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एक्यूपंक्चर थेरिपी (Acupuncture therapy) : कैसे होता है ये उपचार?
यह एक पारंपरिक चीइनीज थेरिपी (Chinese therapy) है और कई वर्षो से इस उपचार के प्रभावी परिणाम देखे गए हैं। एक्यूपंक्चर थेरिपी (Acupuncture Therapy) के अंतर्गत बारीक सुईयों को त्वचा में इंजेक्ट कर के इलाज किया जाता है। एक्यूपंक्चर थेरिपी का उद्देश्य आपके शरीर के प्रभावित आंगो में ऊर्जा का संचार करना है। यह एनर्जी पर आधारित एक उपचार है। कई एक्यूपंक्चरिस्ट (Acupuncturists) का भी मानना है कि जब शरीर के कई हिस्सों में ऊर्जा प्रवाह में रूकावट पैदा होने लगती है, तो ऐसे में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। तो ऐसे में एक्यूपंक्चर थेरिपी के द्वारा आपके शरीर में कुछ बिंदुओं पर थेरिपी दी जाती है। जिसमें प्रभावित त्वचा में पतली सुई डाली जाती है और यह चैक किया जाता है कि ऊर्जा प्रवाह में किसी प्रकार की बाधा तो नहीं आ रही है। कभी-कभी सुइयों के साथ, प्रवाह को वापस लाने के लिए सुइयों पर एक माइल्ड इलेक्ट्रिक करंट (mild electric current) या दबाव द्वारा किया जाता है। यह आपकी बीमारी के आधार पर चिकित्सक आपके पास होने वाले सेशंस (sessions) की मात्रा की सलाह देंगे। इस थेरिपी के दौरान, जब शरीर में सुई डाली जाती है, तो आपको थोड़ी सी परेशानी महसूस हो सकती है। इसलिए डॉक्टर इसके बाद आपको आराम की सलाह देते हैं। अब आइए, जानें कि डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर थेरिपी क्या है और मधुमेह के इलाज में किस प्रकार प्रभावकारी है।
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डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर थेरिपी (Acupuncture for Diabetes)
डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर थेरिपी काफी फायदेमंद मानी जाती है। जैसा कि एक्यूपंक्चर थेरिपी (Acupuncture) सुइयों की मदद से होती है। डायबिटीज के इलाज के लिए चिकित्सक पहले आपको कुछ दिनों की डायबिटीज की हिस्ट्री चैक करेंगे। इसके बाद थेरिपिस्ट आपके शरीर में ब्लॉक्ड एनर्जी (blocked energy) की पहचान करते हैं, ताकि उस हिस्से में उपचार द्वारा ऊर्जा के प्रवाह (Energy Flow) की सही किया जा सके। हमारे शरीर में प्रत्येक बिंदु किसी न किसी स्वास्थ्य स्थिति से संबंधित होती है। डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर थेरिपी, किस तरह से इंसुलिन के स्तर को बढ़ाता है।
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सही रखता है इंसुलिन का स्तर (Insulin level)
डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर थेरिपी में की जाने वाली प्रक्रियाओं में आपको दर्द का एहसास भी हो सकता है। क्योंकि जब सुई त्वचा में प्रवेश करायी जाती है, तो वो स्थिति दर्द रहित हो सकती है। सुइयों को लगाने के बाद, आपको 20 से 30 मिनट लगभग एक ही पोजिशन में रखा जा सकता है। कुछ स्थितियों में सुइयों में थोड़ा सा दबाव भी दिया जाता है, ताकि ब्लॉक्ड ऊर्जा (Blocked Energy) को खोला जा सके। यह थेरिपी डायबिटीज के अलावा शरीर में होने वाले अन्य रोगों के खतरे को भी कम करती है। यह डायबिटीड के कई खतरों (Diabetes Risk) व दुष्प्रभावों को कम कर पैंनक्रियाज (Pancreas) के कार्य को नियंत्रित कर इंसुलिन के उत्पादन में मदद करती है। जिससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर लेने में 20 से 30 मिनट का समय लगता है जो कि हर हफ्ते में कम से कम दो बार लेनी होती हैं।
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डायबिटीज की समस्या के इलाज के लिए इस थेरिपी को तीन प्रकार से इस्तेमाल करते हैं जो इस प्रकार हैं:
इलेक्ट्रोएक्यूपंक्चर (Electroacupuncture)