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डायबिटीज और फ्रोजन शोल्डर : आखिर दोनों में क्या है संबंध?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    डायबिटीज और फ्रोजन शोल्डर : आखिर दोनों में क्या है संबंध?

    फ्रोजन शोल्डर (Frozen Shoulder) के बारे में आपने अक्सर सुना होगा, लेकिन जब तक इसका सामना नहीं होता तब तक इसकी गंभीरता का अंदाजा नहीं होता। डायबिटीज (Diabetes) का सामना कर रहे लोगों को अक्सर इस समस्या से गुजरना पड़ता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार 10 से 20 प्रतिशत से अधिक लोगों को डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Diabetes and frozen shoulder) की परेशानी होती है। वहीं जनरल पॉपुलेशन में 2 से 5 प्रतिशत लोग इस समस्या से ग्रसित होते हैं। डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर क्यों होता है इससे कैसे बच सकते हैं आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं। पहले जान लेते हैं फ्रोजन शोल्डर होता क्या है?

    फ्रोजन शोल्डर क्या होता है? (Frozen shoulder)

    फ्रोजन शोल्डर को एडहेसिव कैप्सूलाइटिस (Adhesive capsulitis) कहा जाता है। ऐसा तब होता हे जब शोल्डर के जॉइंट सूज जाते हैं और स्टिफ हो जाते हैं। यह उन कंडिशन में से एक है जो धीरे-धीरे विकसित होती है। जब शोल्डर की बॉल और सॉकेट जॉइंट (Socket joint) में मोबेलिटी (Mobility) की कमी हो जाती है तो वे मूव नहीं कर पाते और फ्रोजन (Frozen) हो जाते हैं। इस कंडिशन में व्यक्ति अपना हाथ नहीं उठा पता। वहीं कुछ मामलों में किसी भी प्रकार के मूवमेंट से दर्द होता है। यहां तक कि व्यक्ति को शर्ट के बटन लगाने में भी दर्द का सामना करना पड़ता है।

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    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर क्यों होता है? (Diabetes and Frozen shoulder)

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes)

    डायबिटिक (Diabetic) लोगों में फ्रोजन शोल्डर की समस्या सामान्य लोगों की तुलना में दोगुना होती है। जिसका कारण शोल्डर में मौजूद कोलेजन (Collagen) पर प्रभाव है। जो जॉइंट में हड्डियों को जोड़कर रखता है। शुगर मॉलिक्यूल्स (Sugar molecules) के अटैच होने पर कोलेजन स्टिकी (चिपचिपा) हो सकता है। इससे टेंडन (Tendon) और लिंगामेंट्स (Ligaments) सख्त और कमजोर हो जाते हैं। जिससे मूवमेंट में कमी आती है और कंधा सख्त होने लगता है। इस प्रॉसेस को ग्लाइकोसिलेशन (Glycosylation) कहा जाता है।

    डायबिटीज को कंट्रोल ना करने पर यह मस्क्युलर और स्केलेटल प्रॉब्लम्स का कारण बनती हैं। वहीं हाय ब्लड शुगर लेवल (High Blood sugar level) भी कॉम्प्लिकेशन का कारण बनती है जिसमें फ्रोजन शोल्डर शामिल है। लंबे समय से डायबिटीज से पीड़ित लोगों में फ्रोजन शोल्डर कर रिस्क ज्यादा होता है। दूसरी कॉम्प्लिकेशन की तरह ही डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर  (Diabetes and frozen shoulder) की समस्या का सामना डायबिटिक व्यक्ति को करना पड़ता है।

    फ्रोजन शोल्डर के लक्षण क्या हैं? (Frozen shoulder symptoms)

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes) हो या डायबिटीज के बिना दर्द और स्टिफनेस (Stiffness) इसके दो प्रमुख लक्षण हैं। ये लक्षण माइल्ड से लेकर सीवियर तक हो सकते हैं। जिसमें कई बार व्यक्ति कंधे को हिलाने में भी सक्षम नहीं रहता। ये लक्षण इसकी तीन स्टेज में व्यक्ति को प्रभावित कर सकते हैं।

    स्टेज वन फ्रीजिंग (Stage 1 freezing)

    इस स्टेज पर शोल्डर में बहुत दर्द होता है और मोशन में तकलीफ होती है। यह स्टेज 6 हफ्ते से 9 महीने तक रहती है।

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    स्टेज 2 फ्रोजन (Stage 2 Frozen)

    इस स्थिति में पेन कम हो सकता है, लेकिन कंधा बहुत ज्यादा सख्त हो जाता है। यह स्टेज 4 से 12 महीने तक रह सकती है।

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Diabetes and frozen shoulder)

    स्टेज 3 थॉविंग (Stage 3 Thawing)

    यह स्थिति 6 महीने से कई सालों तक रह सकती है। इसमें शोल्डर के मूव करने की क्षमता में सुधार होगा और रोज के काम करने में परेशानी थोड़ी कम होगी।

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Diabetes and frozen shoulder) होने पर इनमें से कुछ अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। अर्ली डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट से इस स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सकता है।

    फ्रोजन शोल्डर के कारण क्या हैं? (Frozen Shoulder Causes)

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes) का रिस्क ज्यादा बढ़ जाता है ये तो हम बता ही चुके हैं, लेकिन इसके अलावा भी कुछ कारण है जो इसकी वजह बनते हैं। जिसमें निम्न शामिल हैं।

    • हार्ट डिजीज (Heart disease) और स्ट्रोक (Stroke)
    • ओवरएक्टिव और अंडरएक्टिव थायरॉइड
    • आर्म इंजरी या सर्जरी
    • उम्र और जेंडर (फ्रोजन शोल्डर 40 से 60 साल की उम्र में अधिक होता है। वहीं महिलाएं पुरुषों की तुलना में इस कंडिशन से अधिक प्रभावित होती हैं)

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    फ्रोजन शोल्डर के बारे में पता कैसे लगाया जाता है? (How to diagnose frozen shoulder)

    फ्रोजन शोल्डर के बारे में इसके लक्षणों को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। डॉक्टर फिजिकल एग्जामिन करके इस कंडिशन के बारे में पता कर लेता है। डॉक्टर डायग्नोसिस के लिए शोल्डर को मूव करने के लिए कह सकते हैं ताकि उन्हें एक्टिव रेंज ऑफ मोशन के बारे में पता चल सके। साथ ही वे खुद भी हाथ को मूव करा सकते हैं। साथ ही वे शोल्डर में बने रहने वाले दर्द के बारे में पूछ सकते हैं। लक्षणों और स्थिति की गंभीरता पर भी बात की जा सकती है।

    साथ ही डॉक्टर इस बारे में जानकारी लेंगे कि मरीज किसी दूसरी हेल्थ कंडिशन से तो प्रभावित नहीं है। जैसे कि डायबिटीज क्योंकि डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes) की परेशानी देखी जाती है। डॉक्टर दूसरी हेल्थ कंडिशन का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट रिकमंड कर सकते हैं। अगर फ्रोजन शोल्डर की पहचान सिर्फ लक्षणों से नहीं की जा सकती तो डॉक्टर शारीरिक समस्याओं का पता लगाने के लिए दूसरे टेस्ट जैसे कि एक्सरे, अल्ट्रासाउंड स्कैन और एमआरआई भी रिकमंड कर सकते हैं।

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर होने को कैसे रोका जा सकता है? (Frozen Shoulder and Diabetes)

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes) को रोकने का कोई गारंटीड तरीका नहीं है। इसको रोकने का एक ही तरीका है वह है ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखा जाए। ब्लड शुगर लेवल मेंटने में रहने से ग्लाइकोसिलेशन (Glycosylation) प्रॉसेस कम होती है और कोलेजन स्टिकी नहीं हो पता जिससे फ्रोजन शोल्डर का रिस्क कम हो जाता है। इसके साथ ही फिजिकल एक्टिविटीज को अपनाकर फ्रोजन शोल्डर के रिस्क को कम किया जा सकता है।

    फ्रोजन शोल्डर का इलाज  (Treatment of frozen shoulder)

    डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder and Diabetes) की परेशानी हुई हो या किसी दूसरी हेल्थ कंडिशन की वजह से इसका इलाज लक्षणों और स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। ट्रीटमेंट का उद्देश्य दर्द को कम करना और मूवमेंट को बढ़ाना होता है। सबसे पहले फिजियोथेरिपी, शोल्डर एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग रिकमंड की जाती है ताकि कंधे को स्टिफ होने से बचाया जा सके। एक्सरसाइज मोशन को बढ़ाने में मददगार होती है। अफेक्टेड एरिया पर डीप मसाज भी दी जा सकती है।

    एंटी इंफ्लामेटरी पेनकिलर्स (Anti inflammatory Pain killers) लेने की सलाह भी डॉक्टर दे सकते हैं ताकि दर्द कम किया जा सके। कई बार इंफ्लामेशन और लक्षणों को कम करने के लिए स्टेरॉइड इंजेक्शन भी दिए जाते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes) के इस ट्रीटमेंट से ब्लड शुगर हाय हो सकता है। इसलिए इसके बारे में डॉक्टर से जरूर बात करें। साथ ही डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा का उपयोग ना करें। जब ये सारे ट्रीटमेंट काम नहीं करते तो सर्जरी (Arthroscopic surgery) की मदद ली जाती है।

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    सही ट्रीटमेंट और निदान से इस समस्या को आसानी से मैनेज किया जा सकता है। उम्मीद है कि आपको डायबिटीज में फ्रोजन शोल्डर (Frozen shoulder in Diabetes) से संबधित जानकारी मिल गई होगी। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह लें। अगर आपके मन में कुछ सवाल है तो हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। जानकारी के लिए यह आर्टिकल अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ जरूर शेयर करें।

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