बच्चों में डायबिटीज की समस्या पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ती जा रही है। 18 साल से कम उम्र के बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज मामले सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर तो बुरा असर पड़ता ही है। साथ ही साथ बच्चों में डायबिटीज के लक्षण से उसकी सोशल लाइफ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। बच्चों में मधुमेह के लक्षणों को जल्द से जल्द पहचानने से डायबिटीज के उपचार में मदद मिल सकती है। इससे बच्चों को भविष्य़ में कई तरह के रोगों से बचाया जा सकता है। इसलिए, “हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में जानते हैं कि बच्चों में डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 के कारण और लक्षण क्या हैं? यह बीमारी बच्चों की जिंदगी को किस तरह प्रभावित कर सकती है।