डायबिटीज में मरीज का ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है और इंसुलिन का निर्माण नहीं हो पाता। टाइप 1 डायबिटीज के लिए अधिकतर अनुवांशिक कारणों को जिम्मेदार माना जाता है, जबकि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीज (STD) असुरक्षित यौन संबंध बनाने, दूषित इंजेक्शन या एक से अधिक पार्टनर से सेक्स संबंध रखने पर हो सकता है। कई डायबिटीज मरीजों के मन में यह शंका होती है क्या टाइप 1 डायबिटीज होने के कारण उन्हें STD होने का खतरा अधिक होता है? आइए, जानते हैं क्या टाइप 1 डायबिटीज और एसटीडी (सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीज) एक दूसरे से कोई कनेक्शन है?