इन ऊपर बताये कारणों के साथ-साथ अनुवांशिक कारणों से भी ब्लड शुगर (Blood sugar) की समस्या हो सकती है। डायबिटीज की समस्या से बचने के लिए या अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो ब्लड शुगर लेवल बैलेंस्ड बनाये रखने के लिए खान-पान का विशेष ख्याल रखना चाहिए। वैसे डायबिटीज में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं यह एक बड़ी चुनौती के तौर पर देखी जा रही है। डायबिटीज की बढ़ती परेशानी के पीछे मुख्य कारण है असंतुलित खानपान, मानसिक तनाव (Mental stress), मोटापा (Obesity) और फिजिकल एक्टिविटी (Physical की कमी। यही कारण है की डायबिटीज की समस्या (Diabetes problem) हमारे देश में बड़ी तेजी से बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण है ‘इंसुलिन की कमी’। इंसुलिन हहॉर्मोन पैनक्रियाज (Pancreas) से निकलता है, जो ग्लूकोस को नियंत्रित करने का कार्य करता है।
ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य से ज्यादा और सामान्य से कम होना दोनों ही स्थितियां घातक होती हैं। इसलिए शारीरिक परेशानी न बढ़े और स्वास्थ्य विशेषज्ञ के संपर्क में रहें। हालांकि जबसे कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा शुरू हुआ है तब से रूटीन चेकअप करवाना डिफिकल्ट साबित हो रहा है। लेकिन ऐसे वक्त में ऑनलाइन कंसल्टेशन (E-consultation) से डायबिटीज के पेशेंट्स अपना शुगर लेवल (Blood sugar level) कंट्रोल कर सकते हैं। ऑनलाइन कंसल्टेशन में आप अपने डॉक्टर से अपनी स्वास्थ्य की जानकारी दे सकते हैं और हेल्थ एक्सपर्ट जो सलाह दें, उसका पालन सही से करें। कोविड-19 के वक्त में स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी पेशेंट्स से ऑनलाइन कंसल्टेशन कर पेशेंट्स को फिट रहने में मदद कर रहें हैं ।
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कैसा हो डायबिटीज में डायट? (Diabetes diet)
डायबिटीज में डायट की भूमिका
डायबिटीज में क्या खाएं यह मरीजों के आहार की मात्रा कैलोरी पर निर्धारित रहती है, जो हर मरीज की उम्र, वजन, लिंग, हाइट, दिनचर्या, व्यवसाय आदि पर निश्चित की जाती है। इसके आधार पर हर व्यक्ति का अलग-अलग डायबिजित में डायट चार्ट (Diabetes diet) बनता है। इस बीमारी में भोजन में समय और मात्रा पर खास ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि डायबिटीज के दौरान ऐसे आहार भी होते हैं, जो जहर का काम करते हैं और उन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया जाना चाहिए।
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मधुमेह में डायट (Diabetes diet) कैसी होनी चाहिए?
डायबिटीज में डायट (Diabetes diet) में ज्यादा फाइबर युक्त भोजन, जैसे छिलके सहित गेहूं की रोटी, जौ आदि जैसे कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) शामिल होनी चाहिए, क्योंकि वे ब्लड फ्लो में धीरे-धीरे मिल जाते हैं।
डायबिटीज के मरीज के लिए सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन (ड्रमस्टिक), पालक, तुरई, शलजम, बैंगन, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, ब्रोकली, टमाटर, बंदगोभी, सोयाबीन की मंगौड़ी, जौ, बंगाली चना, पुदीना, हल्दी, काला चना, दालचीनी, फलीदार सब्जियां जैसे बीन्स, सेम फली, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करनी चाहिए।