ज्यादातर ऊपर बताये लक्षण इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के ही होते हैं, लेकिन कभी-कभी इन लक्षणों के अलावा अन्य लक्षण भी हो सकते हैं।
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इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (ISB) के कारण क्या हैं?
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के कारण (Cause of Irritable bowel syndrome) निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
1. आंत के मांसपेशियों का आपस में सिकुड़ना (Muscle contractions in the intestine): आंतों की दीवार मांसपेशियों की परतों से जुड़ी होती हैं, जो खाने को आंतों की मदद से डायजेस्टिव ट्रैक्ट तक पहुंचाने का काम करती है। अगर कोई व्यक्ति इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से पीड़ित है, तो संकुचन के समय में सामान्य से ज्यादा वक्त लग सकता है। इसी कारण पेट दर्द, गैस, दस्त और सूजन की समस्या शुरू होने लगती है।
2. नर्वस सिस्टम (Nervous System): अगर आप सोच रहें कि नर्वस सिस्टम और डायजेशन का क्या तालमेल है? दरअसल जब पेट में गैस या किसी अन्य कारणों से खिंचाव होने लगता है, तो नर्वस सिस्टम और डायजेस्टिव सिस्टम आपस में ठीक तरह से तालमेल नहीं बैठा पाते हैं और जब स्थिति शुरू होती है, तो धीरे-धीरे पेट दर्द, कब्ज या दस्त की तकलीफ शुरू होने लगती है।
3. इंटेस्टाइन में सूजन (Inflammation in the intestines): कई बार पेट दर्द या डायरिया की शिकायत इंटेस्टाइन में मौजूद इम्यून सिस्टम सेल्स के बढ़ जाने के कारण होता है, जिससे इंटेस्टाइन में सूजन की परेशानी शुरू हो जाती है।
4. गंभीर संक्रमण (Severe Infection): बैक्टीरिया या वायरस के कारण दस्त की गंभीर परेशानी होने के बाद इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या शुरू हो सकता है। आईबीएस आंतों में मौजूद ओवरग्रोथ बैक्टीरियल के साथ भी जुड़ा हो सकता है।
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के ऊपर बताये ये खास कारण हो सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि इस बीमारी से निजात नहीं पाया जा सकता। इस आर्टिकल में आगे समझेंगे इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम का यूनानी इलाज कैसे किया जाता है।