दिल्ली के कालकाजी स्थित सीनियर गायनोकोलॉजिस्ट डॉक्टर अनीता सभरवाल ने कहा, ‘हर आईयूडी (IUD) अपनी एक्सपायरी डेट के साथ आती है। एक्सपायरी डेट के बाद भी इसका इस्तेमाल करने से महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं।’ उनके मुताबिक, ‘आईयूडी (IUD) में कई तरह के रसायन होते हैं जो गर्भाशय के एरिया को बाधित करते हैं। इस स्थिति में भी महिलाओं के प्रेग्नेंट होने की संभावना होती है। कई बार उन्हें संक्रमण भी हो जाता है।’
इसे लगाने के बाद गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने की जरूरत नहीं होती है। नॉन हार्मोनल आईयूडी (IUD) लगाने के बाद से ही काम करना शुरू कर देती है। हार्मोनल आईयूडी को अगर पीरियड्स के दौरान लगाया जाता है तो यह तुरंत काम करना शुरू कर देती। नहीं तो इसे एक्टिव होने में 7 दिन तक का समय लग सकता है। शिशु को जन्म देने या गर्भपात के चार हफ्तों बाद इसे गर्भाशय में लगाया जा सकता। वहीं शिशु को जन्म देने वालीं महिलाएं इसे लगाने के बाद सुरक्षित रूप से स्तनपान करा सकती हैं।
सेक्स के दौरान आपको इसे लगाने का अहसास भी नहीं होगा। साथ ही इसे किसी भी वक्त निकाला जा सकता है। वैसे तो इसके अनेक फायदे हैं लेकिन, ऐसी कई महिलाएं हैं जो इसे लगाने के बावजूद भी गर्भवती हुई हैं।
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IUD आईयूडी (IUD) के बावजूद प्रेग्नेंट होने का खतरा!
आईयूडी (IUD) का इस्तेमाल के बावजूद महिलाओं के प्रेग्नेंट होने के मामले सामने जरूर आए हैं लेकिन, इनकी संख्या ज्यादा नहीं है। करीब 2 से 10 प्रतिशत मामलों में आईयूडी अपनी जगह से थोड़ा खिसक सकती है या पूरी तरह गर्भाशय से बाहर आ सकती है। यदि ऐसा होता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।