रिसर्चर पता कर रहे हैं कि किसी व्यक्ति को डायबिटीज (Diabetes) होने की संभावना का अनुमान कैसे लगाया जाए। उदाहरण के लिए, टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) वाले अधिकांश गोरे लोगों में HLA-DR3 या HLA-DR4 नामक जीन होते हैं, जो ऑटोइम्यून बीमारी से जुड़े होते हैं। यदि आप और आपका बच्चा गोरे हैं और बॉडी में ये जीन हैं, तो आपके बच्चे का जोखिम अधिक है। अन्य जातीय समूहों में संदिग्ध जीन का कम अध्ययन किया जाता है; हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि HLA-DR7 जीन अफ्रीकी अमेरिकियों को जोखिम में डाल सकता है, और HLA-DR9 जीन जापानी लोगों को जोखिम में डाल सकता है।
टाइप 1 डायबिटीज और हेरिडिटी (Type 1 Diabetes and Heredity) के संबंध के अलावा टाइप 1 के लिए जिम्मेदार अन्य फैक्टर्स
टाइप 1 डायबिटीज और हेरिडिटी (Type 1 Diabetes and Heredity) के बीच संबंध जानने के बाद दूसरे रिस्क फैक्टर्स के बारे में भी जान लेते हैं जो ऑटोइम्यून रिएक्शन को ट्रिगर करते हैं।
ठंडा वातावरण (Cold Weather)
रिसर्चर टाइप 1 डायबिटीज और हेरिडिटी (Heredity) के अलावा एनवायरमेंटल ट्रिगर्स के बारे में भी पता करने की कोशिश कर रहे हैं जो टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) को ट्रिगर करते हैं। जिसमें एक कोल्ड वेदर से रिलेटेड हो सकता है। टाइप 1 डायबिटीज गर्मियों की तुलना में सर्दियों में ज्यादा डेवलप होती है। साथ ही यह ठंडी जगहों और वातावरण में ज्यादा कॉमन है।
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वायरस (Virus)
एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार शोधकर्ताओं ने गर्भावस्था के दौरान मेटरनल वायरस (Maternal virus) के संपर्क में आने और उनके बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज के विकास के बीच संबंध की जांच की। शोधकर्ताओं ने पाया कि मेटेरनल वायरल (Maternal virus) संक्रमण और बच्चे में टाइप 1 डायबिटीज के विकास के बीच एक मजबूत संबंध था।
शुरुआती डायट (Early Diet)

शुरुआती आहार भी टाइप 1 डायबिटीज के डेवलपमेंट में प्रमुख भूमिका निभा सकता है। शुरुआती समय में ब्रेस्टफीड करने वाले बच्चों में आगे की लाइफ में टाइप 1 डायबिटीज के डेवलप होने का रिस्क कम होता है।
टाइप 1 डायबिटीज और हेरिडिटी के बीच के कनेक्शन को कैसे कम किया जा सकता है?
शोधकर्ताओं ने अभी तक डायबिटीज के लिए सभी आनुवंशिक जोखिम कारकों (Genetic risk factors) की खोज नहीं की है, और सभी के लिए अपने रिस्क फैक्टर को निर्धारित करने के लिए जेनेटिक टेस्टिंग करना अभी तक संभव नहीं है। हालांकि, जो लोग जानते हैं कि वे इस स्थिति को विकसित करने की अधिक संभावना रखते हैं, वे अपने जोखिम को कम करने के लिए कदम उठा सकते हैं। जेनेटिक टेस्टिंग टाइप 1 डायबिटीज के बारे में पहले से आगाह कर सकती है और कुछ लोगों में टाइप 1 और 2 के बीच अंतर कर सकती है।
शोधकर्ता अभी भी आनुवंशिक परीक्षणों (Genetic Testing) पर काम कर रहे हैं जो टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बारे में भविष्यवाणी कर सकते हैं। जो कोई भी दिलचस्पी रखता है उसे अपने डॉक्टर से इन टेस्ट के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इस प्रकार वे टाइप 1 डायबिटीज और हेरिडिटी (Type 1 Diabetes and Heredity) के बीच के कनेक्शन को पहले से पहचान सकते हैं।
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टाइप 1 डायबिटीज के लक्षण (Type 1 Diabetes Symptoms)
