सेनेटरी पैड्स को सेनेटरी नैपकिन या मेंस्ट्रुअल पैड भी कहा जाता है। ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स के दौरान सेनेटरी पैड्स का ही इस्तेमाल करती हैं। सेनेटरी पैड्स कॉटन या अन्य फेब्रिक के द्वारा बने होते हैं। जिसमें अब्जॉर्बेंसी यानी लिक्विड सोखने की क्षमता अधिक होती है। ये कुछ इंच लंबी होती हैं, जो पांच से छह घंटे तक ब्लीडिंग को सोख सकते हैं। सेनेटरी पैड्स को पैंटी पर चिपका कर इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन कुछ महिलाओं को सेनेटरी पैड्स के इस्तेमाल के साथ कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए वे सेनेटरी पैड्स को पीरियड्स साइकिल के दौरान इस्तेमाल करने से घबराने लगती हैं। हैं।
टैम्पून क्या है? (Tappoon)
पैड्स, टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में अंतर जानने से पहले हमें टैम्पून को भी समझना होगा। टैम्पून पीरियड्स में इस्तेमाल किया जाता है। जो चार से पांच घंटे तक असरदार रहता है। भारत में अभी भी ज्यादातर महिलाएं टैम्पून का इस्तेमाल नहीं करती हैं। टैम्पून कॉटन और विशेष फैब्रिक से बना हुआ एक स्टिक जैसा होता है। जिसमें नीचे की ओर एक धागा लटका रहता है। टैम्पून का इस्तेमाल महिलाएं वजायना में डाल कर करती हैं। जब टैम्पून चार या पांच घंटे बाद पर्याप्त ब्लड को सोख लेता है तो धागे की मदद से टैम्पून को वजायना के बाहर निकाल कर उसे डिसपोज कर दिया जाता है। टैम्पून का आविष्कार विदेशी लोगों ने किया है, जिसका उपयोग 41 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं के द्वारा किया जाने लगा। बाजार में टैम्पून अलग-अलग आकार और क्वालिटी में उपलब्ध है। लेकिन टैम्पून का इस्तेमाल करने से महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है।
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मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) क्या है?
पैड्स, टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप की अगर तुलना की जाए तो मेंस्ट्रुअल कप सबसे कम इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन पैड्स, टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में मेंस्ट्रुअल कप ज्यादा सुरक्षित है। मेंस्ट्रुअल कप घंटी (bell) के आकार का मुलायम और लचीले लेटेक्स का बना एक कप होता है। मेंस्ट्रुअल कप को कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन सिंगल यूज के लिए भी मेंस्ट्रुअल कप मिलते हैं। एक रिसर्च में पाया गया है कि पैड्स, टैम्पून और मेंस्ट्रुअल कप में मेंस्ट्रुअल कप से लीकेज का रिस्क कम होता है।