हम जानते हैं कि आपके मन में ये प्रश्न जरूर होगा कि क्या होम्योपैथिक दवाएं वजन कम करने में मदद करती हैं? इस सवाल का जवाब है कि अभी इस मामलें में चिकित्सा अध्ययन बहुत सीमित हैं। साल 2014 में करीब 30 अधिक वजन वाले लोगों में होम्योपैथिक दवाओं के असर को लेकर रिसर्च की गई थी। रिचर्स में ये बात सामने आई कि जिन लोगों नें हेल्दी डायट के साथ ही होम्योपैथिक दवाओं का सेवन किया था, उनके परिणाम असरदार थे। गर्भवती महिलाओं को होम्योपैथी दवा का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। अगर आप प्रेग्नेंट हैं और होम्योपैथी ट्रीटमेंट के बारे में सोच रही हैं, तो बेहतर होगा कि आप पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
क्या होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट हो सकते हैं? (Side effects of Homeopathy treatment)
जी हां! अन्य दवाओं की तरह ही होम्योपैथी दवाओं के भी दुष्प्रभाव हो सकते हैं। होम्योपैथिक ट्रीटमेंट को अनरेगुलेटेट (Unregulated) माना जाता है। होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के ज्यादातर साइडइफेक्ट ज्ञात नहीं है। दवा का सेवन करने से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ दवाओं का सेवन शरीर के लिए घातक भी हो सकता है। होम्योपैथिक दवाएं प्राकृतिक तरीके से बनाई जाती हैं और इसमे डाले जाने वाले इंग्रीडिएंट्स को डायल्यूट किया जाता है। अगर इंग्रीडिएंट्स को सही तरह से डायल्यूट नहीं किया जाता है, तो ये शरीर के लिए घातक भी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर होम्योपैथिक सप्लीमेंट में आर्सेनिक और एकोनाइट (Arsenic and aconite) का इस्तेमाल किया जाता है, जो अगर बिना डायल्यूट किए लिए जाएं, तो शरीर के लिए घातक साबित हो सकते हैं। बेहतर होगा कि आप होम्योपैथिक ट्रीटमेंट विशेषज्ञ से ही कराएं। अगर आपको दवा का सेवन करने के बाद कोई साइड इफेक्ट दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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वेट लॉस टिप्स (Weight loss tips) वजन घटाने में करेंगे आपकी मदद
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि वजन कम करने के लिए आपको लाइस्टाइल में सुधार करने की अधिक आवश्यकता है। अगर आप रेग्युलर एक्सरसाइज के साथ ही रोजाना पौष्टिक आहार का सेवन करेंगे, तो वजन कंट्रोल (Weight Control) रहेगा। अगर किसी बीमारी के कारण आपका वजन बढ़ रहा है, तो उस बीमारी का इलाज बहुत जरूरी है। आपको वेट लॉस करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बढ़ानी होगी। साथ ही रोजाना ली जाने वाली कैलोरी की जानकारी भी आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
- मॉर्निंग में भूखा रहकर और फिर हैवी लंच करना आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। बेहतर होगा कि सुबह हेल्दी ब्रेकफास्ट लें।
- खाने में फैटी फूड और स्वीट की मात्रा को कम करें। विटामिन्स (Vitamins), मिनिरल्स (Minerals), प्रोटीन (Protein), कार्ब (Carb) आदि आपके शरीर के लिए जरूरी हैं। इनकी पर्याप्त मात्रा का रोजाना सेवन करें।
- जितनी कैलोरी ले रहे हैं, उसे खर्च भी करें। अगर आप फिजिकल एक्टिविटी (Physical Activity) ज्यादा करते हैं, तो उसी के अनुसार डायट लें।
- अगर आपका मेटाबॉलिज्म खराब है, तो डॉक्टर को उस बारे में जरूर बताएं। मेटाबॉलिज्म खराब होने से वेट बढ़ता रहता है।
- आप एक्सपर्ट की मदद से रोजाना एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। एक्सरसाइज करने से शरीर का एक्ट्रा फैट बाहर निकल जाता है।
आप हाईट (Hight) और वेट (Weight) के अनुसार डायट (Diet) ले सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इस बारे में एक्सपर्ट से जानकारी लें। किसी भी दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। होम्योपैथी दवाओं का सेवन करने से पहले दी गई बातों को ध्यान से पढ़ें। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।