हर कपल जीवन में कभी न कभी ऐसे दौर से अवश्य गुजरता है, जब उसके पास नियमित सेक्स के लिए समय या एनर्जी नहीं होती। जिंदगी की दौड़धूप में ऐसा होना आम बात है। लेकिन, अगर यह समस्या सामान्य हो जाए तो इसे आप अपनी सेक्शुअल लाइफ के लिए रेड सिग्नल मान सकते हैं। ऐसे में वक्त की नजाकत को समझते हुए आपको अपने निजी और यौन जीवन पर ध्यान देना चाहिए। इन मुद्दों को लेकर शर्माने से अच्छा है, खुल कर इस बारे में बात करना। सेक्स लाइफ को फिर से खुशनुमा बनाने के लिए सेक्स थेरेपी और काउंसलिंग (Sex Therapy and Counselling) बेहद मददगार है। आज हम बात करेंगे इसी सेक्स थेरेपी और काउंसलिंग के बारे में और जानेंगे कि यह किसी तरह से मददगार साबित हो सकती है यौन संबंधों में नयी जान डालने के लिए।