बच्चों में पढ़ने की आदत करें विकसित
आप पढ़ने की अच्छी आदत को विकसित कर स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स की सीख दे सकते हैं। मौजूदा समय में बच्चों में पढ़ने की आदत को विकसित करना बेहद जरूरी है। इसके जरिए वो स्कूल के साथ जीवन में सफलता के आयाम रच सकते हैं। पढ़ने की आदत से बच्चों में आत्म सम्मान, परिवार के सदस्यों व दूसरे लोगों के साथ दोस्ताना संबंध बनाने जैसी अच्छी आदतें विकसित होती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि बच्चों की दिनचर्या में खेलने के साथ-साथ सोने के पूर्व पढ़ने की आदत को विकसित करें। आप चाहें तो बच्चे के शुरुआती दिनों (कम उम्र) में ही उसे कहानियां पढ़कर सुना सकते हैं।
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खाने की न्यूट्रिशन वेल्यू को देख कर करें सेवन
स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स में उन्हें अच्छा खाना खाने का आदि बनाएं, न कि वे ब्रैंड के मुरीद बन जाएं। बच्चों को सिखाएं कि खाने-पीने की कोई भी चीज का सेवन करने से पहले उसके न्यूट्रिशन वैल्यू को देखें, खुद चेक करें कि उस खाद्य पदार्थ का सेवन करना उनकी सेहत के लिए अच्छा है या उसका उनकी हेल्थ पर गलत असर पड़ेगा। इसके लिए फूड पैकेट्स पर लिखी जानकारी को पढ़ उसकी न्यूट्रिशनल वेल्यू का पता लगाकर आप उसका सेवन कर सकते हैं। नुकसान से बचने के लिए आप बच्चों को कुछ अहम चीजें सीखा सकते हैं, ताकि किसी खाद्य पदार्थ का सेवन करने के पूर्व वो उसे पढ़ें, जैसे
- कैलोरी को चेक करें
- सैचुरेटेड फैट व ट्रांस फैट की मात्रा देखें
- उस खाद्य पदार्थ में शुगर की मात्रा देखें
सोडा की बजाय पानी का सेवन करना सिखाएं

स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स की सीख देने के दौरान उन्हें सोडा, कोल्ड ड्रिंक जैसे हानिकारक पेय से परहेरज करना सिखाएं। क्योंकि एक बात जान लेना सबके लिए जरूरी है कि पानी का सेवन करना सेहत के लिए हेल्दी है। लेकिन सोडा का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक। यह हो सकता है कि आपका बच्चा कम उम्र में सही व गलत को न समझें। इसके लिए आप उन्हें बेसिक और सही जानकारी दे सकते हैं। बता सकते हैं कि कोल्ड ड्रिंक में पाए जाने वाला एडेड शुगर उनकी सेहत के लिए कितना हानिकारक है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार कोल्ड ड्रिंक में पाए जाने वाले शुगर में किसी प्रकार के पोषक तत्व नहीं होते। इसमें इतनी कैलोरी होती है जिस वजह से आप मोटापे जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। दूसरी ओर पानी है, जिसके बिना इंसान जिंदा ही नहीं रह सकता। पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन कर शारिरिक रूप से स्वस्थ्य रह सकते हैं।
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कोशिश करें कि रात का खाना फैमिली के साथ खाएं

दिनभर की व्यस्त दिनचर्या के बाद रात का खाना साथ खाने के लिए समय निकालें। स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स विकसित करने के लिए आप उन्हें सीख दे सकते हैं कि रात का खाना अकेले खाने की बजाय परिवार के सदस्यों के साथ ही खाएं। क्योंकि मौजूदा समय में यह काफी मुश्किल हो गया है कि साथ में बैठकर आप भोजन करें। लेकिन जब भी समय मिले आपको परिवार के साथ बैठकर भोजन जरूर करना चाहिए। यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के शोध के अनुसार परिवार के सदस्यों के साथ भोजन करने के कई फायदें हैं, जैसे
- परिवार के सदस्यों के साथ रिश्ते मजबूत होते हैं
- बच्चे बुरी आदतों की तरफ कम रुख करते हैं, जैसे शराब का सेवन व ड्रग्स का सेवन
- बच्चों में ओवरवेट होने की संभावना कम होती है
- सभी व्यक्ति ज्यादा पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन कर पाते हैं
- बड़ों के बीच में उठने, बैठने व बोलने की समझ आती है
दोस्तों के साथ समय बिताएं
स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स सिखाने के दौरान आपको उन्हें उनके दोस्तों के साथ खेलने-कूदने की थोड़ी छूट जरूरी देनी चाहिए। एनसीबीआई के क्लीनिकल चाइल्ड एंड फैमिली साइकोलॉजी रिव्यू के अनुसार बच्चों को उनके दोस्तों के साथ खेलने की छूट देने से उनमें सोशल स्किल विकसित होने के साथ बात करने का तरीका, एक दूसरे को मदद करने की सीख, समस्याओं को सुलझाने जैसी आदतें विकसित होती है। दोस्त बनाने से स्कूल में बच्चों की परफॉर्मेंस पर भी अच्छा असर दिखने को मिलता है। बच्चों को ज्यादा से ज्यादा व अच्छे दोस्त बनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। ताकि वो उनके साथ खेलकर अच्छी आदतें सीख सकते हैं।
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हमेशा सकारात्मक सोच रखने की सीख दें
स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स की सीख देनें के लिए उन्हें हमेशा सकारात्मक सोच रखने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यदि चीजें गलत हो तो उस स्थिति में आप बच्चों को थोड़ा बहुत हतोत्साहित कर सकते हैं। अपने एक्सपीरिएंस से सीखने जैसे आदत को विकसित करा आप उनमें सकारात्मक सोच रखने की सीख दे सकते हैं। एनसीबीआई की क्लीनिकल चाइल्ड एंड फैमिली साइकोलॉजी के रिव्यू के अनुसार बच्चों के साथ बड़े भी सकारात्मक सोच रखकर जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। ऐसा कर न केवल वो निजी रिश्तों को बरकरार रख सकते हैं बल्कि दूसरों के साथ भी अच्छे संबंध स्थापित कर सकते हैं।
बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दें सीख
इन सीखों को देकर आप बच्चों में आत्म सम्मान की सीख दे सकते हैं। इससे आपका बच्चा दूसरों की इज्जत करने के साथ हर काम को करने की क्षमता रखेगा। जीवन में बड़ी से बड़ी मुसीबतों को झेलने की शक्ति रखेगा। यही वजह भी है कि स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स सिखाना जरूरी होता है, ताकि वो आत्मनिर्भर बन सके।