और पढ़ें: कब्ज में परहेज: सारी दिक्कतें हो जाएंगी नौ, दो, ग्यारह!
वजन करें कम (Lose Weight)
आप को ये तो पता ही होगा कि अधिक वजन के कारण एक नहीं बल्कि बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हार्टबर्न उन्हीं में से एक है। मसल्स स्टमक एसिड को वापस भोजन नली में जाने से रोकने का काम करता है। अगर बैली फैट अधिक होगा, तो एब्डॉमेन में अधिक दबाव के कारण एसोफेजियल स्फिंटर (esophageal sphinter)एसिड को ऊपर की ओर धकेलता है। इस कंडीशन को हेटस हर्निया (hiatus hernia) के रूप में जाना जाता है। हेटस हर्निया के कारण गर्भवती महिलाओं और अधिक बैली वाली महिलाओं को हार्टबर्न की समस्या पैदा होती है। अगर वजन कम कर लिया जाए, तो हार्टबर्न की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन कर दे बंद
एल्कोहॉल के सेवन से शरीर को बहुत से नुकसान पहुंचते हैं। एल्कोहॉल का सेवन करने से एसिड रिफ्लक्स (acid reflux) और हार्टबर्न (heartburn) की समस्या भी पैदा होती है। एल्कोहॉल के सेवन से स्टमक एसिड बढ़ जाता है। स्टडी में भी ये बात सामने आ चुकी है कि एल्कोहॉल का सेवन करने से सीने में जलन की समस्या बढ़ जाती है। बेहतर होगा कि आप प्लेन वॉटर लें और हार्टबर्न से छुटकारा पाएं।
कहीं कॉफी (Coffee) के शौकीन तो नहीं आप?
कॉफी का कम मात्रा में सेवन भले ही शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है लेकिन अधिक मात्रा में कॉफी आपके सीने में जलन पैदा कर सकती है। कॉफी लोअर एसोफेजियल स्फिंक्ट (esophageal sphinct) को कमजोर बनाती है और एसिड रिफलक्स का रिस्क भी बढ़ाती है। अगर आप अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करते हैं, तो आपको कॉफी छोड़ने के बजाय उसकी मात्रा कम कर देनी चाहिए। आप दिन में एक बार कॉफी का सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको हार्टबर्न की समस्या में राहत मिलेगी।
और पढ़ें: इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) का यूनानी इलाज कैसे किया जाता है?
कच्चा प्याज (Raw Onion) भी पैदा कर सकता है सीने में जलन
रॉ ओनियन यानी कच्चा प्याज लोग अक्सर खाने के साथ सलाद के रूप में खाते हैं। जिन लोगों को हार्टबर्न की समस्या रहती है, उन्हें कच्चा प्याज खाने से बचना चाहिए। स्टडी में ये बात सामने आई है कि कच्चा प्याज खाने से हार्टबर्न की समस्या बढ़ जाती है। प्याज में मौजूद फरमेंटेबल फाइबर (fermentable fiber) अधिक गैस बनाने का काम करते हैं। कच्चा प्याज भोजन नली में भी जलन पैदा कर सकता है। बेहतर होगा कि आप इसे खाने में न शामिल करें।
खट्टे जूस (Citrus Juice) को कहें न
करीब 400 जीईआरडी (GERD) पेशेंट में की गई स्टडी में ये बात सामने आई कि खट्टे फलों का सेवन हार्टबर्न के लक्षणों को बढ़ाने का काम कर सकता है। आपको खाने में संतरा, नींबू आदि का सेवन न करें वरना भोजन की नली में सूजन की समस्या बढ़ सकती है। अगर आपको इस संबंध में कोई भी जानकारी चाहिए, तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से जानकारी लें।
[mc4wp_form id=”183492″]
मिंट (Mint) बढ़ा सकती है हार्टबर्न के लक्षणों को
मिंट का सेवन करने से भले ही ठंडक और ताजगी की एहसास होता हो लेकिन मिंट का सेवन हार्टबर्न के लक्षणों को बढ़ाने का काम कर सकता है। अगर आप सीने में जलन की समस्या से परेशान हैं, तो खाने में मिंट का सेवन बिल्कुल न करें। मिंट भोजन की नली में समस्या पैदा कर सकती है।
न सोएं दाई करवट (Right Side)
कई स्टडी से ये बात सामने आई है कि दाहिनी ओर सोने से रात में रिफ्लक्स के लक्षण अधिक बढ़ सकते हैं। जब आप दाहिनी ओर लेटते हैं, तो स्टमक एसिड निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर को कवर करता है, इसके माध्यम से एसिड लीक होने और रिफ्लक्स होने का खतरा बढ़ जाता है। बेहतर होगा कि आप लेफ्ट साइड लेटें। आप इस उपाय को जरूर अपनाकर देखें।
और पढ़ें: कॉन्स्टिपेशन और बढ़ता वजन, क्या पहली मुसीबत दूसरी का कारण बन सकती है?
हार्टबर्न की समस्या हो तो लें ये डायट
आपको खाने में ऑयली फूड को इग्नोर करना चाहिए। आप खाने में फ्रेश वेजीटेबल्स को एड कर सकते हैं। साथ ही लो फैट और शुगर फूड आपकी सेहत के लिए बेहतर रहेंगे। आपको खाने जिंजर, ओटमील, नॉनसिट्रिक फ्रूट्स, लीन मीट, सीफूड्स, एग वाइट और हेल्दी फैट्स का सेवन करना चाहिए। ये फूड्स आपको हार्टबर्न की समस्या से राहत दिलाने का काम करेंगे। अगर आप सोने के तीन से चार घंटे पहले खाना खाते हैं, तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहेगा। खानपान में बदलाव कर आप सीने में जलन की समस्या से काफी हद तक कम कर सकते हैं। खाने के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन भी करें।
आपको खाने में फैटी फूड्स, डीप फ्राई फूड्स, जल्दबाजी में खाने और अनहेल्दी फूड से दूर रहना होगा। ये सभी हार्टबर्न की समस्या को बढ़ाने का करती है। बेहतर होगा कि आप पौष्टिक आहार खाएं और ऐसे फूड्स से दूरी बनाएं, जो हार्टबर्न के लक्षणों को बढ़ाने का काम करते हो। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।