इस तकलीफ से बचने के लिए कौन-कौन से उपाय किये जा सकते हैं?
क्रॉनिक ब्रॉन्कायटिस से बचने के लिए आपको बीमारी का इलाज समय पर करवाना चाहिए। मेडिकल ट्रीटमेंट और लाइफस्टाइल में सुधार कर इस बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। मेडिकल ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर कुछ मेडिसिंस देने के साथ ही लाइफस्टाइल संबंधित सलाह भी देंगे। क्रॉनिक ब्रॉन्कायटिस से पीड़ित लोगों को सांस लेने में समस्या होती है। ऐसे में डॉक्टर पेशेंट को इनहेलर का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। इनहेलर पंप में दवा का इस्तेमाल किया जाता है, जो सीधे फेफड़ों में पहुंचती है। डॉक्टर मेडिसिन का इस्तेमाल करने की सलाह इसलिए देते हैं ताकि एयरवेज मसल्स में हो रही समस्या से निपटा जा सकते और सांस लेने में समस्या न हो। डॉक्टर स्टेरॉयड लेने की सलाह भी दे सकते हैं। इन्हें इनहेलर या पिल्स के रूप में लिया जा सकता है। डॉक्टर पल्मोनरी रिहेबिलिटेशन प्रोग्राम की हेल्प से ब्रीथिंग प्रॉब्लम को ठीक करने की कोशिश करते हैं। अगर आप स्मोकिंग (Smoking) अधिक करते हैं, तो डॉक्टर आपको स्मोकिंग छोड़ने के लिए कहेंगे। आप डॉक्टर से इस बारे में अधिक जानकारी ले सकते हैं।
ऑक्सीजन थेरिपी (Oxygen therapy) की पड़ सकती है जरूरत
क्रॉनिक ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis) की समस्या होने पर सांस लेने में समस्या होती है, इसलिए ऑक्सीजन शरीर में ठीक तरह से नहीं पहुंच पाती है। ऐसे में ऑक्सीजन थेरिपी की जरूरत पड़ सकती है। अगर मेडिसिन देने के बाद भी पेशेंट को आराम नहीं पहुंच रहा है और उसे सांस लेने में समस्या हो रही है, तो डॉक्टर ऑक्सीजन थेरिपी दे सकते हैं। ऑक्सीजन थेरिपी की मदद से शरीर को ऑक्सीजन की कमी नहीं होती है। आप इस बारे में डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
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इससे बचने के लिए डायट (Diet) का ध्यान कैसे रखें?
क्रॉनिक ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis) होने पर आपको अपने खाने का खास ध्यान रखने की जरूरत है और इसके लिए अपने डॉक्टर से भी सलाह भी लेनी चाहिए। आपको खाने में फल और सब्जियां (Fruit and Vegetables) शामिल करनी चाहिए। खाने में फाइबर (Fiber) युक्त आहार शामिल करें। आप प्रोटीन का सेवन करने के लिए मांस, मछली, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट और दालों का सेवन कर सकते हैं। साथ ही खाने में कैल्शिय को शामिल करने के लिए दूध, पनीर, दही आदि को भी शामिल करें। आपको विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा लेनी चाहिए, ताकि सूजन की समस्या से निजात पाया जा सके। आपको खाने में सैचुरेटेड फैट, कैफीन युक्त पेय पदर्थ जैसे कि चाय और कॉफी, स्पाइसी फूड, अधिक नमक वाले फूड्स और प्रोसेस्ड फूड्स को नहीं खाना चाहिए।
कौन-सी एक्सरसाइज इस बीमारी में पहुंचा सकती है फायदा?
क्रॉनिक ब्रोन्किइक्टेसिस की समस्या से निपटने के लिए दवाइयों का सेवन करने के साथ ही लंग एक्सरसाइज भी करनी चाहिए ताकि आपके फेफड़ों को स्ट्रेंथ मिल सके।आपको पल्मोनरी ब्रीथिंग एक्सरसाइज (Pulmonary breathing exercises ) करनी चाहिए, ताकि फेफड़ों को ताकत मिले और सांस लेने में किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। आप चाहे तो एक्सपर्ट से मदद लेकर योग भी कर सकते हैं। आप रोजाना वॉक, सायकिलिंग, काल्फ रेजेज (Calf Raises), लेग एक्सटेंशन (Leg Extensions), ताई ची (Tai Chi) आदि को शामिल कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इस बारे में एक्सपर्ट से जानकारी प्राप्त करें।
लाइफस्टाइल में कौन से बदलाव करना चाहिए?