इन हेल्थ प्रॉब्लम्स के अलावा डॉक्टर्स का कहना है कि मधुमेह (Diabetes) जेनेटिकल वजहों से भी हो सकता है। लेकिन सबसे अच्छी बात ये है कि आपको इससे डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि डायबिटीज को आप रिवर्स कर सकते हैं। और जानते हैं इसका इलाज आपको मिलेगा आयुर्वेद में! क्योंकि ये बात साबित हो चुकी है कि आयुर्वेद से डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। वैसे आप सोच रहें होंगे कि डायबिटीज से छुटकारा कैसे संभव है? टेंशन फ्री रहिए, क्योंकि आपको सिर्फ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना है। जैसे अपनी डेली रूटीन को ठीक करें और अपनी खाने-पीने की हैबिट्स को सुधारें। क्योंकि अनहेल्दी ईटिंग पैटर्न के साथ-साथ मेंटल स्ट्रेस, मोटापा और फिजिकल एक्टिविटी की कमी आपको डायबिटीज की गिरफ्त डाल देती हैं। इससे होता ये है कि इन्सुलिन लेवल भी डिस्बैलेंस हो जाता है और साथ ही साथ जब बॉडी के मसल्स, फैट और लिवर ठीक तरह से रिस्पॉन्ड नहीं करते, तो इन्सुलिन रेसिस्टेंस हो जाता है।
लेकिन आपको एक बात और बता दें – जब ब्लड में ग्लूकोज लेवल जरूरत से ज्यादा या जरूरत से कम हो जाए, तो दोनों ही सूरतों में आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है। ऐसे में आपको हमेशा डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। हालांकि कोरोना के दौरान डॉक्टर के पास जाकर रूटीन चेकअप करवाना आपके लिए मुश्किल भरा काम हो गया है, तो आपको ऑनलाइन कंसल्टेशन (E-consultation) की मदद लेनी चाहिए। इस ऑनलाइन कंसल्टेशन में आप अपने डॉक्टर से बातचीत कर हेल्थ से जुड़ी सभी जरूरी बातें शेयर कर सकते हैं और उनसे जरूरी सलाह भी ले सकते हैं। साथ ही यदि आप डायबिटीज रिवर्सल के पांच सिक्रेट्स जानना चाहते हैं, तो आपको जल्द ही होनेवाले वेबिनार में फ़्री रजिस्टर करना चाहिए।
चलिए, अब बात करते हैं डायबिटीज डायट की, जो डायबिटीज को हराने में आपके लिए पहली सीढ़ी का काम करेगा। डायबिटीज डायट जानना बेहद जरूरी है।
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पढ़ लें डायबिटीज डायट (Diabetes diet) की ABCD
मीठा कम खाओ, रात को ब्रेड मत लेना खाने में… और न जाने क्या क्या! हम ये सब तब सुनते हैं, जब हमें डायबिटिक होने का टैग मिल जाता है। जाहिर है ये बातें सुनना किसी को अच्छा नहीं लगता। लेकिन निराश होने से कैसे काम चलेगा! हमें कुछ ऐसा करना होगा कि खाने-पीने से जुड़ी इस तकलीफ को जड़ से ही खत्म कर दें! तो चलिए जान लेते हैं ये कैसे करना है –
अब सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि डायबिटज डायबिटीज डायट (Diabetes diet) पर इतना ध्यान रखना जरूरी क्यों है? दरअसल, हर डायबिटिक व्यक्ति की उम्र, वजन, लिंग, हाइट, दिनचर्या, व्यवसाय के मुताबिक उसकी डायट और कैलोरीज को परखा जाता है। ऐसे में आपकी डायट को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि उसमें आपको सभी पौष्टिक चीजें खाने का मौका मिले।
अगर बात करें आपके डायट की, तो इसमें फाइबर रिच फूड, जैसे छिलके सहित गेहूं की रोटी, जौ, बीन्स, नट्स, सेब आदि। सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन (ड्रमस्टिक), पालक, तुरई, शलजम, बैंगन, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, ब्रोकली, टमाटर, बंदगोभी, सोयाबीन, जौ, चना, पुदीना, हल्दी, काला चना, दालचीनी, फलीदार सब्जियां जैसे बीन्स, सेम फली, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल की जाती हैं।
आपको जान कर हैरानी होगी कि ये इतना बड़ा फूड मेन्यू फाइबर से भरपूर, लेकिन लो शुगर है। जो कि आपकी जरूरत के मुताबिक है। ये सभी फूड आयटम्स आसानी से डायजेस्ट हो जाते हैं और डायबिटीज की तकलीफ में आपको फायदा पहुंचाते हैं।
लेकिन कहीं आप ये तो नहीं सोचते कि डायबिटीज को रिवर्स नहीं किया जा सकता? तो ये भी सरासर गलत जानकारी है। ऑनलाइन कंसल्टेशन (E-consultation) से ये बिलकुल मुमकिन है। पर लगन के बगैर तो आज तक कुछ नहीं हुआ, तो थोड़ी मेहनत तो जरूर लगेगी। अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए और रोग-मुक्त रहने के लिए, कुछ परिश्रम तो करना ही होगा!
आइए अब थोड़ा डायबिटीज डायट में शामिल उन फूड आयटम्स के बारे में जान लेते हैं, जो मधुमेह (Diabetes) को रिवर्स कर सकते हैं!
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