पहला चरण- महिलाओं के पहली बार सेक्स करते हुए सबसे उत्तेजना होना शुरू हो जाती है। जो कि सेक्शुअल स्टिमुलेशन के शुरू होने के 10 से 30 सेकेंड के भीतर होने लगता है। इसमें, महिलाओं में वजायनल ल्यूब्रिकेशन होने लगता है और वह एक्सपैंड होने लगती है। इस दौरान, महिलाओं की वजायना के आउटर लिप्स, इनर लिप्स, क्लिटोरिस और कभी-कभी ब्रेस्ट में सूजन आने लगती है। इस दौरान, महिलाओं की धड़कन, ब्लड प्रेशर और सांसें चढ़ने लगती हैं।
दूसरा चरण- महिलाओं के पहली बार सेक्स करते हुए इसके बाद दूसरा चरण आता है। जो कि पहले चरण से शुरू होकर बाद तक रहता है। इसमें, वजायनल लिप्स उभर कर दिखने लगते हैं। वजायना की ओपनिंग कम संकरी होने लगती है। इस दौरान महिलाओं के वजायनल लिप्स का रंग भी बदल सकता है, हालांकि इसे नोटिस कर पाना बहुत मुश्किल है।
तीसरा चरण- महिलाओं के पहली बार सेक्स के दौरान तीसरे चरण में ऑर्गेज्म प्राप्त होता है। यह पूरी प्रक्रिया का सबसे छोटा चरण होता है। इस दौरान महिलाओं की वजायना वॉल का फर्स्ट थर्ड हिस्सा लयबद्ध तरीके से संकुचित होने लगता है। इस दौरान, दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर (Blood pressure) और सांसे अपने चरम पर होती हैं और मसल्स कठोर हो जाती हैं। हालांकि, महिलाओं का ऑर्गेज्म पुरुषों की तरह नहीं होता। एक्सपर्ट्स यह भी कहते हैं कि ऑर्गेज्म हर महिला को हो ऐसा जरूरी नहीं है।
चौथा चरण- महिलाओं के पहली बार सेक्स करते हुए चौथे चरण में शरीर सामान्य स्थिति में जाने लगता है। यह चरण थोड़ा लंबा भी हो सकता है, जो कि महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले ज्यादा होता है। कुछ महिलाओं को अतिरिक्त स्टिमुलेशन और ऑर्गेज्म भी मिल सकता है।
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महिलाओं के पहली बार सेक्स के दौरान होने वाले दर्द से संबंधित बातें क्या हैं?
महिलाओं के पहली बार सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को लेकर काफी चिंता होती है। जिसे कम करने या उसे हैंडल करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखा जा सकता है। जैसे-
- पहली बात यह है कि, सभी महिलाओं के फर्स्ट टाइस सेक्स का अनुभव अलग-अलग हो सकता है। कुछ को ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ सकता है और इसके विपरीत कुछ महिलाओं को थोड़े-बहुत दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
- महिलाओं के फर्स्ट टाइस सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए पार्टनर को सेक्स प्रक्रिया को धीरे-धीरे शुरू करना चाहिए। क्योंकि, कठोर या तेज पेनिट्रेशन से वजायनल टिश्यू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं, जिससे गंभीर ब्लीडिंग हो सकती है।
- महिलाओं के पहली बार सेक्स के दौरान पर्याप्त ल्यूब्रिकेशन का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे, दर्द में राहत मिलेगी और आप पूरा आनंद ले पाएंगी।
- अगर महिलाओं के फर्स्ट टाइस सेक्स के बाद ज्यादा ब्लीडिंग या दर्द हो रहा है, तो उन्हें डॉक्टर से बात करनी चाहिए। हालांकि, फर्स्ट टाइम सेक्स के बाद थोड़ी बहुत ब्लीडिंग या दर्द होना स्वाभाविक है। कई बार, यह हाइमन के टूटने की वजह से भी होता है।
- महिलाओं के पहली बार सेक्स करने से पहले पर्याप्त फोरप्ले महत्वपूर्ण होता है। फोरप्ले शरीर में ब्लड सर्कुलेशन तेज करने में मदद करता है, जिससे वजायना में नैचुरल ल्यूब्रिकेशन होने लगता है। इससे, सेक्स के दौरान दर्द में राहत मिलती है।
- महिलाओं के पहली बार सेक्स करते हुए अगर ज्यादा दर्द हो रहा है, तो सेक्स पुजिशन (Sex position) में बदलाव करने से भी इस दर्द को कम किया जा सकता है।
महिलाओं के पहली बार सेक्स और यौन संचारित रोग
महिलाओं के पहली बार सेक्स करने से पहले यौन संचारित रोगों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। जिससे किसी गंभीर समस्या या बीमारी से बचाव किया जा सकता है। इसके बचाव के लिए, आप मेल या फीमेल कॉन्डोम (Female Condom) का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, महिलाओं को कुछ वजायनल इंफेक्शन (Vaginal Infection) से भी फर्स्ट टाइम सेक्स करने में दिक्कत हो सकती है, जिसके बाद उनका यह पहला अनुभव काफी तकलीफदायक हो सकता है। इसलिए, फर्स्ट टाइम सेक्स करने से पहले महिलाओं को अपने और अपने पार्टनर के एसटीडी की जांच करवानी चाहिए और अपनी वजायनल हेल्थ के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए।
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महिलाओं के पहली बार सेक्स और वर्जिनिटी
भारत जैसे देश में महिलाओं की वर्जिनिटी को लेकर कई तरह के मिथक। महिलाओं की वर्जिनिटी को लेकर काफी मतभेद हो सकते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि महिलाओं के पहली बार सेक्स करने के बाद वो भी वजायनल सेक्स करने के बाद वर्जिनिटी खत्म हो जाती है। हालांकि सबसे ज्यादा प्रचलित बात यह है कि, महिलाओं की वर्जिनिटी (Virginity) को उनके हाइमन से जोड़ा जाता है।
लेकिन हाइमन और वर्जिनिटी का कोई गहरा संबंध नहीं देखा गया है। क्योंकि, कुछ महिलाओं में जन्म से ही हाइमन नहीं होता, ऐसे में उनकी वर्जिनिटी का पता लगाने का कोई तरीका नहीं है। हाइमन एक मेंब्रेन होता है, जो कि वजायना की ओपनिंग से लगा होता है। हर महिला में इसका आकार, साइज और बनावट अलग-अलग हो सकती है। इसलिए, महिलाओं की वर्जिनिटी की जांच करना या उसके बारे में सोचना बिल्कुल गलत है।
महिलाओं के पहली बार सेक्स का हेल्दी होना क्या है?