इसका हर कैप्सूल 400mg का होता है, यानी दो कैप्सूल लेने का मतलब है डेली 800mg मेरिट्रीम की डोज। बेहतर परिणाम के लिए यह कैप्सूल खाने से आधे घंटे पहले ली जानी चाहिए। ध्यान रखें कि सिर्फ इस कैप्सूल को लेने से वजन कम नहीं होगा, बल्कि यह वजन कम करने के पारंपरिक तरीके एक्सरसाइज और हेल्दी डायट के साथ मिलकर वजन घटाने में अतिरिक्त मदद करता है। चूकी यह प्राकृतिक चीजों से मिलकर बना है इसलिए उसका इस्तेमाल सुरक्षित है। इस पिल का बेहतर परिणाम तभी मिलेगा जब आप हेल्दी डायट और एक्सरसाइज के साथ इसका सेवन करेंगे।
मेरिट्रीम सप्लीमेंट के साइड इफेक्ट (Meratrim side effects)
हालांकि इसका इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोगों में किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है, लेकिन कुछ लोगों में माइल्ड साइड इफेक्ट जैसे पेट दर्द, मितली की समस्या देखी गई है, लेकिन वह भी कुछ समय में ही ठीक हो जाता है। वैसे तो कई अध्ययन में इसे पूरी तरह से सुरक्षित माना गया है, लेकिन कुछ मामलों में यह आई इरिटेशन की वजह बन सकता है। इसलिए किसी तरह की बीमारी से पीड़ित और कुछ खास हेल्थ कंडिशन वाले लोगों को मेरिट्रीम सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बाद ही यह पिल लेनी चाहिए।
- जिन लोगों की सर्जरी होने वाली है, उन्हें सर्जरी से करीब 2 हफ्ते पहले ही इस पिल का सेवन बंद कर देना चाहिए।
- इस बात का ध्यान रखें कि FDA ने इस पिल को रिव्यू नहीं किया है।
- अध्ययन के मुताबिक मेरिट्रीम जानवरों और इंसानों के इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है।
सबके लिए बेहतर यही होगा कि सेल्फ मेडिकेशन की बजाय डॉक्टर की सलाह पर ही इस पिल का सेवन करें।
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आखिर क्यों बढ़ता है वजन? (Reason for obesity)
ओबेसिटी यानी मोटापा आजकल पूरी दुनिया में बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। इसलिए लोग वजन कम करने के लिए हर तरकीब आजमाने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन वजन घटाने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर मोटापा किन कारणों से बढ़ता है।
- यकीनन पहला कारण है अनहेल्दी डायट। समय पर खाना न खाना और बैलेंस डायट की जगह फास्ट फूड, जंक फूड, तला-भूना मसालेदार, मैदे से बनी चीजें, ड्रिंक्स आदि का अधिक सेवन करने से मोटापा बहुत बढ़ जाता है। आपने ध्यान दिया होगा कि घर का बना सादा भोजन करने वालों की तुलना में होटल का खाना ज्यादा खाने वालों में ओबेसिटी की समस्या अधिक होती है।
- वजन बढने का एक कारण तनाव भी है। आजकल की जीवनशैली में हर कोई किसी न किसी रूप में तनाव का शिकार हो जाता है और तनाव कई हार्मोन्स को प्रभावित करके वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदा है। कुछ लोग स्ट्रेस होने पर मीठा अधिक खाने लगते हैं, तो कुछ इमोशनल ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं।
- समय पर नाश्ता, खाना नहीं खाने से भी वजन बढ़ता है। बहुत से लोगों को लगता है कि यदि वह सुबह का नाश्ता स्किप करेंगे तो उनका वजन कम हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर तीनों समय पर करना जरूरी है, हां आपको बस हेल्दी फूड ही खाना चाहिए। रात में सोने से कम से कम 2 घंटे पहले हल्का भोजन करें और खाने के बाद थोड़ा सैर कर लें।
- नींद पूरी न होने पर भी वजन बढ़ने लगता है। इससे शरीर की आंतरिक कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार 7-8 घंटे से कम या अधिक सोने वाले लोगों को ज्यादा कैलोरी का सेवन करने की जरुरत महसूस होती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है।
- एक्सरसाइज नहीं करने से भी आपकी सेहत बिगड़ जाती है और वजन बढ़ने लगता है। हेल्दी डायट के साथ ही रोजाना एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। सुबह कम से कम आधे से एक घंटे की कसरत आपको वजन संतुलित रखने में मदद करेगी।
- कुछ दवाओं की वजह से भी मोटापा बढ़ सकता है जैसे एंटी-डिप्रेसेंट, स्टेरॉयड या बर्थ कंट्रोल पिल्स। वजन बढ़ने के रूप में इन दवाओं के साइड इफेक्ट दिखते हैं।
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