हमारा शरीर एक मशीन की तरह है, जिसे अगर सही पोषण न मिले तो इसमें खराबी आ सकती है। कुछ शारीरिक समस्याएं ऐसी होती हैं, जिनके बारे में हम अधिक नहीं जानते, जैसे कूबड़। कूबड़ की समस्या आम नहीं है, लेकिन फिर भी यह किसी को भी हो सकती है। कूबड़ हमारे गर्दन या कमर के ऊपरी हिस्से में जमा होने वाला मांस होता है। इसके कारण शरीर के पॉश्चर का खराब होना, रीढ़ की हड्डी का झुक जाना या फैट जमा होना आदि हो सकता है। वैसे कूबड़ की समस्या बुजुर्ग महिलाओं में सबसे ज्यादा देखी जाती है, साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों में यह परेशानी अधिक होती है।
हालांकि इसके लिए आपको डॉक्टर कई सलाहें दे सकते हैं, जैसे दवाइयां, सर्जरी आदि। लेकिन कूबड़ के लिए व्यायाम भी हैं जिन्हे करने के बाद आप कूबड़ से छुटकारा पा सकते हैं। जानिए कूबड़ के लिए व्यायाम के बारे में।
इन ऊपर बताये कारणों की वजह से कूबर की समस्या हो सकती है।
कूबड़ से राहत पाने के लिए करें ये 5 एक्सरसाइज
कूबड़ या हंप के उपचार के तौर पर नीचे बताई गई एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद साबित होंगी।
1. चिन टक्स
कूबड़ के लिए व्यायाम शुरू करने के लिए यह कसरत करें। यह आपके गर्दन के पीछे होने वाले कूबड़ को ठीक करने में सहायक है। इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं। दिन में केवल कुछ मिनट तक इस एक्सरसाइज को करने से आपको जल्दी ही लाभ होगा।
कैसे करें
इस कसरत को करने के लिए सबसे पहले किसी जगह पर सीधे खड़े हो जाएं या बैठ जाएं।
अब अपनी थोड़ी को अपनी छाती की तरफ थोड़ी नीचे ले जाएं।
अपने हाथ की मदद से अपने सिर को धीरे ने नीचे करें, ताकि आपके गर्दन में खिंचाव आए।
इस स्थिति में कुछ सेकेंड ऐसे ही रहें।
दिन में कुछ मिनटों तक इसे अवश्य दोहराएं।
इससे आपको कूबड़ को दूर करने में मदद मिलेगी। इसलिए इस कसरत को करते रहें।
रीढ़ की हड्डी में समस्या आने के कारण रीढ़ की हड्डी झुक जाती है, जिसे कूबड़ कहा जाता है। इसे ठीक करने के लिए वाल चेस्ट स्ट्रेच भी आपकी मदद कर सकती है। इस कूबड़ दूर करने के लिए कूबड़ के लिए व्यायाम इस तरह से करें।
कूबड़ को ठीक करने के लिए आपका खान-पान और शरीर का पॉश्चर यानी आप कैसे चलते हैं। बैठते है या उठते हैं, यह सब भी महत्व रखता है। इसलिए हर एक चीज का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, लेकिन क्रूसीफिक्स स्ट्रेच कर के भी आप कुछ हद तक इससे राहत पा सकते हैं।
कैसे करें
इस कूबड़ दूर करने के व्यायाम को करने के लिए किसी स्थान पर सीधा खड़े हो जाए।
आपके पैर खुले हुए होने चाहिए।
अपने हाथों को अपने कंधों के बराबर फैला लें।
अब अपने हाथों की उंगलियों को मुट्ठी में बंद कर लें।
अपने अंगूठे को ऊपर रखें और अपनी अपने हाथों को पीछे की तरफ ले जाएं और खिंचाव दें।।
इससे आपकी कमर और छाती खींचेंगे।
जब आपको ऐसा महसूस हो, तो अपनी पहली वाली स्थिति में आ जाएं।
कूबड़ के लिए व्यायाम में एक है कोबरा पोज या जिसे योग में भुजंगासन भी कहा जाता है, बहुत ही उपयोगी है। इसे आप इस तरह से कर सकते हैं।
कैसे करें
इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
अपने पैर बिल्कुल सीधे होने चाहिए।
अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रख दें।
आपका माथा जमीन से छूना चाहिए।
अब अपनी सिर और छाती को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं।
आपके पेट के नीचे का हिस्सा जमीन पर ही रहना चाहिए।
कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद सामान्य पुजिशन में आ जाएं।
इस व्यायाम को फिर से दोहराएं।
5. कूबड़ के लिए व्यायाम : ब्रिज एक्सरसाइज
ब्रिज एक्सरसाइज को योग में सेतुआसन भी कहा जाता है। इस एक्सरसाइज को करने से आपके शरीर खासतौर पर कंधों, कमर आदि का अच्छा व्यायाम हो जाता है। जानिए कैसे करते हैं यह एक्सरसाइज।
कैसे करें
जमीन पर मैट बिछा कर कमर के बल लेट जाएं।
अब अपने घुटनों को मोड़ लें।
आपके पैर जमीन से लगने चाहिए।
अब अपने हाथों को सीधा कर के अपने बगल में रखें।
अपने कूल्हों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं।
कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद कूल्हों को नीचे कर लें और सामान्य स्थिति में आ जाएं।
कूबड़ की समस्या से बचने के लिए थोड़ी सतर्कता और सावधानी बरतने की जरुरत होती है। ऐसा करके आप कूबड़ के कुछ प्रकार से बच सकते हैं। जैसे पॉश्चरल कूबड़ (Postural kyphosis) पूरी तरह से पॉस्चर पर निर्भर करता है। इसलिए, अगर उठने, बैठने और खड़े होने की स्थिति को ठीक रखें तो इस तरह का कूबड़ नहीं होगा।
ऑस्टियोपोरोसिस और रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर की वजह से भी कूबड़ हो सकता है। लेकिन, इस कारण से होने वाले कूबड़ से बचने के लिए हड्डियों को मजबूत और हेल्दी रखने की आवश्यकता होती है। इसके लिए कैल्शियम और अन्य जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर आहार को डायट में शामिल करें। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। श्यूर्मैन (Scheuermann’s kyphosis) या जन्मजात कूबड़ को नहीं दूर किया जा सकता है क्योंकि यह शारीरिक ढांचे में विकृति के कारण होता है।
कूबड़ के कारण कुछ और जटिलताएं भी पैदा हो सकती हैं। इसकी वजह से पीठ दर्द के साथ-साथ सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है। इसके अलावा कूबड़ से पीठ की मासपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं। कूबड़ की वजह से चलने, उठने-बैठने में भी दिक्कत होती है। रीढ़ की हड्डी टेढ़ी होने से लेटने पर भी दर्द होता है। यहां तक कि अगर कूबड़ का साइज बड़ा है तो पाचन-तंत्र पर भी बुरा असर पड़ता है।
आप कूबड़ के लिए व्यायाम करने की लिस्ट में इन एक्सरसाइजेस को नियमित रूप से करके कूबड़ की समस्या से राहत पा सकते हैं। बशर्ते आप इन्हें ठीक तरीके से करें। कूबड़ के लिए व्यायाम करते समय अगर कोई परेशानी लगे तो डॉक्टर से सलाह लें। या निम्नलिखित स्थिति होने पर डॉक्टर से संपर्क जल्द से जल्द करें। जैसे:
चलने या किसी भी एक्टिविटी के दौरान परेशानी महसूस होना
युवाओं और बुजुर्गों कूबड़ की समस्या से पीड़ित न हों, इसके लिए स्ट्रेचिंग एवं एक्सरसाइज करते रहना चाहिए। इसके साथ ही युवाओं को पेट के मसल्स को भी स्ट्रॉन्ग बनाने पर जोर देना चाहिए। ऐसा करने से बॉडी का पॉश्चर ठीक रहेगा और कूबड़ की परेशानी नहीं होगी।
कूबड़ की समस्या को दूर करने के लिए या ऐसी परेशानी न हो इसके लिए व्यायाम के अलावा योगाभ्यास का भी विकल्प चुना जा सकता है।
ताड़ासन
मार्जारि आसन
उष्ट्रासन
भुजंगासन
धनुरासन
सेतु आसन
अगर आप कूबड़ की समस्या से पीड़ित हैं या इस परेशानी को दूर करने के लिए व्यायाम से जुड़े किसी तरह के कोई अन्य सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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