ट्राइकोमोनिएसिस होने पर महिलाओं के एचआईवी संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
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निदान
ट्राइकोमोनिएसिस का निदान क्या है? (What is the diagnosis of trichomoniasis?)
जिन महिलाओं में ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण दिखते हैं वह अन्य सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन जैसे ही होते हैं। इसलिए सिर्फ लक्षणों के आधार पर इसे डायगनोस नहीं किया जा सकता। इसके निदान के लिए शारीरिक परिक्षण और लैबोरेटरी टेस्ट किया जाजता है। निदान के लिए किए जाने वाले टेस्ट में शामिल हैः
पेल्विक टेस्ट- इस टेस्ट में कॉटन स्वैब पर आपके वजायना से निकलने वाला तरल सैंपल के लिए लिया जाता है और पैरासाइट की मौजूदगी के लिए माइक्रोस्कोप के नीचे उसकी जांच की जाती है।
फ्लूड कल्चर- कल्चर टेस्ट में यूरीन और वजायना से स्वैब का इस्तेमाल किया जाता है। पैरासाइट लैब में विकसित होते हैं। पैरासइट के दिखने लायक विकसित होने में एक हफ्ते तक समय लगता है।
ट्राइकोमोनिएसिस डीएनए की जांच के लिए टेस्ट।
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उपचार
ट्राइकोमोनिएसिस का उपचार क्या है? (Treatments for trichomoniasis?)
इस बारे में शहानी हॉस्पिटल की डायरेक्टर की डाॅक्टर संतोष शहानी का कहना है कि ट्राइकोमोनिएसिस की स्थिति में दोनों पार्टनर को इलाज की जरूरत होती है। साथ ही इस दौरान सेक्स संबंध बनाने से पूरी तरह परहेज करें। जब तक संक्रमण पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता संबंध न बनाएं, वरना इसके दोबारा होने का खतरा बढ़ जाएगा। इसे ठीक होने में करीब एक हफ्ते का समय लगता है। ट्राइकोमोनिएसिस का सबसे आम इलाज है मेट्रोनिडाज़ोल (फ्लैगिल) या टिनिडाज़ोल (टिंडामैक्स) के एक मेगाडोज़ की गोली खाना। यह प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी सुरक्षित होता है। कुछ मामलों में, डॉक्टर आपको 7 दिनों के लिए दिन में दो बार मेट्रोनिडाजोल की कम डोज लेने की सलाह दे सकता है।
मेट्रोनिडाज़ोल लेने के बाद 24 से 72 घंटों तक शराब का सेवन न करें, क्योंकि इससे मितली या उल्टी आ सकती है। उपचार के दो हफ्ते से लेकर तीन महीने के बीच डॉक्टर आपकी दोबारा जांच करके यह सुनिश्चित करता है कि कहीं इंफेक्शन फिर से तो नहीं हो गया। ट्राइकोमोनिएसिस का उपचार न करवाने पर से ठीक होने में कई महीने से लेकर एक सालतक का समय लग सकता है।