ऐसा माना जाता है कि बच्चों और किशोरों में टाइप 1 डायबिटीज होना सामान्य है और टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर वयस्कों में पाई जाती है। टाइप 1 डायबिटीज को जुवेनाइल डायबिटीज भी कहा जाता है। टाइप 1 डायबिटीज के कारण अग्न्याशय इंसुलिन नहीं बना पाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हाल ही में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि बच्चे भी टाइप 2 डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं और बच्चों में यह समस्या लगातार बढ़ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है बच्चों में मोटापा। टाइप 2 डायबिटीज के कारण हमारा शरीर इंसुलिन को बना या उसका ठीक से प्रयोग नहीं कर पाता है। आज हम बात करेंगे बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes in Children) के बारे में और जानेंगे बच्चों में टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज में अंतर।