हेल्दी डायट (Healthy Diet)
बच्चों में डायबिटीज एक क्रॉनिक स्थिति है। इसके लिए आपको हेल्दी ब्लड ग्लूकोज लेवल को बनाए रखने के लिए लाइफस्टाइल में परिवर्तन करना होगा। इसके लिए आपको अपने बच्चे में आहार में यह बदलाव ला सकते हैं:
- बच्चे को दिन में कम से कम पांच बार फल और सब्जियां खाने को दें।
- उन्हें अच्छा आहार खाने को कहें, जिसमें फायबर अधिक हो लेकिन फैट कम हो ।
- एक समय में थोड़ी मात्रा में खाने को दें और थोड़ी-थोड़ी देर के बाद कुछ खाने को दें।
- चीनी युक्त आहार न दें।
- पानी अधिक पीने को कहें
फिजिकल एक्टिविटीज (Physical Activities)
फिजिकल एक्टिविटी करने से ब्लड शुगर कम रहती है। इसलिए अपने बच्चे को नियमित रूप से दिन में कम से कम एक घंटा एरोबिक करने के लिए कहें। बच्चों का स्क्रीनिंग टाइम कम कर दें। ताकि वो गेम्स खलने, टीवी या कंप्यूटर पर कार्टून देखने में कम समय बिताएं।
वजन कम करने को कहें (Lose Weight)
ऐसा माना जा रहा है कि बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes in Children) का मुख्य कारण बच्चों का बढ़ता वजन है। इसलिए बच्चों का वजन कम हो इस बात का ध्यान रखें। अगर आपके बच्चे का वजन अधिक है तो उसका वजन कम करने पर विचार करें। इसके लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
दवाईयां (Medication)
बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज के उपचार के लिए तीन दवाइयां निर्धारित की गयी हैं। मेटफोर्मिन (Metformin) लिराग्लूटाइड (Liraglutide) और इंसुलिन। मेटफोर्मिन एक पिल है जो ब्लडस्ट्रीम में से बच्चे के लिवर की शुगर को कम करती है और शरीर की कोशिकाओं को अधिक प्रभावी ढंग से इंसुलिन का उपयोग करने में मदद करती है।
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इंसुलिन (Insulin)
कई बार बच्चों को इंसुलिन की जरूरत पड़ती है , जब उनका ब्लड ग्लूकोज लेवल बहुत अधिक हो। जीवनशैली में बदलाव और अन्य दवाईयों के साथ ही बच्चों के लिए इंसुलिन भी जरूरी है।
टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों को इसके कारण और कौन सी समस्याएं हो सकती हैं? (Complications of type 2 diabetes in a child)
टाइप 2 डायबिटीज एक भयानक स्थिति है, जिसका समय पर निदान और उपचार होना जरूरी है। अगर सही समय पर उपचार न हो तो यह समस्या कई अन्य परेशानियों का कारण बन सकती हैं और यह बीमारियां पूरी उम्र उसके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। यह परेशानियां इस प्रकार हैं:
बच्चों को इसके कारण कुछ अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जो उम्र के बढ़ने के साथ नजर आ सकती हैं
- वैस्कुलर डिजीज (Vascular Disease)
- किडनी डैमेज (Kidney Damage)
- आई डैमेज (Eye Damage)
- हार्ट डिजीज (Heart Disease)
- नर्वस सिस्टम को नुकसान होना (Damage to the Nervous System)

डॉक्टर के पास कब जाएं?
अगर आपको अपने बच्चों को टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes in Children) का कोई भी लक्षण नजर आता है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। क्योंकि, इस समस्या के उपचार के बिना यह स्थिति गंभीर हो सकती है। यह गंभीर लक्षण इस प्रकार हैं:
- डायबिटीज की स्क्रीनिंग उन बच्चों के लिए विशेष रूप से जरूरी है जिनका वजन अधिक है या जो मोटे हैं।
- जिन बच्चों में अभी-अभी किशोरावस्था में कदम रखा है और जिनकी उम्र कम से कम दस साल है। उन्हें इसका जोखिम अधिक होता है।
- टाइप 2 डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री होने पर भी बच्चों में यह समस्या होने का जोखिम बढ़ जाता है।
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छोटे बच्चों का विकास अभी हो रहा होता है। ऐसे में अगर उनका वजन अधिक है, तो आपका लक्ष्य उनके वजन को कम करना होना चाहिए। ताकि, उनकी ग्रोथ और विकास सामान्य तरीके से हो सके। लेकिन, डॉक्टर से पूछे बिना उन्हें कोई वेट लॉस डायट को फॉलो करने के लिए न कहें। अगर आपका बच्चा अधिक प्यास, मूत्र त्याग या लगातार वजन कम होने की समस्या से गुजर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। याद रखें बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes in Children) के साथ ही टाइप 1 डायबिटीज दोनों ही गंभीर कंडीशंस हैं। ऐसे में किसी भी जटिलता से उन्हें बचाने के लिए समस्या का सही समय पर निदान और उपचार होना जरूरी है। अपने बच्चे को इस समस्या से बचाने के लिए उन्हें हेल्दी हैबिट्स अपनाने को कहें।