिर पिंपल के तरल की जांच की सलाह दे सकता है। इन सैंपल की लैब में जांच कर यह पता लगाया जाता है कि कहीं इनमें कोई बैक्टीरिया तो नहीं, यदि बैक्टीरिया है तो उसकी प्रजाति के बारे में पता किया जाता है। तमाम जानकारी के बार एंटीबायटिक देकर मरीज का इलाज किया जाता है। जरूरी है कि ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टरी सलाह जरूर ली जाए।
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नाक में पिंपल का यह है इलाज
कारणों की जानकारी हासिल करने के बाद ही नाक में पिंपल का इलाज किया जाता है। प्राकृतिक तौर पर होने वाले एक्ने पिंपल घरेलू उपचार से ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए एंटीबायॉटिक दवा दी जाती है। दवाओं में एंटीबाॅयटिक ओएंटमेंट्स जैसे बैक्टेरीसिन (bacitracin), मरफिरोसिन (murpirocin) दवा देकर इलाज किया जाता है। कुछ इंफेक्शन इतने गंभीर हैं कि उसका इलाज करने के लिए मरीज को अस्पताल में एडमिट तक करना पड़ सकता है। कुछ रेयर मामलों में सूजन को कम करने के लिए पिंपल को सर्जिकली ट्रीटकर पस बहाया जाता है।
नाक की फुंसी को फोड़ने के दुष्प्रभाव
नाक में पिंपल को यदि आप फोड़ दें तो उसके कारण जान भी जा सकती है, सुनने में भला ही यह आपको अजीब लगे, लेकिन हकीकत में ऐसा हो सकता है। क्योंकि इंफेक्शन नाक से होते हुए शरीर में जा सकता है जिसके कारण बीमारी का रिस्क बढ़ जाता है। वहीं स्किन को फोड़ने पर आपको आराम का एहसास हो सकता है, लेकिन रिस्क है कि कुछ इंफेक्शन स्किन की निचली सतह पर ही बच जाए। वहीं इसके कारण नए पिंपल भी आ सकते हैं। कई मामलों में यह भद्दा दिखता है। वहीं ऐसा करने से आपका चेहरे में हमेशा के लिए दाग बन जाते हैं। वहीं स्किन में लंबे समय तक डार्क धब्बा बन जाता है।
नाक में फुंसी के उपचार
नाक में पिंपल का उपचार करने के लिए कई प्रकार के उपाय हैं। पेन रिलीवर लेकर भी दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आईब्रूफेन (Ibuprofen,Advil) यह एक प्रकार का नॉन स्टोराइडल एंटी इंफ्लमेंटरी ड्रग्स की श्रेणी में आता है। एसे में नाक में पिंपल की समस्या हो तो आईब्रूफेन या एडविल और एस्टेमाइनोफिन (Acetaminophen) या थेनॉल (Tylenol) दवा डॉक्टरी सलाह के बाद ली जा सकती है।
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गर्म सेक हो सकता है फायदेमंद
नाक में फुंसी की समस्या होने पर गर्म कपड़ा कर सेक देने से आराम महसूस हो सकता है। यदि कोई दिन में तीन बार 15-20 मिनटों तक गर्म सेक अप्लाई करता है तो उसे काफी आराम महसूस होता है।
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