एचआईवी होने की संभावना सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) ट्यूबल इनफर्टिलिटी (tubal infertility) हिस्टेरेक्टॉमी के बाद इंफेक्शन का खतरा (infection after hysterectomy) वैसी महिलाएं जो गर्भवती हैं और जिन्हें स्ट्रॉबेरी सर्विक्स की बीमारी है तो इसके कारण प्रीमेच्योर डिलीवरी की संभावनाएं भी बढ़ जाती है। या फिर लो बर्थ वेट भी हो सकता है। इतना ही नहीं गर्भावस्था के दौरान संक्रमण के फैलने की संभावना रहती है। इसके कारण महिलाओं को सांस लेने में परेशानी, बुखार, यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन (urinary tract infection) जैसी गंभीर बीमारी होने की संभावना रहती है। यदि इस बीमारी का इलाज न कराया गया तो संभावना है कि शारिरिक संबंध बनाने के दौरान आप यह बीमारी अपने पार्टनर को दे दें।
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शरीर में इस प्रकार के लक्षण दिखे, तो लें डॉक्टरी सलाह
ट्राइकोमोनिएसिस का इलाज करनेके लिए ओरल एंटीबायटिक्स मेट्रोनिडाजोल (metronidazole) और टिनिडाजोल (tinidazole) का एक डोज सेवन कर बीमारी से एक सप्ताह में निजात पा सकते हैं। देखा गया है कि पांच में से एक व्यक्ति तीन महीने में फिर से इस बीमारी से ग्रसित हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि इस बीमारी से बीमार महिला को तबतक यौन संबंध कायम नहीं करना चाहिए जबतक वो अच्छी तरह से ठीक न हो जाए। शरीर में इस बीमारी के लक्षण न दिखे। वहीं जब बीमारी का पता चल जाए तो आपके पार्टनर को भी टेस्ट कराने की आवश्यकता होती है। नहीं तो बीमारी के फिर से होने की संभावनाएं काफी अधिक रहती है।
यह भी संभव है कि इस बीमारी का लक्षण दिखे ही न, ऐसी स्थिति में असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए। संभोग के समय कंडोम का इस्तेमाल कर बीमारी से बचाव संभव है। वहीं बिना डॉक्टरी सलाह के इस बीमारी के निजात पाने के लिए दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। संभव है कि उससे आपकी तबीयत और ज्यादा न बिगड़ जाए।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए डॉक्टरी सलाह लें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।