- अनहेल्दी डायट- डायट में फाइबर की कमी एवं अत्यधिक तेल-मसालेदार खाने की वजह से कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है।
- पेय पदार्थों का कम सेवन- पानी के साथ ही अन्य तरल पदार्थ जैसे फलों का जूस या सब्जियों का सूप नहीं पीने से मल रेक्टम के बाहर नहीं निकल पाता है, जिससे कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है।
- टेंशन- रुटीन में बदलाव और अधिक तनाव लेने से कोलोन की मांसपेशियों में कम संकुचन होता है, जिसके कारण पेट में कब्ज हो सकता है।
- डेयरी प्रोडक्ट्स- कम फाइबर युक्त आहार, अधिक मांस का सेवन या डेयरी प्रोडक्ट जैसे दही, चीज और पनीर अधिक खाने से भी कब्ज होता है।
- एक्सरसाइज की कमी- एक्सरसाइज नहीं करने और डिहाइड्रेशन के कारण मल सूख सकता है, जिससे पेट में कब्ज की समस्या हो सकती है।
इसके अलावा ट्रैवल करने, रुटीन बदलने, अधिक कैल्शियम और एंटासिड जैसी दवाओं का सेवन करने और प्रेग्नेंसी के कारण भी पेट में कब्ज बन सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं स्ट्रोक, पर्किंसन डिजीज, डायबिटीज, कोलोन या रेक्टम में परेशानी, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, हॉर्मोनल समस्याएं और थायरॉइड ग्लैंड में परेशानी के कारण भी कब्ज हो सकता है।
बैक पेन की वजह से कब्ज!
शायद आप यह सोच रहें हों कि बैक पेन की वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है? तो इसका जवाब हां है। दरअसल जब स्टूल (मल) कॉलोन या रेक्टम में फस जाता है, तो ऐसी स्थिति में कब्ज की समस्या हो सकती है। यही नहीं ऐसी स्थिति कब्ज के साथ-साथ पेट दर्द का कारण बन सकते हैं।
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कब्ज और बैक पेन (Constipation and back pain) से बचने के लिए क्या करें?
कब्ज के कारण बैक पेन की समस्या से राहत पाने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें। जैसे:
- डेली वर्कआउट- फिजिकल एक्टिविटी की वजह से डायजेशन को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। इसलिए नियमित एक्सरसाइज करें या अगर एक्सरसाइज करना आपके लिए संभव नहीं हो पा रहा है, तो नियमित वॉक करें।
- पानी पीना- 2 से 3 लिटर पानी का सेवन जरूर करें। पानी की कमी वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या के अलावा कब्ज की तकलीफ शुरू हो सकती है और कब्ज के कारण पीठ दर्द की समस्या।
- फाइबर से भरपूर डायट- नियमित रूप से अपने आहार में स्ट्रॉबेरी, सेब, केला, गाजर, स्प्राउट्स एवं किडनी बिन्स जैसे अन्य फाइबर रिच फूड का सेवन करना चाहिए।
- ओवर-द-काउंटर मेडिसिन- लैक्सेटिव के सेवन से कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है।
नोट: ओवर-द-काउंटर मेडिसिन हो या कोई अन्य दवा बिना डॉक्टर के कंसल्ट के सेवन नहीं करना चाहिए।
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कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) होने पर डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
अगर आपको कब्ज के कारण पीठ दर्द की समस्या हो रही है, तो निम्नलिखित स्थीतियों में डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। जैसे:
- रेक्टम से ब्लीडिंग होना
- स्टूल से ब्लड आना
- बिना कारण शरीर का वजन कम होना
- क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन होना
- तेज पेट दर्द होना
- कमर दर्द या बैक पेन होना