सिंथेटिक दवाओं का रिप्लेसमेंट? देखें ऑल्टरनेटिव मेडिसिन की ओर
सिंथेटिक मेडिसिन और इंसुलिन का रिप्लेसमेंट आयुर्वेद से बिलकुल मुमकिन है। आयुर्वेद में कई ऐसे इलाज मौजूद हैं, जो डायबिटीज को जल्द से जल्द दूर कर सकते हैं। अब समय है इन आयुर्वेदिक चीजों के बारे में जानने का, जो आपको मधुमेह (Diabetes) में आराम दिला सकते हैं, और वो भी सिंथेटिक मेडिसिन और इंसुलिन के इस्तेमाल के बगैर!
- फलत्रिकादि क्वाथ (Phaltrikadi Kvath)
आयुर्वेद में डायबिटीज का आयुर्वेदिक इलाज फलत्रिकादि क्वाथ से किया जाता है। दरअसल फलत्रिकादि क्वाथ एक आयुर्वेदिक मेडिसिन है, जिसे आयुर्वेद एक्सपर्ट्स कई हर्ब्स को मिलाकर तैयार करते हैं।
- निशा-अमलकी (Nisha-amalki)
डायबिटीज की आयुर्वेदिक दवाओं में शामिल निशा-अमलकी आपको तब दी जाती है, जब डायबिटीज ने आपका चैन-सुकून छीन लिया हो। निशा-अमलकी हल्दी और आंवलें को मिला कर तैयार की जाती है। इससे ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) तो कंट्रोल में रहता ही है, साथ ही आर्टरीज भी हेल्दी बनी रहती है।
- निशा कतकादिकषाय (Nisha katkadikshay)
ये एक ऐसी दवा है, जो आम के बीज, बैरी, समंग और हरीतकी जैसे 12 अलग-अलग हर्ब्स को मिला कर बनाई जाती है। निशा कतकादिकषाय का इस्तेमाल डायबिटीज में आम तौर पर किया जाता है। इस आयुर्वेदिक मेडिसिन से डायबिटीज की तकलीफों, जैसे बार-बार टॉयलेट जाना, पैरों में जलन, बार-बार प्यास लगना या थकावट में जल्द से जल्द रिलीफ मिल सकता है। लेकिन इन आयुर्वेदिक दवाओं को लेने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।
इन्सुलिन और सिंथेटिक मेडिसिन्स से जुड़े कुछ सवालों के जवाब जानने के लिए हैलो स्वास्थ्य की टीम ने बीएएमएस, वाईआईसी, एग्जीक्यूटिव डिप्लोमा इन न्यूट्रास्यूटिकल्स एवं गवर्मेंट सर्टिफायड ट्रेनर डॉ. अभिषेक कनाडे से खास बात की, जो कुछ इस तरह है-
सवाल: क्या डायबिटीज पेशेंट्स का आयुर्वेद से इलाज संभव है?
जवाब: आयुर्वेद से न सिर्फ ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) को कंट्रोल किया जा सकता है, बल्कि इससे ओवरऑल हेल्थ को फिट रखना संभव है। अगर डायबिटिक पेशेंट आयुर्वेद डॉक्टर से कंसल्ट करते हैं, तो इस बीमारी पर ब्रेक लगाया जा सकता है।
सवाल: डायबिटिक पेशेंट्स अगर आयुर्वेदिक मेडिसिन्स ले रहें हैं या लेते हैं, तो उन्हें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जवाब: अगर आप डायबिटिक है और आयुर्वेदिक मेडिसिन्स ले रहें हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। जैसे:
- समय पर हेल्दी डायट (Healthy diet) फॉलो करना चाहिए
- रात के वक्त अच्छी नींद लें (दिन में न सोएं तो बेहतर है)
- एक्सरसाइज रोजाना करें (अगर किसी कारण आप एक्सरसाइज नहीं कर पा रहें हैं, तो ऐसे में वॉकिंग जरूर करें)
सवाल: आयुर्वेदिक मेडिसिन्स से डायबिटीज की तकलीफ कब तक दूर हो सकती है?
जवाब: डायबिटिक पेशेंट्स अगर आयुर्वेदिक मेडिसिन्स ले रहें हैं, तो यह जरूरी नहीं कि उनकी तकलीफ एक सप्ताह या एक महीने में ही ठीक हो जाए। दरअसल यह पेशेंट्स के कुछ बातों पर निर्भर करती है। जैसे:
- पेशेंट का बॉडी स्ट्रक्चर कैसा है
- डायबिटीज की तकलीफ कितनी पुरानी है
- ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) कितना रहता है
- और पेशेंट्स की लाइफस्टाइल (Lifestyle) कैसी है।
सवाल: अगर ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) हाय या लो हो जाए, तो ऐसी स्थिति में पेशेंट्स को क्या करना चाहिए?
जवाब: डायबिटीज पेशेंट्स को रेग्यूलर बेसिस पर ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) चेक करना चाहिए। इसके साथ ही मेडिसिन्स वक्त पर लेना चाहिए, जिससे ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रहे और डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए।
तो अब आप समझे कि कैसे बगैर सिंथेटिक मेडिसिन और इन्सुलिन के इस्तेमाल के बिना आप कैसे डायबिटीज को मात दे सकते हैं! ये सभी आयुर्वेदिक दवाएं आपको एक हेल्दी जिंदगी दे सकती हैं, बस आपके लिए जरूरी है एक परफेक्ट आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से बात करना, जिससे आप ऑनलाइन कंसल्टेशन (e-consultation) के जरिए इलाज करवा सकें। एक्सपर्ट आपकी तकलीफों को जान कर उसका सटीक इलाज देते हैं, जिससे आप आसानी से डायबिटीज जैसी तकलीफ से भी छुटकारा पा सकते हैं। तो देर किस बात की है! आज ही, अभी सिंथेटिक मेडिसिन और इन्सुलिन से छुटकारा पाएं और अपनाएं आयुर्वेद की राह, क्या पता आप भी अपनी मंजिल तक पहुंच ही जाएं!
अगर आपकी विल पवार स्ट्रॉन्ग हो, तो किसी भी बीमारी से लड़ना आसान हो सकता है। नीचे दिए इस वीडियो लिंक में मिलिए मिसेज पुष्पा तिवारी रहेजा से। मिसेज रहेजा ने कभी न ठीक होने वाली बीमारियों की लिस्ट में शामिल डायबिटीज यानि शुगर लेवल (Sugar level) को कंट्रोल कर पाईं हैं।