
कहते हैं इंसान की इच्छाशक्ति के आगे बड़ी से बड़ी बीमारी हार जाती है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जिसमें लोगों ने अपनी विल पॉवर से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी तक को हरा दिया, तो डायबिटीज भला क्या चीज है? याद रखिए, अगर आप बीमारी से डर गए तो वह आप पर हावी हो जाएगी। कहते हैं कई बार लोग बीमारी से नहीं उसके डर से मर जाते हैं (जैसा हाल ही में कोरोना के मामले में भी हुआ)। तो ध्यान रखिए बीमारी कोई भी हो आपको डरना या घबराना नहीं है, बस डॉक्टर द्वारा बताए गए इंस्ट्रक्शन फॉलो करना है।
‘वर्ल्ड डायबिटीज डे’ पर हम आपके लिए ऐसे कुछ लोगों के इंटरव्यूज से सजी सीरीज स्वाद से मीठा गया है, जिंदगी से नहीं’ लेकर आए हैं, जो वर्षों से डायबिटीज से पीड़ित हैं और उसका डटकर सामना कर रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं, जो बीमारी के कंट्रोल में नहीं, ब्लकि इन्होंने इस बीमारी को कंट्रोल कर लिया है। तो आइए उन्हीं से जानते हैं कि वे कैसे डायबिटीज जैसी बीमारी के साथ लाइफ को एंजॉय कर रहे हैं?
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Q-1. चलिए, नाम से शुरू करते हैं! नाम के साथ अपनी उम्र भी बताइए।
जी जरूर, मेरा नाम वेद प्रकाश है और उम्र 40 साल है। मैं एक बिजनेसमैन हूं।
Q-2. आपको डायबिटीज की समस्या कब से है?
मैं 10 साल से डायबिटीज से पीड़ित हूं। जब मुझे पता चला कि मुझे डायबिटीज है, तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ, क्योंकि मैं सोचता था कि यह बुजुर्गों को होने वाली बीमारी है और उस समय मेरी उम्र सिर्फ 30 साल थी।
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Q-4. आपको किस प्रकार की डायबिटीज है और क्या यह कंट्रोल में रहती है?
मुझे जनरल टाइप 2 डायबिटीज है। डायबिटीज ऐसी बीमारी है जो कभी कंट्रोल में रहती है, तो कभी नहीं। जीवनशैली में बदलाव, खानपान पर ध्यान ना देना, एक्सरसाइज ना करना, ये सभी फैक्टर्स डायबिटीज की बीमारी को बिगाड़ने के लिए काफी हैं। अगर आपने थोड़ी सी भी लापरवाही कर दी, तो शुगर का लेवल असंतुलित हो जाता है।
Q-5. पहले दिन जब आपको पता चला कि आपका लाइफस्टाइल अब पहली जैसा नहीं रहा, तो आपके मन में सबसे पहले क्या ख्याल आया था?
आप ही बताइए, अगर किसी फूडी और स्वीट पसंद करने वाले इंसान को अपना पसंदीदा खाना खाने से मना कर दिया जाए और मीठा खाने की तो उसे इजाजत ही ना हो, तो उसका क्या होगा? मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं डायबिटिक हूं। जब आपको किसी भी गंभीर बीमारी के होने का पता चलता है, तो यकीनन आप परेशान और निराश हो जाते हैं। मेरे साथ भी वैसा ही हुआ। एक दिन अचानक चक्कर आने लगे, तो लगा कि नॉर्मल वीकनेस होगी, लेकिन जब चक्कर आना कम नहीं हुए, तब जाकर टेस्ट कराया तो पता चला कि मुझे डायबिटीज हो गई है।
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Q-6. अच्छा.. हमें ये बताएं कि डायबिटीज जैसी बीमारी के साथ रहने के बाद भी आप अपनी लाइफ को कैसे एंजॉय करते हैं?
अगर इंसान चाहे तो वह कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी एंजॉय कर सकता है। बस कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। जैसे अब बहुत सारी चीजें बदल गईं हैं। मैं फूडी हूं और मीठा मेरा फेवरेट है। कभी-कभी अपनी पसंदीदा चीजें खाकर मैं टेस्ट और हेल्थ को मैनेज कर लेता हूं। मैंने कुछ भी पूरी तरह से खाना बंद नहीं किया है। बस मैं इस बात का ख्याल रखता हूं कि कभी भी ओवरईटिंग न करूं। बाकी सब वैसा ही है जैसे पहले था। मैं गाने सुनता हूं, फिल्में देखता हूं और घूमने जाता हूं। ऐसे ही हंसी-खुशी से जिंदगी कट रही है।
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Q-7. हमारे साथ अपना लाइफस्टाइल शेड्यूल और डायट प्लान शेयर करें।
मैं एक बिजनेसमैन हूं। रात को शॉप बंद करते- करते लेट हो जाता है इसलिए जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना मुश्किल होता है। मैं रोज सुबह 8 बजे तक उठता हूं।
ब्रेकफास्ट – सुबह 9 – 10 के बीच में ब्रेकफास्ट करता हूं, जिसमें सैंडविच या पराठा खाता हूं।
लंच – लंच में छाछ, दो रोटी, सीजनल सब्जी और दाल
डिनर – दो रोटी और सब्जी
5 -6 दिन में एक बार कोई मिठाई
फ्रूट्स में सिर्फ केला खाता हूं ।
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Q-8. क्या आपके पास कोई ऐसी ट्रिक है, जिससे आप खाने को हेल्दी वे में ट्विस्ट कर के अपने खाने में मिठास को घोल सकते हैं?
ऐसी बहुत सारी ट्रिक्स हैं, जैसे गुड़ वाली मिठाई या चीले में मैंदे की जगह सूजी का उपयोग। सबसे ज्यादा मैं जिस ट्रिक का उपयोग करता हूं, वो ये है कि जब भी खीर खाने का मन होता है तो ब्राउन शुगर की खीर बनवा लेता हूं। आजकल हर फूड का कोई ना कोई हेल्दी सब्सिट्यूट उपलब्ध है। मैं कोशिश करता हूं कि उसे ही चुनूं।
Q-9. अच्छा! अब ये सही-सही बताइए कि आप महीने में कितनी बार चीट डे मनाते हैं? क्या खाते हैं?
ये अच्छा सवाल है। पहले तो मेरा मन करता था कि मैं हर दूसरे दिन चीट डे मनाऊं, लेकिन बीमारी की गंभीरता को समझते हुए अब मैं महीने में तीन बार ही कुछ अनहेल्दी जैसे समोसा, कचोरी और जलेबी (जो कि मुझे बहुत ज्यादा पसंद है) खाता हूं।
Q-10. अच्छा.. कई बार ऐसा भी होता होगा कि घर में आपके सामने कोई मीठा खा रहा हाेता है, तो उस समय मन में क्या ख्याल आता है?
मेरा भी खाने का मन करता है, लेकिन मैं तब ये सोचता हूं कि अगर मैंने इस तरह से अपना कंट्रोल खो दिया तो मैं कभी परहेज नहीं कर पाऊंगा और मेरी हालत बिगड़ती जाएगी। इसलिए मैं ऐसा कोई काम नहीं करता जिससे मुझे और मेरे परिवार को कोई भी परेशानी हो।
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Q-11. मान लीजिए अगर आपके सामने आपकी पसंद की ये चार मिठाइयां हो और आप केवल एक ही चुन सकते हैं, तो क्या चुनेंगे-
A- रस से भरी जलेबी
B- गुलाब जामुन
C- कम मीठे वाली काजू कतली
D- गुड़ वाली मिठाई
मैं गुड़ वाली मिठाई ही चुनूंगा क्योंकि गुलाब जामुन और जलेबी तो मैं चीट डे पर खा ही लेता हूं। 😉 🙂 वैसे जलेबी मुझे सबसे ज्यादा पसंद है।
Q-12. क्या डॉक्टर ने आपको मेडिसिन लेने की सलाह दी है? अगर हां, तो आपका शेड्यूल क्या है?
हां, पहले डॉक्टर ने मुझे मेडिसिन लेने की सलाह दी थी, जिसे मुझे हैवी फूड खाने से पहले लेना होता था, लेकिन किडनी स्टोन के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने मुझे दिन में दो बार इंसुलिन लेने को कहा है। एक बार सुबह नाश्ते के पहले और दूसरी बार रात में खाना खाने के पहले।
Q-13. आपको कैसे पता चलता है, जब आपके शरीर में शुगर का लेवल बढ़ गया है या कम हो गया है? किस तरह के बदलाव और लक्षण आप महसूस करते हैं?
जैसे ही शरीर में शुगर का लेवल बढ़ता है तो यूरिन प्रॉब्लम्स होने लगती हैं। जैसे: डार्क यूरिन, यूरिन से स्मेल आना । इसके साथ ही ज्यादा पसीना आने लगता है। ये लक्षण दिखते ही मैं समझ जाता हूं कि शुगर का लेवल बढ़ गया है।
Q-14. क्या आप डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं? अगर आपका जवाब हां है, तो किस प्रकार की एक्सरसाइज करते हैं?
हां, वॉक नियमित रूप से करता हूं। इसके लिए मैंने कोई समय फिक्स नहीं किया है। जब मुझे समय मिलता है, वह चाहे सुबह का समय हो या दोपहर के खाने के बाद या फिर शाम को मैं वॉक पर निकल जाता हूं। वॉक करना मुझे अच्छा लगता है। इसके लिए मैं किसी पार्क या खाली रोड को चुनता हूं। वॉक ऐसी एक्सरसाइज है, जो आपको प्रकृति के करीब रखती है।
Q-15. क्या डायबिटीज कभी आपकी मेंटल हेल्थ पर भारी पड़ती है? अगर आपका जवाब हां है, तो अपने आप को मेंटली फिट कैसे रखते हैं?
आपको एक बात बताऊं, जब आपको पता चलता है कि कोई बीमारी हमेशा आपके साथ रहने वाली है, तो अपने आप ही चिड़चिड़ाहट होने लगती है। डायबिटीज के साथ कई प्रकार की रोक-टोक भी रहती है, जैसे ये नहीं खाना, वो नहीं खाना, समय पर खाना, समय पर सोना आदि। तो ऐसे में कभी-कभी थोड़ा गुस्सा भी आता है, लेकिन यह थोड़े समय के लिए ही होता है। उसके बाद मैं ये सोचता हूं चलो मुझे कोई ऐसी बीमारी तो नहीं जिसमें मैं चल फिर नहीं सकता या देख सुन नहीं सकता। इसके बाद मेरा गुस्सा और चिड़चिड़ाहट खत्म हो जाती है। साथ ही यहां पर मैं एक बात और बताना चाहूंगा। ऐसा होने पर मेरी वाइफ मुझे बहुत सपोर्ट करती है। वह मुझे समझाती है और कई बार तो ऐसा भी होता है कि वह मेरे लिए अपनी पसंद की चीज भी नहीं खाती।
Q-16. डायबिटीज पेशेंट होने के तौर पर आपकी लाइफ का सबसे कठिन समय कौन सा रहा है?
डायबिटीज पेशेंट के साथ कई सारी प्रॉब्लम्स होती हैं, उनमें से एक जल्दी घाव का ना भरना भी है। इसके साथ ही अगर आपका शुगर लेवल हाय हो तो कोई सर्जरी भी नहीं हो सकती है। ऐसा ही मेरे साथ हुआ, जो कि अब तक का काफी दर्दनाक इंसीडेंट था। मुझे किडनी स्टोन हो गया था और सर्जरी होने वाली थी, लेकिन मेरी कंडिशन क्रिटिकल थी,क्योंकि शुगर लेवल हाय था। इसलिए ऑपरेशन नहीं हो पा रहा था। उस समय मुझे लगा कि डायबिटीज पेशेंट के लिए शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना कितना आवश्यक होता है। हालांकि बाद में ऑपरेशन हो गया था।
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Q-17. किसी काम को करते समय आपको ऐसा महसूस होता है क्या कि आप डायबिटिक हैं और आप इसे नहीं कर सकते?
मैं ऐसा कभी नहीं सोचता कि मुझे डायबिटीज है, तो मैं ये काम नहीं कर पाऊंगा या मैं ये नहीं कर सकता। हां, मैं जल्दी थक जाता हूं। बहुत ज्यादा मेहनत वाला काम नहीं कर पाता। बहुत ज्यादा पैदल भी नहीं चल सकता, लेकिन इससे किसी प्रकार की कोई परेशानी मुझे नहीं होती है। मैं इसे मैनेज कर लेता हूं। कोई भी काम करता हूं तो बीच में ब्रेक या रेस्ट लेकर करता हूं। छोटे-छोटे पार्ट में बड़े काम को निपटा लेता हूं।
Q-18. जिन्हें अभी-अभी डायबिटीज हुई है, उन्हें आप डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए क्या मैसेज देना चाहेंगे?
मैं उन्हें यही मैसेज देना चाहूंगा कि बीमारी से डरे नहीं, लेकिन इसको कंट्रोल करने के लिए जो जरूरी बाते हैं, उन्हें इग्नोर भी ना करें। साथ ही डायट पर विशेष ध्यान रखें, क्योंकि इस बीमारी में अगर आप डायट कंट्रोल कर लेते हैं, तो आपको आगे ज्यादा परेशानी नहीं होगी। साथ ही वॉक और एक्सरसाइज जरूर करें। जरूरी नहीं है कि आपको जिम ही जॉइन करना है। आप घर पर अगर 15 मिनट भी एक्सरसाइज कर लेते हैं तो काफी है। साथ ही वॉक को अपने रूटीन का हिस्सा बना लें। एक बात और ध्यान रखें शुगर लेवल को हाय नहीं होने दें।
Q-19. डायबिटीज के साथ सबसे बड़ा चैलेंज क्या रहा है?
अब तक की लाइफ में बीमारी के साथ लाइफस्टाइल को ढालना सबसे बड़ा चैलेंज रहा, लेकिन अब मैं पूरी तरह इस लाइफस्टाइल के लिए यूज्ड टू हो गया हूं। इसमें मेरी वाइफ और मेरी बेटी ने बहुत मदद की है। मैं इसके लिए उन्हें थैंक्यू बोलना चाहूंगा। उनके सपोर्ट और केयर के बिना यह संभव नहीं हो पाता।
Q-20. क्या आपको मालूम है कि डायबिटीज को पूरी तरह से रिवर्स किया जा सकता है?
नहीं, मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हो सकता है तो ये मेरे लिए बहुत खुशी की बात होगी।
Q-21. आप अपनी लाइफ का मोटो हमारे साथ शेयर करें।
मेरी लाइफ का मोटो हेल्दी लाइफ विथ फैमिली है। मेरी फैमिली हर खुशी और गम में मेरे साथ है और मैंने अब अपनी लाइफ को भी डायबिटीज के साथ भी हेल्दी बना लिया है। 🙂
वेद प्रकाश जी के इस इंटरव्यू को पढ़कर आप समझ ही गए होंगे कि डायबिटीज जैसी बीमारी के साथ भी आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपना सकते हैं और लाइफ को एंजॉय कर सकते हैं। बस आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा।
इस वीडियो में देखिये कैसे पुष्पा तिवारी रहेजा ने डायबिटीज जैसे गंभीर बीमारी को मात दिया।
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