वैजीनाइटिस (Vaginitis) गुप्तांग के बाहर के भाग (vulva) या वजाइना में होने वाली सूजन या संक्रमण है। यह परेशानी महिलाओं और लड़कियों को किसी भी उम्र में हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि लगभग एक तिहाई महिलाओं को अपने जीवन में कभी न कभी इस रोग के लक्षण अवश्य दिखाई देते हैं। वैजीनाइटिस (Vaginitis) को वल्वाइटिस (vulvitis) या वुल्वोवाजिनाइटिस (Vulvovaginitis) के नाम से भी जाना जाता है। वैजीनाइटिस (Vaginitis) के कई प्रकार भी हो सकते हैं। जैसे:
- बैक्टीरियल वैजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) : यह स्थिति वजाइना में पाई जाने वाली सामान्य स्थिति है, जो बैक्टीरिया में परिवर्तन के कारण होती है। इस स्थिति में अन्य जीवों का अधिक विकास होता है।
- यीस्ट इन्फेक्शन्स (Yeast Infections) : यह इन्फेक्शन आमतौर पर कैंडिडा अल्बिकन्स (Candida Albicans) नामक नेचुरल रूप से पाई जाने वाली कवक के कारण होता है।
- ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis): ट्राइकोमोनिएसिस एक परजीवी (Parasite) के कारण होता है और आमतौर पर संभोग द्वारा फैलता होता है। वैजीनाइटिस का उपचार वैजीनाइटिस (Vaginitis) के प्रकार पर निर्भर करता है।
वैजीनाइटिस के कारण क्या हैं? (Causes of Vaginitis)
वजाइना और गुप्तांग के आसपास इन्फेक्शन के कई कारण हो सकते हैं और इनमे से सबसे सामान्य कारण है बैक्टीरिया। इस समस्या के उपचार या निदान आदि से पहले इसके कारणों के बारे में पता होना बेहद जरूरी है। जानिए क्या हैं वैजीनाइटिस (Vaginitis) के कारण:
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बैक्टीरिया (Bacteria)
कुछ बैक्टीरिया वैजीनाइटिस (Vaginitis) की समस्या का कारण हो सकते हैं या इसे बढ़ा सकते हैं। गार्डनेरेला (Gardnerella) योनि में आमतौर पर पाया जाने वाला बैक्टीरिया है। सबसे सामान्य वैजीनाइटिस, बैक्टीरियल वैजिनोसिस (Bacterial vaginosis) में अधिक वृद्धि का परिणाम है। स्ट्रेप्टोकोकस (Streptococcus) या स्टैफिलोकोकस (Staphylococcus) जैसे बैक्टीरिया भी योनि में मौजूद हो सकते है। लेकिन, इनके कारण आमतौर पर संक्रमण नहीं होता। बैक्टीरियल संक्रमण के कारण दुर्गन्ध के साथ ग्रे-वाइट डिस्चार्ज भी हो सकता है।
यीस्ट (Yeast)
वुल्वोवाजिनाइटिस (Vulvovaginitis) के सबसे आम कारणों में से एक कैंडिडा अल्बिकैंस (Candida Albicans) है। यह यीस्ट इंफेक्शन गुप्तांगों में खुजली और सफेद व गाढ़े डिस्चार्ज का कारण बन सकता है। कुछ महिलाएं एंटीबायोटिक दवाओं (Antibiotic Medicines) का उपयोग करने के बाद यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection) का अनुभव करती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि एंटीबायोटिक्स उन एंटीफंगल बैक्टीरिया (Antifungal Bacteria) को नष्ट कर सकते हैं, जो स्वाभाविक रूप से योनि में रहते हैं।
वायरस (Virus)
वायरस जो वुल्वोवाजिनाइटिस का कारण बन सकते हैं, वे आमतौर पर यौन संचारित (Sexually Transmitted) होते हैं। इनमें हर्पीज और ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human Papillomavirus) शामिल हैं।
परजीवी (Parasites)
परजीवी जैसे पिनवॉर्म (Pinworms), स्कैबीज (scabies), और जूं (lice) आदि वुलवा (Vulva) और योनि की सूजन का कारण बन सकते हैं।
वातावरणीय फैक्टर्स (Environmental factors)
पुअर हाइजीन और एलर्जी भी वैजीनाइटिस (Vaginitis) का कारण बन सकते हैं। यही नहीं, तंग कपड़े भी इस स्थिति का कारण हो सकते हैं क्योंकि उन्हें पहने से त्वचा में जलन और नमी पैदा सकती है, जिससे बैक्टीरिया पैदा होते हैं।
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यौन संचारित संक्रमण (Sexually transmitted infections)
ट्राइकोमोनास वेजिनेलिस नामक एक परजीवी ट्रायकॉमोनास वैजीनाइटिस (trichomonas vaginitis) का कारण हो सकता है। इस संक्रमण के कारण जननांगों में परेशानी, खुजली और भारी डिस्चार्ज होता है। यह डिस्चार्ज पीला, हरा या ग्रे हो सकता है। इसमें अक्सर तेज गंध होती है। यह क्लैमाइडिया (Chlamydia), गोनोरिया (Gonorrhea) और हर्पीज (Herpes) का कारण भी बन सकता है।
केमिकल (Chemical)
कुछ केमिकल भी वैजीनाइटिस (Vaginitis) का कारण हो सकते हैं। ये केमिकल अक्सर साबुन, फेमिनिन स्प्रे, इत्र और योनि गर्भ निरोधकों (vaginal contraceptives) में पाए जाते हैं। कुछ केमिकल जो एलर्जी का कारण बनते हैं, वो इस प्रकार हैं:
- पैराबेन (Parabens)
- सोडियम सल्फेट (Sodium Sulfate)
- ट्रिक्लोसन (Triclosan)
यदि, इनमें से कोई भी केमिकल आपके साबुन या कपड़े धोने वाले डिटर्जेंट में है, तो आप उनका प्रयोग करना बंद कर दें। वैजीनाइटिस (Vaginitis) रजोनिवृत्ति के कारण, हार्मोन के लौ लेवल से या ओवरीज को हटाने से भी हो सकता है। इस समस्या के कारण वजाइना ड्राई हो सकती है।
वैजीनाइटिस के लक्षण कौन से हैं (Symptoms of Vaginitis)
वैजीनाइटिस (Vaginitis) के कारण संभोग दर्दनाक हो सकता है और योनि में खुजली और जलन हो सकती है। इस रोग के कई लक्षण हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। यह लक्षण इस प्रकार हैं:
- वजाइना से डिस्चार्ज का रंग, गंध और मात्रा में बदलाव (Change in Color, Odor and volume of Discharge)
- वजाइनल इचिंग ( Vaginal Etching)
- सम्भोग के दौरान दर्द (Pain During Sex)
- मूत्र त्याग में दर्द (Pain During Urination)
- वजाइना से ब्लीडिंग होना (Bleeding from Vagina)
यदि आपको वजाइनल डिस्चार्ज (Vaginal Discharge) हो रहा है। तो यह डिस्चार्ज वैजीनाइटिस (Vaginitis) के प्रकार के बारे में बता सकता है. जैसे:
- बैक्टीरियल वैजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) : इसमें ग्रे या दुर्गन्ध वाला डिस्चार्ज हो सकता है। इस प्रकार के वैजीनाइटिस (Vaginitis) में डिस्चार्ज से गंदी बदबू भी हो सकती है।
- यीस्ट इन्फेक्शन(Yeast Infection) : यीस्ट इन्फेक्शन का मुख्य लक्षण खुजली है, लेकिन इसके कारण गाढ़ा और सफेद रंग का डिस्चार्ज होता है।
- ट्राइकोमोनिएसिस ( Trichomoniasis): ट्राइकोमोनिएसिस नामक संक्रमण में कभी-कभी हरे या पीले, या झागदार डिस्चार्ज होता है।
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कैसे हो सकता है वैजीनाइटिस (Vaginitis) से बचाव?
हाइजीन को बनाए रखने से आप वैजीनाइटिस (Vaginitis) से बच सकते हैं और इसके कुछ लक्षणों को कम कर सकते हैं। हालांकि, इस समस्या से बचने के कुछ अन्य उपाय भी हैं जैसे:
- नहाने के लिए टब या स्पा का प्रयोग करने से बचें।
- खुशबूदार टेम्पोंस, पैड्स डॉचेस (Douches) या साबुन का प्रयोग भी न करें।
- शॉवर के बाद अपने जननांग क्षेत्र (Genital Area) को अच्छे से साफ कर लें। जलन को रोकने के लिए इस जगह को अच्छी तरह से सुखाएं। हार्श साबुन का उपयोग न करें।
- टॉयलेट का प्रयोग करने के बाद वजाइना को अच्छे से साफ करें। ऐसा करने से आप बैक्टीरिया से बच सकते हैं
- वजाइना को सामान्य स्नान के अलावा अधिक सफाई की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में डाउचिंग (Douching) से बचें।
- पुरुष और महिला दोनों लेटेक्स कंडोम (Latex Condom) का प्रयोग कर के यौन संपर्क से फैलने वाले संक्रमण से बच सकते हैं।
- सूती कपड़े पहनें क्योंकि इनमें पसीना या नमी पैदा नहीं होती। नमी वाली जगह पर यीस्ट के होने की संभावना अधिक होती है।
वैजीनाइटिस से जुड़े रिस्क फैक्टर्स (Risk factors of Vaginitis)
ट्राइकोमोनिएसिस (trichomoniasis ) या बैक्टीरियल वैजिनोसिस ( bacterial vaginosis ) से पीड़ित महिलाओं में इन विकारों के कारण होने वाली सूजन के कारण यौन संचारित संक्रमण होने का अधिक जोखिम होता है। कुछ ऐसे फैक्टर भी हैं, जो वैजीनाइटिस (Vaginitis) के खतरे को बढ़ा देते हैं। यह खतरे इस प्रकार हैं
- हॉर्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)
- सेक्शुअल एक्टिविटी (Sexual Activity)
- यौन संचारित संक्रमण होने से (sexually Transmitted Infection )
- दवाइयां जैसे एंटीबायोटिक्स और स्टेरॉइड्स (Antibiotics and Steroids)
- बर्थ कण्ट्रोल के लिए स्पर्मिसाइड का प्रयोग करना (Use of Spermicides)
- अधिक डायबिटीज (Diabetes)
- डाउचिंग (Douching)
- अधिक टाइट कपड़े पहनना (Tight fitting Clothing)
वैजीनाइटिस का निदान कैसे होता है? (Diagnosis of Vaginitis)
इस बारे में सुपर हॉस्पिटल दिल्ली की ग्यनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर आभा का कहना है कि महिलाओं में वैजीनाइटिस की समस्या होने पर समय रहते इलाज बहुत जरूरी है। इसके लिए मरीज को मेट्रोनिडाजोल (Metronidazole) टैबलेट्स भी दी जा सकती है।वैजीनाइटिस (Vaginitis) के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपसे लक्षणों के बारे में पूछेंगे। इसके बाद पेल्विक की जांच की जाएगी। पेल्विक जांच के दौरान, डॉक्टर सूजन और डिस्चार्ज के लिए आपकी योनि के अंदर देखने के लिए एक उपकरण (स्पेकुलम) का उपयोग कर सकते हैं। वो डिस्चार्ज का एक सैंपल भी ले सकते हैं। इस डिस्चार्ज के सैंपल के टेस्ट से इस बात का अंदाजा हो जाता है कि आप वैजीनाइटिस (Vaginitis) के कौन से प्रकार से पीड़ित हैं। इसके साथ ही डॉक्टर pH टेस्ट भी कर सकते हैं।
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उपचार (Treatment)
विभिन्न प्रकार के जीवों और स्थितियों के कारण वैजीनाइटिस (Vaginitis) की समस्या हो सकती है, इसलिए उपचार खास कारणों को लक्षित करता है। वैजीनाइटिस (Vaginitis) का उपचार इस तरह से किया जा सकता है:
बैक्टीरियल वैजिनोसिस (Bacterial vaginosis)
इसके लिए मरीज को मेट्रोनिडाजोल (Metronidazole) टैबलेट्स भी दी जा सकती है। जिन्हें आप ओरल ले सकते हैं या मेट्रोनिडाजोल (metronidazole) जेल या क्लिंडामाइसिन (Clindamycin) क्रीम भी उपलब्ध है। जो वजाइना पर लगाने की सलाह डॉक्टर देते हैं। आपको इन दवाओं के लिए टेस्ट करवाना होगा और आपको डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन भी देनी होगी।
यीस्ट इंफेक्शन (Yeast infections)
यीस्ट इंफेक्शन का आमतौर पर एक ओवर-द-काउंटर ऐंटिफंगल क्रीम (Antifungal Cream) या सपोसिटरी (Suppository) के साथ इलाज किया जाता है, जैसे कि माइक्रोनाज़ोल(Miconazole), क्लोट्रिमाजोल (Clotrimazole)। यीस्ट इंफेक्शन का उपचार ओरल ऐंटिफंगल दवा जैसे कि फ्लुकोनाजोल ( Fluconazole) के साथ भी किया जा सकता है।
Quiz: यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन क्विज खेलें और जानें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) महिलाओं को ही क्यों होता है?
ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis)
आपके डॉक्टर मेट्रोनिडाज़ोल (Metronidazole) या टिनिडाज़ोल (Tinidazole) टैबलेट दे सकते हैं।
रजोनिवृत्ति के जेनिटोयूरिनरी सिंड्रोम (Genitourinary syndrome )
एस्ट्रोजन (Estrogen) जो वजाइनल क्रीम, टैबलेट या रिंग के रूप में उपलब्ध है, इनका प्रयोग इस स्थिति का प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए किया जा सकता है। अन्य रिस्क फैक्टर्स और जटिलताओं की समीक्षा करने के बाद, डॉक्टर इस की सलाह दे सकते हैं।
वैजीनाइटिस (Vaginitis) से बचने के लिए आप अपने जीवन में क्या बदलाव कर सकते हैं?
वैजीनाइटिस (Vaginitis) से बचने के लिए आपको साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही आप अपने जीवन में कुछ बदलाव ला कभी इस परेशानी से राहत पा सकते हैं। यह बदलाव इस प्रकार हैं:
- अपने गुप्तांगों को साफ करने के लिए साबुन का प्रयोग करने से बचें और इसके लिए पानी का प्रयोग करें।
- गर्म पानी की जगह गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
- बाद में इस स्थान को अच्छी तरह से सुखा लें। लेकिन रगड़ें न।
- गुप्तांगों पर खुशबूदार या केमिकल युक्त स्प्रे, पाउडर आदि का प्रयोग न करें।
- अगर आपको इंफेक्शन है तो टैम्पोन की जगह पैड का प्रयोग करें।
- अगर आपको डायबिटीज है तो अपना ब्लड शुगर नियंत्रित रखने की कोशिश करें।
- ढीले कपड़े पहनें।
- सही आहार, पर्याप्त नींद लेने, व्यायाम करने और तनाव आदि से बच कर भी आपको कुछ हद तक इस समस्या से राहत पहुंच सकती है।
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वैजीनाइटिस (Vaginitis) कई बार सही दवाइयों और जीवनशैली में बदलाव के बाद कुछ ही दोनों में ठीक हो जाता है। हालांकि, गंभीर लक्षणों की स्थितियों में अधिक समय भी लग सकता है। अगर आपको बार-बार यह समस्या हो रही है तो आपको खास उपचार और ख्याल रखने की जरूरत है। किसी भी स्थिति में इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें। जल्दी लक्षणों का पता लगने पर आपका इलाज जल्दी होगा, जिससे आपको जल्दी स्वस्थ होने में भी मदद मिलेगी।
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