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डिलिवरी के बाद होता है वजायना में बदलाव
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार प्रेग्नेंसी में या डिलिवरी के बाद भी महिलाओं में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं। जिससे योनि में सूखापन महसूस होने लगता है और सेक्स करने में परेशानी होती है। वहीं, ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं में खासकर के योनि की ये समस्या हो जाती है। हालांकि, ऐसा होता नहीं है कि हर महिला में ये समस्या हो। लेकिन फिर भी जिनमें होती है, उन्हें डॉक्टर से मिल कर अपनी समस्या का निदान कराना चाहिए।
वजायनल ड्राईनेस के कारण
कई बार वजायना में नेचुरल लूब्रिकेशन नहीं हो पाने के कारण वजायना ड्राई हो जाती है। कई बार वजायना की ड्राईनेस डिलिवरी, ब्रेस्टफीडिंग और मेनोपॉज के अलावा भी अन्य दवाओं के कारण भी हो सकता है। वहीं, कई बार गलत लूब्रिकेशन भी करने से वजायनल ड्राईनेस हो सकती है। ऐसे में वजायनल ड्राईनेस होने पर सेक्स ऑयल या सेक्स लूब्रिकेंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको सेक्स के दौरान होने वाले दर्द में कमी महसूस होगी। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
इंफेक्शन या डिसऑर्डर
कई बार योनि का कसाव होने का कारण योनि में इंफेक्शन भी होता है। सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज या यीस्ट इंफेक्शन या कोई सेक्सुअल डिसऑर्डर के कारण भी योनि का कसाव हो सकता है।
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जन्मजात अबनॉर्मैलिटी (Congenital abnormality) के कारण
कुछ लड़कियों के वजायना में जन्मजात अबनॉर्मैलिटी पाई जाती है। ऐसे में भविष्य में सेक्स के दौरान उन्हें दर्द का सामना करना पड़ता है। जन्म के समय से ही उनके वजायना में पाए जाने वाला हाइमन मोटा होता है और लचीला बिल्कुल भी नहीं होता है। ऐसे में सेक्स के दौरान इंटरकोर्स करने पर हाइमन पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द होता है। वहीं, ज्यादा जोर लगाने से टिश्यू फट भी सकता है और वजायनल इंजरी का सामना भी करना पड़ सकता है।
इंजरी या ट्रामा होने के कारण