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माइकोप्लाज्मा निमोनीए के बारे में तथ्य
माइकोप्लाज्मा निमोनीए के बारे में कुछ तथ्य इस प्रकार हैं:
- हर साल इस बैक्टीरिया के कारण कई बच्चे बीमार पड़ते हैं।
- माइकोप्लाज्मा निमोनीए (Mycoplasma Pneumoniae) काफी संक्रामक है। यह शारीरिक तरल पदार्थों के माध्यम से लोगों के बीच फैल सकता है।
- इन शारीरिक तरल पदार्थों में कफ भी शामिल है, जो खांसी करने या छींक पर निकलती है। यह बैक्टीरिया छींकने और खांसने से हवा की बूंदों के माध्यम से भी फैल सकता है।
- माइकोप्लाज्मा निमोनीए (Mycoplasma Pneumoniae) संक्रमण पूरी कम्युनिटी में भी फैल सकता है। लेकिन, माइकोप्लाज्मा निमोनीए (Mycoplasma Pneumoniae) स्कूल जाने वाले बच्चों में बेहद आम है। हालांकि, 5 साल से छोटे बच्चों में ये संक्रमण दुर्लभ हैं।

बच्चों में वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia in Kids) संभावित जटिलताएं क्या हैं?
वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia) अक्सर एक हल्की बीमारी होती है, लेकिन यह बदतर भी हो सकता है। इन स्थितियों में बच्चों में यह निमोनिया गंभीर हो सकता है:
बच्चों में वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia in Kids) का निदान कैसे किया जा सकता है?
बच्चों में वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia in Kids) का निदान आमतौर पर शारीरिक जांच के माध्यम से किया जाता है। डॉक्टर बच्ची की सांस को जांचते हैं और हॉलमार्क क्रैकिंग साउंड को सुनते हैं जो अक्सर वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia) का संकेत है। अगर जरूरत हो तो छाती का एक्स रे और नाक और गले से बलगम की जांच भी की जा सकती है। डॉक्टर आपसे आपके बच्चे के लक्षणों के बारे में भी पूछेंगे। आपके बच्चे को ब्लड टेस्ट (Blood Test)जैसे अन्य टेस्टों की भी आवश्यकता भी हो सकती है। लेकिन, अधिकतर मामलों में इसकी जरूरत नहीं पड़ती।
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किन स्थितियों में डॉक्टर की सलाह जरूरी है
अगर आपके बच्चे में आपको यह लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह जरूरी है, जैसे:
- बच्चे में लंबे समय से एनर्जी की कमी है, उसका हर समय थका हुआ महसूस करना।
- सांस लेने में समस्या है
- बच्चे के व्यवहार या भूख में खास बदलाव आना
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बच्चों में वॉकिंग निमोनिया का उपचार (treatment of Walking Pneumonia in Kids) कैसे किया जाता है?
वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia) एक लंग इन्फेक्शन है, जो बहुत छोटे बच्चों में जल्दी नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। बच्चों में वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia in Kids) के उपचार के लिए एंटीबायोटिक (Antibiotic) का उपयोग एक प्रभावी उपचार है। यह आमतौर पर पांच से दस दिन का कोर्स होता है। जिसमें बच्चे को ओरल एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह दी जाती है। अगर डॉक्टर आपके बच्चे को एंटीबायोटिक लेने की सलाह देते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे उसे समय पर लें, ताकि जल्दी से स्वस्थ होने में मदद मिले। उपचार के साथ, अधिकांश प्रकार के बैक्टीरिया निमोनिया (Pneumonia) 1 से 2 सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं। खांसी से राहत पाने में 4 से 6 सप्ताह तक का समय लग सकता है।
अपने बच्चे को जल्दी ठीक होने में मदद करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें
साफ -सफाई का ध्यान रखें : एंटीबायोटिक्स (Antibiotic) के कारण आपके प्रभावित बच्चे द्वारा परिवार के अन्य सदस्यों तक यह बीमारी पास करने की संभावना भी कम रहेगी। लेकिन, फिर भी इस दौरान सब सदस्यों को साफ-सफाई का ध्यान रखें और हाथों को बार-बार धोने की सलाह दें। बच्चे को यह भी समझाएं कि खांसी या छींकने के दौरान अपने हाथों की जगह कोहनी का प्रयोग करें।
आराम करने दें : इस स्थिति में बच्चे को अधिक से अधिक आराम करने दें ताकि बच्चे को इंफेक्शन से लड़ने में आसानी हो। डॉक्टर भी यही सलाह देंगे कि बच्चा तब तक घर में ही रहे, जब तक उसके लक्षण ठीक नहीं हो जाते।
तरल पदार्थ : बच्चे को अधिक से अधिक तरल पदार्थ दें। जैसे पानी, सूप आदि ताकि उसे डिहाइड्रेशन न हो और ठीक होने में मदद मिले। आपका बच्चा हाइड्रेट (Hydrate) रहे , इसके लिए आप अपने बच्चे के पास हमेशा पानी की बोतल रखें। ताकि, वो थोड़ी-थोड़ी देर बाद पानी पिएं और हाइड्रेट रहे।
इम्युनिटी बढ़ाएं: बच्चों में वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia in Kids) और अन्य संक्रमणों से बचने में मदद करने के लिए उसकी इम्युनिटी को बढ़ाने का ध्यान रखें। इसके लिए उसे संतुलित और पौष्टिक आहार दें। व्यायाम और सही नींद भी इसके लिए जरूरी है। इम्युनिटी कमजोर होने पर यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
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अन्य उपाय
- वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia) बच्चे को बुखार या दर्द के लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ अन्य दवाईयों की सलाह भी दे सकते हैं।
- एक हुमिडिफायर भी ब्रीदिंग समस्या को कम करने में सहायक हो सकता है।
- बच्चे को अपने बर्तन, तौलिया, टूथब्रश आदि शेयर न करने दें। बच्चे द्वारा प्रयोग किये गए रुमाल या टिश्यू को किसी और को प्रयोग न करने दें।
- यदि आपके बच्चे के सीने में दर्द है, तो उस जगह पर एक हीटिंग पैड रखने का प्रयास करें।
- प्रत्येक सुबह और शाम को कम से कम एक बार अपने बच्चे का तापमान जांचें। अगर किसी बड़े शिशु या बच्चे का बुखार 102 ° F से ऊपर या 6 महीने से कम उम्र के शिशु में 100.4 ° F से ऊपर हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
- प्रभावित बच्चे को उनका मुंह ढक कर रखने और मास्क लगा कर रखने की सलाह दें। घर के बाकी लोगों को भी ऐसा ही करने को कहें ताकि यह इंफेक्शन न फैले। वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia) के इंफेक्शन को रोकने के लिए यह जरूरी है।
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हालांकि बच्चों में वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia in Kids) की समस्या के साथ ही ये बुजुर्गों को भी हो सकती है। इसका कारण है कमजोर इम्युनिटी (Week Immunity)। इस समस्या और अन्य रोगों से बचाने के लिए बच्चे को सही समय पर सभी टीके लगवाएं। बचपन में लगने वाले टीकों में न्यूमोकोकल (Pneumococcal), खसरा (Measles) और वैरिसेला वैक्सीन (Varicella Vaccine) शामिल हैं, यह जीवों के कारण होने वाले निमोनिया से बचाव करते हैं। इसके साथ ही बच्चे को हाइजीन और साफ-सफाई को लेकर जागरूक करें ताकि पूरी उम्र वो इनका पालन करें।