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क्या HPV के साथ सेक्स करना सुरक्षित है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 06/04/2021

    क्या HPV के साथ सेक्स करना सुरक्षित है?

    आपने सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीज (Sexually transmitted disease, STD) के बारे में तो सुना ही होगा, अक्सर लोग एचआईवी यानी एड्स को ही सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीज समझते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई वायरस हैं, जो STD के लिए जिम्मेदार है। इन्हीं में से एक है एचपीवी (HPV) यानी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (Human papillomavirus), जो बेहद खतरनाक होता है और बहुत ही तेजी से फैलता है। यह वायरस यौन संबंध बनाने के दौरान ही फैलता है। सेक्स और एचपीवी (Sex and HPV) में क्या संबंध है और एचपीवी के साथ सेक्स (Sex with HPV) करना क्या सुरक्षित है? जानने के लिए पढ़ें यह आर्टिकल)

    एचपीवी क्या है? (What is HPV)

    एचपीवी (HPV) एक आम सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexually transmitted infection (STI)) है। यह एचआईवी से अलग वायरस है, जो बहुतही तेजी से फैलता है और खास बात यह कि इस वायरस के कारण होने वाली बीमारी के लक्षणों का पता भी नहीं चलता, क्योंकि वह बेहद मामूली होते हैं। जिससे पीड़ित को खुद यह पता नहीं चल पाता की वह एचपीवी (HPV) से संक्रमित है और सेक्स के दौरान पार्टनर को भी संक्रमित कर देता है यानी सेक्स और एचपीवी (Sex and HPV) में सीधा संबंध है। एचपीवी के साथ सेक्स (Sex with HPV) करना पार्टनर को भी रिस्क पर डाल देता है। एचपीवी कई प्रकार के होते हैं और इसके कुछ टाइप से जेनिटल वॉर्टस (Genital warts) और कैंसर (Cancers) भी हो सकता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि वैक्सीन के जरिए इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। साथ ही यौन संबंध बनाने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करके भी एचपीवी के संक्रमण से बचा जा सकता है।

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    एचपीवी कैसे फैलता है?

    एचपीवी के साथ सेक्स करने से यह पार्टनर को भी संक्रमित कर देता है। आमतौर पर एचपीवी का संक्रमण वजाइनल, एनल या ओरल सेक्स से भी फैल सकता है। ज्यादातर यह वजाइनल (Vaginal) या एनल सेक्स (Anal sex) के जरिए ही फैलता है। यदि आप एचपीवी (HPV) संक्रमित के साथ यौन संबंध बनाते हैं और उस व्यक्ति में भले ही उसके कोई संकेत या लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, फिर भी आप संक्रमित हो सकते हैं। सेक्शुअली एक्टिव (Sexually active) किसी भी व्यक्ति को एचपीवी (HPV) हो सकता है, भले ही वह एक ही पार्टनर के साथ संबंध स्थापित करे। इतना ही नहीं संक्रमित होने के बाद आपको एक साल के बाद लक्षण आ सकते हैं, इसी वजह से इस बीमारी का पता लगाना और समय पर इलाज कराना मुश्किल हो जाता है। हालांकि अच्छी बात यह है कि हर किसी में यह खतरनाक नहीं होता। कई बार यह अपने आप ही चला जाता है। सेक्स और एचपीवी (Sex and HPV) एक दूसरे से कनेक्टेड है, लेकिन यौन संबंध (Sex) के दौरान सुरक्षा का ध्यान रखकर इस संक्रमण से पूरी तरह बचा जा सकता है।

    हाय रिस्क एचपीवी में भी नहीं दिखते लक्षण (High-risk HPV symptoms)

    Sex and HPV- सेक्स और एचपीवी

    इस वायरस से होने वाली बीमारी में सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि माइल्ड और गंभीर होने पर भी इसके कोई लक्षण नजर नहीं आते हैँ। लो रिस्क वाले लोगों में तो एचपीवी (HPV) समय के साथ अपने आप चला जाता है, लेकिन हाई रिस्क एचपीवी में भी लक्षण न दिखना खतरनाक हो सकात है, क्योंकि इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। इसलिए समय-समय पर चेकअप कराते रहना बहुत जरूरी है। बहुत से मामलों में कोशिकाओं (cell) में होने वाले असामान्य बदलाव का पता लगाकर सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer ) से बचाव किया जा सकता है, यदि समय पर इसका उपचार न किया जाए तो कैंसर हो सकता है।

    गर्भाशय ग्रीवा (cervix) की असामान्य कोशिकाओं का पता पैप टेस्ट (Pap test) से लगाया जा सकता है। हालांकि पैप टेस्ट सीधे तौर पर कैंसर या एचपीवी का पता नहीं लगता है, लेकिन यह कोशिकाओं में होने वाले असामान्य बदवाव को पता लगाता है जो एचपीवी (HPV) के लिए जिम्मेदार हो सकता है।

    वुल्वा (vulva), पेनिस (penis), एनस (anus) और गले में हाई रिस्क एचपीवी (high-risk HPV) के लिए कोई टेस्ट नहीं है और एचपीवी का कोई लक्षण नहीं होता है। ऐसे में यदि यह कैंसर बन जाता है, तो कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे-

    पिनायल कैंसर (Penile cancer)- यह पेनिस का कैंसर है और इससे पीड़ित होने पर व्यक्ति में कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे पेनिस की त्वचा के रंग में बदलाव या उसका मोटा होना या पेनिस में दर्दनाक घाव होना।

    एनल कैंसर (Anal cancer)- इसमें एनल ब्लीडिंग, दर्द, खुजली, डिस्चार्ज या मल त्याग की आदतों में बदलाव देखा जा सकता है।

    वुल्वर कैंसर (Vulvar cancer)- यह वुल्वा (vulva) का कैंसर होता है जिसमें कई लक्षण दिख सकते हैं जैसे वुल्वा की त्वचा का रंग बदलना या उसका मोटा होना। तेज दर्द, खुजली या गांठ भी हो सकती है।

    गले का कैंसर (Throat cancer)- इसमें गले में खराश, कान में लगातार दर्द, लगातार खांसी आना, दर्द, निगलने और सांस लेने में परेशानी, वजन कम होना और गले में गांठ जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

    यदि आपको ऊपर बताए कोई भी लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

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    मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे एचपीवी है?

    एचपीवी का पता लगाने के लिए कोई टेस्ट नहीं है। साथ ही मुंह और गले के एचपीवी का पता लगाने के लिए कोई प्रमाणिक टेस्ट नहीं है। सिर्फ महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए एचपीवी टेस्ट (HPV test) उपलब्ध है, लेकिन यह स्क्रीनिंग भी सिर्फ 30 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए की जाती है। यह टेस्ट पुरुषों, टीनेजर्स और 30 साल से कम उम्र की महिलाओं के लिए नहीं है। बहुत से लोगों को तो पता भी नहीं चलता कि उन्हें एचपीवी (HPV) है, क्योंकि न तो कोई लक्षण नजर आते हैं और न ही कोई स्वास्थ्य समस्या होती है। जबकि कुछ लोगों को इसका पता जब चलता है जब उन्हें जेनिटल वॉर्टस (Genital warts) हो जाता है। महिलाओं को एचपीवी का पता सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के दौरान एब्नॉर्मल पैप टेस्ट रिजल्ट से चलता है। इसके अलावा बहुत से लोगों को एचपीवी संक्रमण का पता तब चलता है जब उन्हें कैंसर (cancer) जैसी घातक बीमारी हो जाती है।

    एचपीवी का उपचार कैसे किया जाता है? (HPV Treatment)

    एचपीवी कई तरह के होते हैं और इससे जुड़े जोखिम भी अलग-अलग होते हैं। ऐसे में उपचार के लिए कोई एक ही तरीका इस्तेमाल करने की बजाय डॉक्टर मरीज की स्थिति और बीमारी के आधार पर सही उपचार करता है।

    कैंसर के लिए जिम्मेदार एचपीवी (Cancer-causing HPV)- यह हाई रिस्क एचपीवी (high-risk HPV) है। यदि सर्वाइकल स्क्रिनिंग टेस्ट (Cervical screening test) में पता चलता है कि आपके सर्विक्स में एबनॉर्मल सेल्स हैं और इसे निकालना जरूरी है ताकि कैंसर विकसित न हो सके, तो डॉक्टर उसे निकाल देता है। यदि सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer ) की शुरुआत हो जाती है तो शुरुआती अवस्था में ही सर्जरी (Surgery) के जरिए इसका इलाज किया जाता है।

    जेनिटल वॉर्टस (Genital warts)- यह लो रिस्क एचपीवी (low-risk HPV) है। इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन संभव है कि आपका शरीर समय के साथ वायरस की सफाई कर दे। क्रीम, फ्रीजिंग (Freezing) और हीटिंग (Heating) मैथेड्स के जरिए  वॉर्टस हटाया जा सकता है।

    यूनाइटेड स्टेट में बीमारी पैदा करने वाले एचपीवी वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए तीन वैक्सीन को लाइसेंस दिया गया है जिसमें शामिल है- Gardasil®, Gardasil® 9, and Cervarix®।

    एचपीवी और प्रेग्नेंसी (HPV and pregnancy)

    यदि कोई गर्भवती महिला (Pregnant woman) एचपीवी (HPV) से पीड़ित हो जाती है, तो जन्म के समय यह बच्चे को भी हो सकता है, हालांकि ऐसे दुर्लभ मामले ही देखे गए हैं। यदि आप प्रेग्नेंट है और आपको एचपीवी का शक है तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें वह आपको सही सलाह देगा।

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    एचपीवी का पता चलने के बावजूद क्या यौन संबंध बनाना सुरक्षित है?

    Sex and HPV- सेक्स और एचपीवी

    एचपीवी एक तरह का सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexually transmitted infection (STI)) है और एक जिम्मेदार पार्टनर या साथी होने के नाते यही सलाह दी जाती है कि किसी भी तरह के STI का चलने के बाद यौन संबंध बनाना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि इससे आप पार्टनर को भी जोखिम में डाल देंगे। हालांकि एचपीवी के संबंध में स्थिति थोड़ी अलग है, क्योंकि हर बार यह खतरनाक नहीं होता है, फिर भी एचपीवी के साथ सेक्स (Sex with HPV) न करने में ही भलाई है जब तक कि डॉक्टर से आप सलाह न ले लें। एचपीवी का संदेह होने पर जरूरी है कि आप डॉक्टर से परामर्श लें और अपने पार्टनर से भी इस बारे में बात करें और दोनों से बातचीत और सलाह के बाद ही यह निर्णय लेना चाहिए कि एचपीवी के साथ सेक्स (Sex with HPV) किया जाना चाहिए या नहीं।

    पार्टनर से एचपीवी के बारे में कैसे बात करें? (Talk to your partner about HPV)

    सेक्स और एचपीवी (Sex and HPV) एक दूसरे से कनेक्टेड है और इसका किसी भी कपल की सेक्स लाइफ पर गहरा असर पड़ सकता है, इसलिए इस संक्रमण का पता चलने पर छुपाने की बजाय पार्टनर से इस बारे में बात करना जरूरी है। यदि आप इस मुद्दे पर पार्टनर से बात करने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं, तो नीचे बताए पॉइंट्स से आपको मदद मिल सकती है।

    खुद को शिक्षित करें (Educate yourself)

    पार्टनर से बात करने से पहले खुद सुनिश्चित कर लें कि एचपीवी का जो निदान हुआ है क्या वह स्ट्रेन (strain) बहुत रिस्की है या कम रिस्क वाला है, ताकि पार्टनर के कुछ पूछने पर आप उन्हें बताकर उनकी शंकाओं का समाधान कर सकें। एचपीवी वायरस के कुछ स्ट्रेन (Strain) कभी किसी तरह की समस्या पैदा नहीं करते हैं, जबकि कुछ स्ट्रेन खतरनाक होते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं, इसलिए पहले अपनी स्थिति के बारे में पूरी जानकारी जुटा लें।

    खुद को दोषी न समझें

    क्योंकि आपको एचपीवी (HPV) डायग्नोस हुआ है, इसलिए खुद को दोषी न समझे और पार्टनर से माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है, इसमें आपकी कोई गलती नहीं है। याद रखिए यह बहुत ही आम संक्रमण है जो सेक्सुअली एक्टिव लोगों को होता है।

    सही समय पर बात करें

    यह बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है, इसलिए इस पर आराम से बात करने की जरूरी है। बाहर घूमते समय या ग्रॉसरी शॉपिंग के समय इस मुद्दे पर पार्टनर से बात न करें। बल्कि आराम से घर पर या कहीं सुकून भरी जगह में बैठकर इस बारे में इत्मिनान से बात करें। यदि आपको डर है कि पार्टनर कहीं आपको गलत न समझ ले तो बेहतर होगा कि डॉक्टर के सामने उसने बात करें, ताकि डॉक्टर अच्छी तरह उन्हें समझा सके।

    रिसर्च कर लें

    पार्टनर से एचपीवी के बारे में बात करने से पहले जरूरी है कि आप पूरी रिसर्च कर लें जैसे आपका वायरस स्ट्रेन (Virus Strain) क्या है, क्या आपको किसी तरह के उपचार की जरूरत है, क्या पार्टनर को भी टेस्ट करवाना पड़ेगा, संक्रमण का आपकी सेक्स लाइफ (Sex life) पर क्या असर पड़ेगा? इन सवालों के जवाब पता होने पर पार्टनर से बात करना आसान होगा।

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    एचपीवी (HPV) का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके यदि कोई लक्षण नजर आते हैं तो उनका उपचार करके स्वस्थ जीवन संभव है। एचपीवी के बाद भी कपल्स की सेक्स लाइफ (Sex life) सामान्य रह सकती है, यदि वह डॉक्टर की सलाह पर अमल करें और अपने स्वास्थ्य पर पैनी नजर रखें।

    डिस्क्लेमर

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