पिनायल कैंसर (Penile cancer)- यह पेनिस का कैंसर है और इससे पीड़ित होने पर व्यक्ति में कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे पेनिस की त्वचा के रंग में बदलाव या उसका मोटा होना या पेनिस में दर्दनाक घाव होना।
एनल कैंसर (Anal cancer)- इसमें एनल ब्लीडिंग, दर्द, खुजली, डिस्चार्ज या मल त्याग की आदतों में बदलाव देखा जा सकता है।
वुल्वर कैंसर (Vulvar cancer)- यह वुल्वा (vulva) का कैंसर होता है जिसमें कई लक्षण दिख सकते हैं जैसे वुल्वा की त्वचा का रंग बदलना या उसका मोटा होना। तेज दर्द, खुजली या गांठ भी हो सकती है।
गले का कैंसर (Throat cancer)- इसमें गले में खराश, कान में लगातार दर्द, लगातार खांसी आना, दर्द, निगलने और सांस लेने में परेशानी, वजन कम होना और गले में गांठ जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
यदि आपको ऊपर बताए कोई भी लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
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मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे एचपीवी है?
एचपीवी का पता लगाने के लिए कोई टेस्ट नहीं है। साथ ही मुंह और गले के एचपीवी का पता लगाने के लिए कोई प्रमाणिक टेस्ट नहीं है। सिर्फ महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए एचपीवी टेस्ट (HPV test) उपलब्ध है, लेकिन यह स्क्रीनिंग भी सिर्फ 30 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए की जाती है। यह टेस्ट पुरुषों, टीनेजर्स और 30 साल से कम उम्र की महिलाओं के लिए नहीं है। बहुत से लोगों को तो पता भी नहीं चलता कि उन्हें एचपीवी (HPV) है, क्योंकि न तो कोई लक्षण नजर आते हैं और न ही कोई स्वास्थ्य समस्या होती है। जबकि कुछ लोगों को इसका पता जब चलता है जब उन्हें जेनिटल वॉर्टस (Genital warts) हो जाता है। महिलाओं को एचपीवी का पता सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के दौरान एब्नॉर्मल पैप टेस्ट रिजल्ट से चलता है। इसके अलावा बहुत से लोगों को एचपीवी संक्रमण का पता तब चलता है जब उन्हें कैंसर (cancer) जैसी घातक बीमारी हो जाती है।
एचपीवी का उपचार कैसे किया जाता है? (HPV Treatment)
एचपीवी कई तरह के होते हैं और इससे जुड़े जोखिम भी अलग-अलग होते हैं। ऐसे में उपचार के लिए कोई एक ही तरीका इस्तेमाल करने की बजाय डॉक्टर मरीज की स्थिति और बीमारी के आधार पर सही उपचार करता है।
कैंसर के लिए जिम्मेदार एचपीवी (Cancer-causing HPV)- यह हाई रिस्क एचपीवी (high-risk HPV) है। यदि सर्वाइकल स्क्रिनिंग टेस्ट (Cervical screening test) में पता चलता है कि आपके सर्विक्स में एबनॉर्मल सेल्स हैं और इसे निकालना जरूरी है ताकि कैंसर विकसित न हो सके, तो डॉक्टर उसे निकाल देता है। यदि सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer ) की शुरुआत हो जाती है तो शुरुआती अवस्था में ही सर्जरी (Surgery) के जरिए इसका इलाज किया जाता है।